प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घाना में मिला ‘ऑर्डर ऑफ द स्टार’ सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 3 जुलाई 2025 को घाना की राजधानी अकरा में आयोजित एक विशेष राजकीय समारोह के दौरान घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा द्वारा प्रदान किया गया, जो भारत और घाना के बीच प्रगाढ़ होते संबंधों का प्रतीक बन गया है।

यह पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक स्तर पर उनके नेतृत्व, दक्षिण-दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देने, और भारत-घाना द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में उनके प्रयासों को मान्यता देने के लिए प्रदान किया गया।

यह अवसर न केवल भारत के लिए एक गौरवशाली क्षण था, बल्कि यह अफ्रीका के साथ भारत की नई रणनीतिक कूटनीति का भी प्रतीक है।

सम्मान की पृष्ठभूमि और महत्व

‘ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ घाना गणराज्य का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह उन विदेशी और घरेलू व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने घाना के साथ संबंधों को मज़बूत करने में असाधारण योगदान दिया हो।

प्रधानमंत्री मोदी को यह पुरस्कार उनके वैश्विक नेतृत्व, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दक्षिणी गोलार्ध के देशों की आवाज़ बनने, और भारत-अफ्रीका रिश्तों को नए आयाम देने के लिए दिया गया। राष्ट्रपति महामा ने उन्हें “21वीं सदी के दक्षिण-दक्षिण सहयोग का चेहरा” कहा और उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता, तकनीकी नवाचार, और लोकतांत्रिक मूल्यों को खुले दिल से सराहा।

प्रधानमंत्री मोदी ने पुरस्कार ग्रहण करते हुए इसे भारत के युवाओं, सांस्कृतिक विविधता और भारत व घाना के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों को समर्पित किया।

पीएम मोदी की ऐतिहासिक यात्रा: 30 वर्षों में पहली बार

प्रधानमंत्री मोदी घाना की यात्रा करने वाले पिछले 30 वर्षों में पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इससे पूर्व इस स्तर की यात्रा 1980 के दशक में हुई थी। यह यात्रा भारत की अफ्रीका नीति को फिर से केंद्र में लाती है और विशेषकर घाना जैसे लोकतांत्रिक, संसाधन-संपन्न और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अफ्रीकी राष्ट्र के साथ संबंधों को एक नई दिशा देती है।

इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने अकरा में राष्ट्रपति महामा के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भाग लिया, जहां दोनों देशों के बीच कई ऐतिहासिक समझौतों और घोषणाओं पर हस्ताक्षर हुए।

प्रमुख द्विपक्षीय समझौते और घोषणाएं

1. शिक्षा और युवा विकास

भारत और घाना के संबंधों में शिक्षा एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि घाना के छात्रों के लिए ITEC (Indian Technical and Economic Cooperation) और ICCR (Indian Council for Cultural Relations) छात्रवृत्तियों की संख्या दोगुनी की जाएगी।

साथ ही, भारत घाना में एक कौशल विकास केंद्र की स्थापना करेगा, जिसमें युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण, तकनीकी शिक्षा और रोजगारोन्मुखी कौशल दिए जाएंगे।

यह पहल प्रधानमंत्री के ‘स्किल इंडिया’ अभियान के अंतरराष्ट्रीय विस्तार को भी दर्शाती है।

2. कृषि और खाद्य सुरक्षा

घाना के प्रमुख राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘फीड घाना’ को समर्थन देने के लिए भारत ने कृषि विशेषज्ञता, संसाधन और तकनीकी ज्ञान साझा करने की प्रतिबद्धता जताई है।

इस सहयोग के तहत भारत कृषि उत्पादकता, सिंचाई प्रौद्योगिकियों, और फसल संरक्षण से जुड़ी नवीनतम विधियों को घाना के किसानों तक पहुँचाएगा। इससे खाद्य सुरक्षा में सुधार और ग्रामीण रोजगार सृजन को बल मिलेगा।

3. स्वास्थ्य सेवाएँ

भारत ने घाना में जन औषधि केंद्रों की स्थापना का प्रस्ताव दिया है, जिनमें सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

इसके अतिरिक्त, वैक्सीन उत्पादन और वितरण में सहयोग पर भी बातचीत हुई। भारत के टीका निर्माण अनुभव को घाना के स्वास्थ्य ढांचे के साथ जोड़ने से महामारी से लड़ने और आम स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।

4. डिजिटल और वित्तीय एकीकरण

भारत की सबसे बड़ी डिजिटल सफलता UPI (Unified Payments Interface) अब घाना को भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस पहल का उद्देश्य घाना में डिजिटल भुगतान प्रणाली को सशक्त बनाना, वित्तीय समावेशन को बढ़ाना और एक मजबूत डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करना है।

यह पहल डिजिटल इंडिया के अंतरराष्ट्रीय प्रसार का एक उदाहरण है और भारत की फिनटेक क्षमताओं को वैश्विक पहचान दिलाने का माध्यम भी।

5. व्यापार और निवेश

प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति महामा ने अगले पाँच वर्षों में भारत-घाना द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का संकल्प लिया।

इसके लिए व्यापार, ऊर्जा, खनिज संसाधन, निर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि उपकरण, और लघु एवं मध्यम उद्योगों में नई साझेदारियों और निवेश के अवसरों को बढ़ावा दिया जाएगा।

भारत अब घाना में व्यापारिक मिशन और स्टार्टअप समिट आयोजित करेगा, जिससे दोनों देशों के उद्यमियों को सीधा संवाद और साझेदारी करने का मंच मिलेगा।

सांस्कृतिक और कूटनीतिक जुड़ाव

भारत और घाना के रिश्तों की जड़ें ऐतिहासिक रूप से गहरी हैं। स्वतंत्रता संग्राम के समय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और घाना के राष्ट्रपिता क्वामे नक्रमा ने मिलकर उपनिवेशवाद के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की थी।

दोनों देशों की साझी विरासत, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, और विकास के साझा लक्ष्य आज भी इस संबंध को सशक्त बनाए हुए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा ने न केवल इन ऐतिहासिक संबंधों को पुनर्स्थापित किया, बल्कि एक नई कूटनीतिक ऊर्जा भी दी है जो आने वाले वर्षों में और अधिक ठोस परिणाम लाएगी।

भारत-अफ्रीका संबंधों में रणनीतिक बदलाव

भारत की विदेश नीति में अफ्रीका के प्रति रुचि अब सिर्फ भाषणों और सम्मेलनों तक सीमित नहीं रही। हाल के वर्षों में भारत ने अफ्रीकी देशों के साथ व्यावहारिक सहयोग, वित्तीय सहायता, संरचनात्मक विकास, और कौशल निर्माण को केंद्र में रखते हुए अपनी नीति को कार्यान्वयन की दिशा में मोड़ा है।

घाना में पीएम मोदी की घोषणाएं इसी रणनीतिक बदलाव का हिस्सा हैं, जो अफ्रीका को एक विश्वसनीय विकास भागीदार के रूप में देखता है न कि केवल संसाधनों का स्रोत।

घाना का दृष्टिकोण: भारत की भूमिका की सराहना

घाना सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और उनके साथ आई भारतीय प्रतिनिधिमंडल की सराहना करते हुए कहा कि भारत अब अफ्रीका के लिए एक “विश्वसनीय भागीदार” बन चुका है।

राष्ट्रपति महामा ने कहा कि भारत और घाना अब साझी चुनौतियों का मिलकर सामना करेंगे – आर्थिक विकास, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य आपात स्थितियाँ, और वैश्विक दक्षिण की आवाज़ को बुलंद करना।

निष्कर्ष: एक नई शुरुआत की ओर

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा और ‘ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ सम्मान न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारत की बढ़ती वैश्विक स्वीकार्यता और नैतिक नेतृत्व का प्रतीक भी है।

भारत और घाना के संबंध अब एक नई यथार्थवादी, परस्पर लाभदायक और समान भागीदारी की दिशा में बढ़ रहे हैं, जिसमें संस्कृति, व्यापार, तकनीक और लोकतंत्र – सभी का योगदान होगा।

यह यात्रा आने वाले वर्षों के लिए भारत-अफ्रीका साझेदारी की नई रूपरेखा को परिभाषित करती है – समानता, सहयोग और समृद्धि के सिद्धांतों पर आधारित।

महत्वपूर्ण तथ्य (सारांश तालिका)

श्रेणीविवरण
खबरों में क्यों?पीएम मोदी को घाना में ‘ऑर्डर ऑफ द स्टार’ से सम्मानित किया गया
सम्मानित करने वालेघाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा
सम्मान का उद्देश्यवैश्विक नेतृत्व, कूटनीतिक पहुँच और दक्षिण-दक्षिण सहयोग में योगदान की मान्यता
प्रमुख समझौतेकौशल प्रशिक्षण, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, डिजिटल भुगतान, शिक्षा
व्यापार लक्ष्य5 वर्षों में भारत-घाना व्यापार को दोगुना करना
यात्रा का महत्व30 वर्षों में घाना की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री
प्रतीकात्मक महत्वभारत-अफ्रीका और वैश्विक दक्षिण संबंधों को मजबूत करना

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