ऑपरेशन सिंदूर | आतंकवाद के विरुद्ध भारत की निर्णायक सैन्य कार्रवाई

2025 में भारत ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि वह आतंकवाद के विरुद्ध किसी भी हद तक जा सकता है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’—एक सटीक, संयमित और रणनीतिक सैन्य अभियान—भारत की आतंकवाद के प्रति ‘शून्य सहनशीलता’ नीति का प्रमाण है। यह अभियान जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हुए उस बर्बर हमले के बाद शुरू किया गया, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली तीर्थयात्री की जान चली गई थी। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया और जनता से लेकर नेतृत्व तक, सभी ने एक निर्णायक प्रतिक्रिया की मांग की।

पाहलगाम हमला | रणनीतिक नीति परिवर्तन का कारण

पाहलगाम में हुए आतंकी हमले ने न केवल निर्दोष जीवन छीने, बल्कि भारत की सुरक्षा नीति में भी एक निर्णायक मोड़ लाया। इस हमले के पीछे ‘लश्कर-ए-तैयबा’ से जुड़े प्रॉक्सी समूह ‘द रेजिस्टेंस फोर्स’ (TRF) का हाथ माना जा रहा है। हमले की क्रूरता और तीर्थयात्रियों को निशाना बनाए जाने ने इस बात को स्पष्ट किया कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन भारत के भीतर अस्थिरता फैलाने के अपने इरादों से पीछे नहीं हटे हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, यह हमला पाकिस्तान द्वारा शास्र—प्रत्यक्ष युद्ध के बजाय प्रॉक्सी युद्ध—के रूप में भारत को कमजोर करने की रणनीति का हिस्सा था। इस परिप्रेक्ष्य में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का आरंभ एक जवाब मात्र नहीं, बल्कि भारत के रणनीतिक संतुलन को पुनः स्थापित करने की दिशा में एक निर्णायक कदम था।

ऑपरेशन सिंदूर | उद्देश्य और दृष्टिकोण

रणनीतिक उद्देश्य

‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मुख्य उद्देश्य उन आतंकी ढांचों को नष्ट करना था जो भारत के विरुद्ध हमलों की योजना बनाते और उन्हें अंजाम देते हैं। इस अभियान के माध्यम से भारत ने यह संदेश देने की कोशिश की कि सीमापार आतंकी गतिविधियों को अब ‘नजरअंदाज’ नहीं किया जाएगा।

संयम और सटीकता

भारत सरकार और सशस्त्र बलों ने स्पष्ट किया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य किसी सैन्य संघर्ष को आमंत्रित करना नहीं था। बल्कि यह एक सटीक, संयमित और न्यायोचित प्रतिक्रिया थी जो केवल आतंकी ठिकानों तक सीमित रही। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि भारत का लक्ष्य आतंकवादी संरचनाएं थीं, न कि पाकिस्तान की संप्रभुता।

लक्षित ठिकाने | आतंकवाद की रीढ़ पर प्रहार

प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों ने इस अभियान के तहत कुल नौ आतंकी ठिकानों पर हमले किए। इनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:

  1. मुज़फ़्फराबाद (PoK) के पास लश्कर-ए-तैयबा का पूर्व बेस
    यह इलाका लंबे समय से आतंकवादियों का प्रशिक्षण और रणनीतिक केंद्र रहा है।
  2. बाहावलपुर (पाकिस्तान के पंजाब प्रांत) में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा मदरसा
    इसे आतंकी मानसिकता के निर्माण और आतंकी भर्ती का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
  3. कोटली (PoK) में एक प्रमुख घुसपैठ केंद्र
    यह क्षेत्र पाकिस्तानी सेना की मिलीभगत से घुसपैठ के लिए प्रयोग किया जाता रहा है।

इन ठिकानों को चुनने में खुफिया एजेंसियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिन्होंने इन स्थानों की पहचान, गतिविधियों और क्षमता का सटीक आकलन किया।

सैन्य और राजनीतिक समन्वय | उच्चतम स्तर पर रणनीति

‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक उच्च स्तरीय रणनीतिक समन्वय का परिणाम था। इस ऑपरेशन की योजना और क्रियान्वयन में निम्नलिखित वरिष्ठ अधिकारी और संस्थाएं शामिल रहीं:

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल
  • नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी
  • वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह
  • रक्षा सचिव आर. के. सिंह

इन अधिकारियों ने लगातार बैठकों के माध्यम से स्थिति का मूल्यांकन किया, खुफिया रिपोर्टों की समीक्षा की, और संभावित प्रतिक्रियाओं पर रणनीति बनाई। भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर अग्रिम चौकियों को पहले से ही मजबूत कर लिया था।

हमले का संचालन | हवा और ज़मीन से समन्वित वार

‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय वायुसेना और थलसेना दोनों ने हिस्सा लिया। रॉयटर्स और न्यूयॉर्क टाइम्स की अपुष्ट रिपोर्टों के अनुसार:

  • भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान PoK क्षेत्र में देखे गए।
  • मुज़फ़्फराबाद और कोटली के आसपास विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं।

इन हमलों को बेहद सावधानी और उच्च स्तरीय तकनीकी निगरानी के साथ अंजाम दिया गया। इससे यह सुनिश्चित किया गया कि नागरिक आबादी को किसी प्रकार का नुकसान न हो और केवल आतंकी ढांचों को ही निशाना बनाया जाए।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया | नाप तोल कर दी गई चेतावनी

पाकिस्तानी सेना ने अपने सरकारी चैनल ARY न्यूज़ के माध्यम से प्रतिक्रिया दी कि:

  • भारत ने तीन स्थानों पर मिसाइल हमले किए हैं।
  • पाकिस्तान अपने चुने हुए समय और स्थान पर जवाब देगा।

हालांकि, अभी तक पाकिस्तान ने किसी जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं की है। इसके अलावा, इस्लामाबाद में कोई आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित नहीं की गई, जिससे यह संकेत मिला कि वे आंशिक रूप से इस हमले को स्वीकार तो कर रहे हैं, लेकिन उसका प्रभाव सीमित बताने की कोशिश कर रहे हैं।

भारत में जन प्रतिक्रिया | समर्थन और संतोष

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत में सभी स्तरों पर व्यापक समर्थन मिला। विशेष रूप से:

  • पाहलगाम पीड़ितों के परिवारों ने राहत की भावना व्यक्त की।
  • सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस कार्रवाई को “रणनीतिक दृढ़ता का परिचायक” बताया।
  • राजनीतिक दलों ने एक स्वर में प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय सेना की प्रशंसा की।

सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ प्रमुख ट्रेंडिंग हैशटैग्स थे:

  • #OperationSindoor
  • #JusticeForPahalgam
  • #IndiaStrikesBack

कूटनीतिक संकेत और संभावित क्षेत्रीय प्रभाव

इस ऑपरेशन के कई कूटनीतिक संकेत भी हैं:

  1. पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश: भारत अब हर हमले का जवाब संयमित लेकिन कड़ा देगा।
  2. विश्व समुदाय को संदेश: भारत आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक और उत्तरदायी शक्ति है।
  3. PoK पर संदेश: PoK में मौजूद आतंकी ढांचे अब सुरक्षित नहीं रहे।

हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस कार्रवाई के चलते क्षेत्रीय तनाव में अस्थायी वृद्धि हो सकती है। लेकिन लंबे समय में यह संतुलन और शांति की दिशा में एक मजबूत कदम माना जाएगा।

आगे की रणनीति: सतर्कता और सजगता आवश्यक

भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने भविष्य की किसी भी प्रतिक्रिया या घुसपैठ के प्रयास को रोकने के लिए सतर्कता बढ़ा दी है:

  • सीमा पार निगरानी को और सशक्त किया गया है।
  • ड्रोन और सैटेलाइट निगरानी के माध्यम से वास्तविक समय की जानकारी जुटाई जा रही है।
  • खुफिया तंत्र को और मजबूत कर संभावित आतंकी गतिविधियों की पूर्व जानकारी जुटाने का प्रयास जारी है।

एक निर्णायक मोड़

‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की बदलती रणनीति, आत्मविश्वास और आतंकवाद के प्रति स्पष्ट दृष्टिकोण का प्रतीक है। यह कार्रवाई बताती है कि भारत अब रक्षात्मक से अधिक प्रतिक्रियात्मक और सक्रिय नीति अपनाने को तैयार है।

आतंकवाद के विरुद्ध यह संघर्ष अभी समाप्त नहीं हुआ है, लेकिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा। यह एक नया अध्याय है—भारत की आतंकवाद-विरोधी नीति में दृढ़ता, दिशा और स्पष्टता का।

संदर्भ:

  1. लाइव हिंदुस्तान: ऑपरेशन सिंदूर लाइव अपडेट्स
  2. भास्कर: ऑपरेशन सिंदूर में राफेल और SCALP मिसाइल का उपयोग
  3. जागरण जोश: ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
  4. Adda247: ऑपरेशन सिंदूर – भारत ने पाकिस्तान और पीओके में जवाबी हमला किया

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