दुनिया में धर्मों की संख्या यूं तो लगभग 300 से ज्यादा होगी, लेकिन व्यापक रूप से पांच धर्म ही प्रचलित हैं हिन्दू, जैन, बौद्ध, ईसाई, इस्लाम और सिख। इसके अलावा भी कई और धर्म भी अपना अस्तित्व बनाए रखे हुए हैं तो कुछ अपना अस्तित्व खो चुके हैं।
धर्म एक व्यक्ति या समुदाय के मूल्यों, मान्यताओं, नैतिकता, और आदर्शों का संगठन होता है जो उनके जीवन के मार्गदर्शन का हिस्सा बनता है। धर्म व्यक्ति के आदर्श और विचारों को प्रकट करता है और उन्हें सही और गलत के बीच भिन्न करता है।
दुनिया में अनगिनत धर्म और धार्मिक परंपराएँ हैं, और उनकी संख्या कई लाख तक पहुंच सकती है। यह विविधता भिन्न-भिन्न देशों, क्षेत्रों, और समुदायों में होती है, और विभिन्न धर्मों के अनुयायी उनके विशिष्ट मान्यताओं और आचरणों का पालन करते हैं।
कुछ प्रमुख धर्म व उनका परिचय
कुछ प्रमुख धर्म जो दुनिया भर में प्रसिद्द हैं:
- ईसाई धर्म
- इस्लाम धर्म
- नास्तिक या धर्म निरपेक्ष
- हिन्दू धर्म
- चीनी पारंपारिक धर्म या चीनी लोक धर्म
- बौद्ध धर्म
- अफ्रीकी पारंपारिक धर्म या जातीय धार्मिक समूह
- यहूदी धर्म
- सिख धर्म
- जैन धर्म
- पारसी धर्म
- शिंटो धर्म
- वुडू धर्म
- यजीदी धर्म
- पेगन धर्म
- बहाई धर्म
- डूंज धर्म
- मंदेंस धर्म
- एलामितेस धर्म
- विक्का धर्म
- चेनोडो मत
- टेनरिक्यो
- काओ दाई
ईसाई धर्म (Christianity)
इसाई धर्म को मानने वाले लोगो की संख्या सबसे अधिक है। विश्व के अधिकतर देशों मे ईसाई धर्म के अनुयायी (लोग) रहते हैं। जिनकी कुल सँख्या लगभग 2.38 अरब है, जोकि विश्व की कुल जनसँख्या का 31.11% है।
ईसाई धर्म लगभग 2000 साल पहले शुरू हुआ था जोकि ‘ईसा मसीह’ के जीवन और उनकी शिक्षा में विश्वास रखता है। यह धर्म ‘यहूदी धर्म’ से विकसित हुआ था और बाद में यह धर्म इतना लोकप्रिय हुआ कि दुनिया का सबसे बड़ा धर्म बन गया। ईसाई धर्म कहता है कि ईश्वर एक है जोकि क्षमाशील है और कर्मों के अनुसार दंड एवं पुरुस्कार देता है।
इस्लाम धर्म (Islam)
इस्लाम धर्म दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। इस्लाम के दुनियाभर में कुल अनुयाइयों (लोगों) की सँख्या लगभग 1.9 अरब है जोकि विश्व की कुल जनसँख्या का 24.9% है। ‘प्यू रिसर्च आर्गेनाइजेशन’ के अध्ययन के अनुसार इस्लाम धर्म किसी भी अन्य धर्म की तुलना में सबसे तेजी से बढ रहा है और वर्ष 2050 तक इस्लाम धर्म के अनुयायी विश्व में सबसे ज्यादा होंगे।
इस्लाम धर्म 7वीं शताब्दी में मक्का से शुरू हुआ था और इस धर्म के जनक पैगम्बर मुहम्मद थे। इसके अलावा इस धर्म के लोग मानते हैं कि ‘पैगम्बर मुहम्मद साहब’ अल्ला के आखिरी नबी थे। इसके अलावा मुस्लिम मानते हैं कि अल्लाह या खुदा एक है और सभी इंसान इसके बंदे हैं।
धर्म निरपेक्ष या नास्तिक (Atheistic or Nonreligious)
दुनियाभर में लोग किसी न किसी धर्म से जुड़े हुए हैं तो वहीं दुनिया की जनसँख्या में मौजूद नास्तिक लोगों की भी कमी नहीं है जोकि लगभग हर देश में पाए जाते हैं। नास्तिक लोगों की कुल जनसँख्या की बात करें तो इनकी संख्या लगभग 1.19 अरब है जोकि विश्व की कुल जनसँख्या का 15.58% हैं।
नास्तिकता एक सकारात्मक विश्वास नहीं है कि कोई ईश्वर नहीं है और न ही यह किसी व्यक्ति के विश्वास के बारे में किसी अन्य प्रश्न का उत्तर देता है। यह केवल इस दावे की अस्वीकृति है कि देवता हैं। नास्तिकता को अक्सर गलत तरीके से एक विश्वास प्रणाली के रूप में परिभाषित किया जाता है। स्पष्ट होने के लिए: नास्तिकता देवताओं में अविश्वास या देवताओं को नकारना नहीं है; यह देवताओं में विश्वास की कमी है।
पुराने शब्दकोश नास्तिकता को “एक विश्वास कि कोई ईश्वर नहीं है” के रूप में परिभाषित करते हैं। स्पष्टतः, आस्तिक प्रभाव इन परिभाषाओं को कलंकित करता है। यह तथ्य कि शब्दकोश नास्तिकता को “कोई ईश्वर नहीं है” के रूप में परिभाषित करते हैं, (एक)आस्तिक प्रभाव को उजागर करता है। (एक)आस्तिक प्रभाव के बिना, परिभाषा में कम से कम यह पढ़ा जाएगा कि “कोई देवता नहीं हैं।”
हिन्दू धर्म (Hinduism)
यदि हिन्दू धर्म की बात करें तो यह धर्म दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है। बता दें कि 80% हिन्दू धर्म के लोग केवल ‘भारत देश’ में रहते हैं। इसके अलावा हिन्दू दुनिया के अन्य देशों (नेपाल, सयुंक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड स्टेट्स, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम आदि) में भी रहते थे। यदि हिन्दू धर्म की कुल आबादी की बात करें तो यह लगभग 1.16 अरब है जोकि विश्व की कुल जनसँख्या का 15.16% है।
यदि हिन्दू धर्म की शुरुआत की बात करें तो इसका कोई ठोस प्रमाण उजागर नहीं होता है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि हिन्दू धर्म की उत्पत्ति आज से लगभग 4000 वर्ष पहले हुई थी। इसी कारण इस धर्म को दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म भी माना जाता है।
प्राचीन धर्म होने के साथ-साथ हिन्दू धर्म को ‘सनातन धर्म’ या ‘अनंत धर्म’ भी कहा जाता है। इस धर्म के लोग सबसे प्राचीन ग्रन्थ चार वेदों (ऋगवेद, सामवेद, अथर्ववेद और यजुर्वेद) में विश्वास करते हैं और वेदों मे लिखे हुए तथ्यों का जीवन में पालन करते हैं। इसके अलावा हिन्दू धर्म विभिन्न देवी-देवताओं में असीम आस्था रखने वाला धर्म है।
बौद्ध धर्म (Buddhism)
यदि बौद्ध धर्म की बात करें तो दुनिया भर में बौद्ध धर्म के बहुत अधिक अनुयायी (लोग) पाए जाते हैं। इस धर्म की स्थापना ‘महात्मा गौतम बुद्ध’ के द्वारा उनके सच्चे उपदेशों के आधार पर हुई थी जोकि एशिया महाद्वीप में जन्मे थे। इसी कारण बौद्ध धर्म की ज्यादातर संख्या एशिया महाद्वीप में ही देखने को मिलती है। इस धर्म के कुल अनुयाईयों की संख्या लगभग 50.6 करोड़ है जोकि विश्व की कुल जनसँख्या का 5.06% है।
यदि बौद्ध धर्म की विशेषताओं की बात करें तो यह पंचशील का पालन करता है। जिसमे यह धर्म सत्य (झूट न बोलना), अहिंसा (हिंसा न करना), अस्तेय (चोरी न करना), ब्रह्मचर्य (व्यभिचार न करना) और अपरिग्रह (मादक द्रव्यों का भोग न करना) का पालन करता है।
अफ्रीकी पारंपारिक धर्म एवं जातीय धार्मिक समूह (African traditional religion and Ethnic religions)
यदि अफ्रीकी पारम्पारिक धर्म (जातीय धार्मिक समूह) के बारे में जाने तो इस समूह में अलग-अलग जातीय या धार्मिक समुदाय को रखा गया है जोकि सीधे तौर पर अफ्रीका से सम्बन्ध रखते हैं। दुनियाभर में इस समुदाय की लगभग 40 करोड़ की आबादी है जोकि विश्व की कुल जनसँख्या का 4.2% है।
चीनी पारंपारिक धर्म या चीनी लोक धर्म (Chinese traditional religion)
चीनी पारंपारिक धर्म की बात करें तो नाम से ही पता चलता है कि यह धर्म चीन देश में मौजूद है। इस धर्म के कुल अनुयाइयों की सँख्या लगभग 39.4 करोड़ है जोकि विश्व की कुल जनसँख्या का 4.1% है।
सिख धर्म (Sikhism)
सिख धर्म के अनुयायी मुख्य तौर पर भारत देश में रहते हैं। इसके अलावा सिखों की संख्या दुनियाभर (कनाडा, ब्रिटेन और यूनाइटेड स्टेस आदि) में देखने को मिलती है। यदि सिख धर्म की कुल आबादी की बात करें तो यह लगभग 2.6 करोड़ है जोकि विश्व की कुल जनसँख्या का 0.30% है।
यदि सिख धर्म की विशेषताओं की बात करें तो यह दान करने में विश्वास, जाति प्रथा का विरोध, आत्मा की अमरता में विश्वास एवं मूर्ति पूजा का विरोध करता है।
यहूदी धर्म (Judaism)
यहूदी धर्म दुनिया का सबसे शक्तिशाली धर्म के रूप में माना जा सकता हैं क्योंकि इसकी अधिकतर आबादी इजराइल देश में है जोकि छोटा देश होने के साथ-साथ एक शक्तिशाली देश है। यहूदी धर्म की कुल आबादी लगभग 1.47 करोड़ है जोकि दुनिया की कुल जनसँख्या का 0.18% है।
जैन धर्म (Jainism)
जैन धर्म का उदय या विकास भारत में हुआ था। इसी कारण इस धर्म की अधिकतम आबादी भारत देश में ही मौजूद है। दुनिया भर में जैन धर्म को मानने वालों की जनसँख्या लगभग 42 लाख है जोकि संसार की कुल जनसँख्या का 0.05% है। जैन धर्म अहिंसा में विश्वास, धर्म में आत्मा का अस्तित्व एवं कर्म के महत्व को स्वीकारता है।
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इन्हें भी देखें –
- सूफी सिलसिले: चिश्ती, सुहरावर्दी, फिरदौसी, कादिरी, नक्शबंदी, और शत्तारी सम्प्रदायों का अध्ययन
- भक्ति आन्दोलन: उद्भव, विकास, और समाज पर प्रभाव
- निर्गुण भक्ति और सगुण भक्ति: एक दार्शनिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण
- विभिन्न दार्शनिक मत और उनके प्रवर्तक
- बौद्ध धर्म | Buddhism | गौतम बुद्ध | 563-483BC
- जैन धर्म | Jainism
- इस्लाम का महाशक्तिशाली उदय और सार्वजनिक विस्तार
- अमर सनातन हिन्दू धर्म: निर्माण की शक्ति का संचार
- ईसाई धर्म (1ई.-Present)
- भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र
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