ब्राह्मी लिपि से आधुनिक भारतीय लिपियों तक: उद्भव, विकास, शास्त्रीय प्रमाण, अशोक शिलालेख
मानव सभ्यता के विकास में भाषा और लिपि की भूमिका अतुलनीय रही है। विचारों का आदान-प्रदान, ज्ञान का संप्रेषण, सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण और धार्मिक ग्रंथों का प्रसार — ये सब लिपि के माध्यम से संभव हुए। भारतीय परंपरा में लिपि का उद्भव केवल एक सांस्कृतिक घटना नहीं, बल्कि दैवीय कृपा और ज्ञान परंपरा का … Read more