भारत के महान मरुस्थल, जिसे थार रेगिस्तान के नाम से जाना जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भाग में एक बड़ा और रेतीली पहाड़ियों से युक्त शुष्क क्षेत्र है। यह उत्तरी भारत में राजस्थान राज्य और सिंध तथा पंजाब के बीच विभाजित है। लगभग 200,000 वर्ग किमी (77,000 वर्ग मील) के क्षेत्रफल में फैला हुआ यह भारत और पाकिस्तान के बीच एक प्राकृतिक सीमा बनाता है।
थार रेगिस्तान, या महान भारतीय रेगिस्तान को सिंधु नदी के मैदान (पश्चिम), अरावली रेंज (दक्षिण-पूर्व), पंजाब का मैदान (उत्तर पूर्व और उत्तर), और रण कच्छ (दक्षिण) में देखा जा सकता हैं। रेगिस्तानी उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र ऐसे अक्षांश पर निरंतर उच्च उप-विभाजन और दबाव का परिणाम है। दक्षिण-पश्चिम से आने वाली प्रमुख मानसूनी हवाएँ, उपमहाद्वीप में तो वर्षा लाती हैं परन्तु गर्मियों में थार (पूर्व) को छोड़ देती हैं। थार शब्द की उत्पत्ति थुल से हुई है, और थुल इस क्षेत्र की रेतीली चोटियों को दर्शाता है।
थार रेगिस्तान का सामान्य परिचय
महान भारतीय रेगिस्तान जिसे थार का रेगिस्तान भी कहते हैं, उत्तर पूर्व में अरावली पहाड़ियों के बीच स्थित है। इसका विस्तार उत्तर में पंजाब और हरियाणा, पश्चिमी तट के साथ कच्छ के रण और उत्तर पश्चिम में सिंधु नदी के जलोढ़ मैदान तक फैला हुआ है।
थार रेगिस्तान का लगभग 85% भाग भारत में है जबकि शेष 15% भाग पाकिस्तान में है। भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का लगभग 4.56% भाग थार रेगिस्तान में फैला हुआ है। थार मरुस्थल (Thar Desert) विश्व का 17वाँ सबसे बड़ा मरुस्थल है और 9वाँ सबसे बड़ा गरम उपोष्णकटिबन्धीय मरुस्थल है। भारत के थार के मरुस्थल का राजस्थान मे विस्तार 62% है।
राजस्थान के कुल क्षेत्रफल का 61.11% भाग पर मरुस्थल है। यह मरुस्थल राजस्थान के चुरू, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर में फैला हुआ है। हालांकि इसके साथ ही यह मरुस्थल गुजरात, पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में भी फैला हुआ है। पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के चोलिस्तान में थार का विस्तार है। थार के पश्चिमी भाग को मरुस्थल कहते है। यह भाग बहुत शुष्क है। जबकि इसके पूर्वी भाग में कभी-कभी हल्की वर्षा हो जाती है। इसके पूर्वी भाग में कम रेत के टीले पाए जाते हैं। अरावली पहाड़ी के पश्चिमी किनारे पर थार मरुस्थल स्थित है। यह मरुस्थल बालू के टिब्बों से ढँका हुआ एक तरंगित मैदान है।
थार रेगिस्तान में कुछ संरक्षित क्षेत्र
थार रेगिस्तान में अनेकों संरक्षित क्षेत्र स्थित हैं। जिनमे से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं:
- रेगिस्तानी प्राकृतिक पार्क: रेगिस्तानी प्राकृतिक पार्क, रेगिस्तानी क्षेत्र में लगभग 3162 किमी2 में फैला हुआ है। यह थार रेगिस्तान के सबसे बड़े पारिस्थितिक तंत्रों में से एक है। इस क्षेत्र में वनस्पतियों और जीवों के विस्तृत चयन वाले 44 गाँव शामिल हैं।
- ताल छापर अभयारण्य: ताल छापर अभ्यारण्य, रागिस्तानी क्षेत्र में लगभग 7 किमी 2 में फैला हुआ है। यह चुरू जिले में स्थित है। ताल छापर अभ्यारण्य क्षेत्र में अभयारण्य लोमड़ियों, काले हिरण, तीतर आदि की बड़ी आबादी पायी जाती है।
- सुंधा माता संरक्षण रिजर्व: सुंधा माता सरंक्षण रिजर्व 117.49 किमी2 (45.36 वर्ग मील) को कवर करता है। यह जालोर जिले में स्थित है।
महान भारतीय रेगिस्तान की वनस्पति और जीव
थार रेगिस्तान में पाए जाने वाले वनस्पतियों और जीवों का एक विस्तृत संग्रह है। इस क्षेत्र में कैक्टस, नीम, खेजड़ी, बबूल निलोटिका जैसे जड़ी-बूटी वाले पौधे पैदा होते हैं। ये सभी पौधे उच्च या निम्न तापमान और कठिन जलवायु परिस्थितियों में खुद को समायोजित कर सकते हैं। इसी प्रकार थार रेगिस्तान (मरुस्थल) में पाए जाने वाले कुछ प्रमुख जीव इस प्रकार हैं:-
- ऊँट
- काला हिरन
- चिंकारा
- भारतीय जंगली गधा
- कैरकल
- रेड फॉक्स
- पैककॉक
- भेड़िया
- सैंड ग्राउज़
- तेंदुआ
- एशियाई जंगली बिल्ली
महान भारतीय रेगिस्तान की स्थलाकृति
महान भारतीय रेगिस्तान (Great Indian Desert) की मिट्टी पूरे साल सूखी रहती है, इस कारण इस मिट्टी का हवा से कटाव का खतरा बना रहता है। रेगिस्तान से तेज़ गति वाली हवाएँ चलती हैं, जिससे इसका कुछ भाग निकटवर्ती उपजाऊ भूमि पर जमा हो जाता हैं। ये तेज़ हवाएँ रेगिस्तान के भीतर रेत के टीलों को हिलाने का कारण भी बनती हैं। थार रेगिस्तान में पानी उपलब्ध करने के लिए इंदिरा गांधी नहर तथा इसके जैसे कुछ अन्य नाहर भी बनायीं गयी हैं। ये नहरें रेगिस्तान में पानी के स्रोत के रूप में उपयोग में लायी जाती हैं। तथा रेगिस्तान को उपजाऊ क्षेत्रों में फैलने से रोकने का कार्य करती हैं।
रेगिस्तान की शुष्क और कठोर जलवायु में पेड़ों की बहुत कम स्थानीय प्रजातियाँ ही जीवित रह पाती हैं, इसलिए इस क्षेत्र की मूल निवासी वाली (स्थानीय प्रजातियों वाली) पेड़ों की प्रजातियाँ नहीं लगाई जाती हैं। इनके स्थान पर इज़राइल, ऑस्ट्रेलिया, जिम्बाब्वे, चिली और सूडान से यूकेलिप्टस, जोजोबा, बबूल, कैसिया आदि पेड़ों की प्रजातियाँ लगाई गई हैं। ये प्रजातियाँ यहाँ के कम नमी और शुष्क तथा कठोर जलवायु में भी विकास करने में सक्षम हैं। इनमें से, जोजोबा इन क्षेत्रों में रोपण के लिए सबसे अधिक आशाजनक होने के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी काफी उपयोगी साबित हुआ है।
राजस्थान का मरू समारोह
राजस्थान में मरू समारोह फरवरी महीने में पूर्णमासी के दिन पड़ने वाला एक मनोहर समारोह है। यह समारोह तीन दिन तक चलता है। इस समारोह में प्रदेश की समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन किया जाता है।
प्रसिद्ध गैर व अग्नि नर्तक इस समारोह का मुख्य आकर्षण के केंद्र होते है। पगड़ी बांधने व अन्य प्रतियोगिताएं समारोह के उत्साह को दुगना कर देती है। बालू के टीलों की यात्रा पर समापन होता है। यहाँ ऊंट की सवारी का आनंद उठाते हैं। साथ ही पूर्णमासी की चांदनी रात में टीलों की सुरम्य पृष्ठभूमि में लोक कलाकारों द्वारा का उत्कृष्ट कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाता है।
विश्व के कुछ प्रमुख प्रसिद्द मरुस्थल
- कोलेरेडो मरुस्थल USA
- आटाकामा मरुस्थल
- पेन्टागोनिया मरुस्थल
- थार मरुस्थल भारत
- सहारा मरुस्थल अफ्रीका
- गोबी मरुस्थल मंगोलिया
- कालाहारी मरुस्थल
- विक्टोरियन मरुस्थल
- हमादा मरुस्थल (चट्टान युक्त मरुस्थल)
- रेग मरूस्थल (कंकड़ पत्थर युक्त भाग)
- अर्ग मरुस्थल (बालू मिट्टी युक्त भाग)
भारत के महान मरुस्थल थार रेगिस्तान के महत्वपूर्ण तथ्य
- महान भारतीय मरूस्थल (Great Indian desert) को थार मरुस्थल कहा जाता है।
- यह दुनिया के गर्म रेगिस्तानों में से एक है।
- इस क्षेत्र में कई राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य स्थित हैं।
- थार मरुस्थल का लगभग 85 प्रतिशत भारत के भीतर स्थित है, शेष 15 प्रतिशत पाकिस्तान में है।
- रेगिस्तान का 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सा भारतीय राज्य राजस्थान में है, और यह गुजरात, पंजाब और हरियाणा और सिंध के पाकिस्तानी प्रांत तक विस्तृत है।
- थार रेगिस्तान दुनिया का 17वां सबसे बड़ा रेगिस्तान है।
- यह दुनिया का 9वां सबसे बड़ा गर्म उपोष्णकटिबंधीय रेगिस्तान है।
- पाकिस्तान के थार रेगिस्तान के हिस्से में लाल सुहानरा बायोस्फीयर रिजर्व और राष्ट्रीय उद्यान यूनेस्को द्वारा घोषित बायोस्फीयर रिजर्व है।
- थार रेगिस्तान क्षेत्र रेगिस्तान के प्रवासी और निवासी पक्षियों की 141 प्रजातियों का आश्रय स्थल है।
- छिपकलियों की लगभग 23 प्रजातियाँ और साँपों की 25 प्रजातियाँ इस क्षेत्र की स्थानीय प्रजातियाँ है।
- राजस्थान की कुल आबादी का लगभग 40% हिस्सा थार रेगिस्तान में रहता है।
- यहां के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि एवं पशुपालन है।
- थार रेगिस्तान में हर साल अनेको राजस्थानी त्यौहार आजोजित किये जाते हैं जो काफी मोहक एवम मनोरंजक होते है।
- राजस्थान के रेगिस्तानी त्यौहार बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाये जाते हैं।
इन्हें भी देखें –
- भारत के प्रायद्वीपीय पठार | The Great Indian Peninsular Plateau
- भारत के तटीय मैदान | The Costal Plains of India
- भारत का विशाल उत्तरी मैदान | The Great Northern Plains of India
- भारत के प्रमुख दर्रे | Major Passes of India
- विश्व के 7 महाद्वीप | 195 देश उनकी राजधानी एवं मुद्रा
- भारत के द्वीप समूह | Islands of India
- भारत का भौतिक विभाजन | Physical divisions of India
- उत्तर की महान पर्वत श्रृंखला | The Great Mountains of North
- भारत का भौगोलिक परिचय | Geographical Introduction of India