ब्लैक होल विलय: ब्रह्मांडीय रहस्यों से पर्दा हटाती ऐतिहासिक खोज
ब्रह्मांड का विस्तार और रहस्य अनंत हैं। इन अनगिनत रहस्यों में ब्लैक होल (Black Hole) एक ऐसा खगोलीय पिंड है ...
प्रगतिवाद, प्रयोगवाद और नई कविता: छायावादोत्तर युग के अंग या स्वतंत्र साहित्यिक प्रवृत्तियाँ?
हिंदी साहित्य का इतिहास केवल घटनाओं या धाराओं की श्रृंखला नहीं है, बल्कि यह समाज के भीतर चल रही वैचारिक ...
हिंदी साहित्य का आधुनिक काल और उसका ऐतिहासिक विकास | 1850 ई. से वर्तमान तक
यह लेख आधुनिक हिंदी साहित्य के सबसे समृद्ध और बहुआयामी युग—आधुनिक काल (1850 ई. से वर्तमान तक)—का एक विस्तृत अध्ययन ...
तालिस्मन सेबर (Talisman Sabre) 2025: बहुराष्ट्रीय रक्षा सहयोग का प्रतीक
आधुनिक भू-राजनीतिक परिवेश में रक्षा सहयोग और सैन्य अभ्यासों की भूमिका अभूतपूर्व रूप से बढ़ गई है। ऐसे समय में, ...
जरवा जनजाति: अंडमान की विलक्षण आदिवासी पहचान और संरक्षण की चुनौती
भारत की बहुसांस्कृतिक विविधता में आदिवासी समुदायों की भूमिका विशेष और अद्वितीय रही है। देश के अनेक भूभागों में फैले ...
रीतिकाल (1650 ई. – 1850 ई.): हिंदी साहित्य का उत्तर मध्यकालीन युग
हिंदी साहित्य का इतिहास अपने विविधता भरे काल-विभाजनों के लिए प्रसिद्ध है। आदिकाल, भक्तिकाल और आधुनिक काल के बीच का ...
बराक घाटी: पूर्वोत्तर भारत की उपेक्षित जीवनरेखा
यह लेख बराक घाटी (Barak Valley), असम के दक्षिणी हिस्से की भूगोल, इतिहास, सामाजिक संरचना, आर्थिक परिदृश्य, पर्यावरणीय विशेषताओं, सामरिक ...
एयर इंडिया विमान हादसा: प्रारंभिक रिपोर्ट में तकनीकी खामी का चौंकाने वाला खुलासा
भारत के विमानन इतिहास में एक और दुखद घटना उस समय दर्ज हो गई जब अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ...
हिंदी साहित्य के आदिकाल के कवि और काव्य (रचनाएँ)
यह लेख हिंदी साहित्य के आदिकाल (650 ई. – 1350 ई.) की रचनाओं (काव्य) और रचनाकारों (कवि) का एक सुव्यवस्थित ...
संचार मित्र योजना: एक डिजिटल जागरूकता पहल की विस्तृत समीक्षा
21वीं सदी के इस डिजिटल युग में मोबाइल और इंटरनेट हमारी दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन, डिजिटल ...
चेल्सी ने फीफा क्लब वर्ल्ड कप 2025 का खिताब जीता: कोल पामर का चमकदार प्रदर्शन
अमेरिका के न्यू जर्सी स्थित मेटलाइफ स्टेडियम में खेला गया फीफा क्लब वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल मुकाबला फुटबॉल प्रेमियों ...
चारणी साहित्य (रासो साहित्य): वीरगाथात्मक परंपरा का अद्भुत विरासत
हिंदी साहित्य के आदिकाल में विकसित हुआ चारणी या रासो साहित्य भारतीय समाज के सामंतवादी ढांचे, वीरता, राजभक्ति और मातृभूमि ...
प्रकीर्णक (लौकिक) साहित्य: श्रृंगारिकता और लोकसंवेदना का आदिकालीन स्वरूप
हिंदी साहित्य के इतिहास को जब हम उसके आदिकालीन स्वरूप में देखते हैं, तो वहाँ वीर रसप्रधान रासो साहित्य और ...
जैन साहित्य: स्वरूप, विकास, प्रमुख कवि, कृतियाँ और साहित्यिक विशेषताएँ
भारतवर्ष की धार्मिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक परंपरा में जैन धर्म की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जैन धर्म न केवल एक ...
सिद्ध साहित्य: हिन्दी साहित्य का आदिरूप और सामाजिक चेतना का संवाहक
सिद्ध साहित्य हिन्दी साहित्य की आदिम कड़ी है, जो न केवल साहित्यिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि धार्मिक, सामाजिक और ...