वर्ष 2025 में विश्व की शीर्ष 50 अर्थव्यवस्थाएँ | भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

वर्ष 2025 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में कई उल्लेखनीय परिवर्तन देखने को मिले हैं। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) सहित प्रतिष्ठित हिंदी समाचार पोर्टलों जैसे Adda247 हिंदी, News18 हिंदी और JagranJosh की नवीनतम रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज करते हुए जापान को पीछे छोड़कर चौथे स्थान पर अपनी जगह बना ली है। यह प्रगति भारत की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, डिजिटल नवाचार, सेवा क्षेत्र के विस्तार और व्यापक निवेश वातावरण का प्रमाण है।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने हाल ही में वर्ष 2025 के लिए वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की अनुमानित सूची जारी की है, जो विभिन्न देशों की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) पर आधारित है। यह सूची दर्शाती है कि कौन से देश वैश्विक आर्थिक मंच पर शीर्ष स्थान पर बने हुए हैं, कौन उभर रहे हैं, और कौन पीछे छूटते जा रहे हैं।

इस लेख में वर्ष 2025 की शीर्ष 50 अर्थव्यवस्थाओं की संपूर्ण सूची दी गयी है, जिसमें प्रत्येक देश की GDP (सकल घरेलू उत्पाद), विकास दर, प्रति व्यक्ति आय और वैश्विक GDP में उसका योगदान विस्तार से दिया गया है। अमेरिका और चीन क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर कायम हैं, जबकि जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और ब्राज़ील जैसी अर्थव्यवस्थाओं ने भी अपनी सशक्त उपस्थिति बनाए रखी है।

यदि आप वैश्विक आर्थिक रुझानों, भारत की उभरती वैश्विक स्थिति, और विभिन्न देशों की आर्थिक संरचना को समझना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा। यह जानकारी न केवल छात्रों और UPSC/SSC जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि व्यापार, नीति और निवेश से जुड़े विशेषज्ञों के लिए भी मार्गदर्शक है।

वर्ष 2025 में विश्व की शीर्ष 50 अर्थव्यवस्थाएँ

“वर्ष 2025 में विश्व की शीर्ष 50 अर्थव्यवस्थाएँ” पर आधारित यह लेख आपको दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की विस्तृत और अद्यतन सूची प्रदान करता है। प्रतिष्ठित स्रोतों जैसे Adda247, News18 हिंदी और JagranJosh की ताज़ा रिपोर्ट्स के अनुसार भारत ने वर्ष 2025 में एक ऐतिहासिक छलांग लगाते हुए जापान को पीछे छोड़ चौथा स्थान प्राप्त किया है, जो कि उसकी तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, मजबूत सेवा क्षेत्र और तकनीकी नवाचार का परिचायक है।

वहीं चीन दूसरे स्थान पर बना हुआ है जबकि अमेरिका वैश्विक सूची में पहले स्थान पर अपनी स्थिर स्थिति बरकरार रखे हुए है। इस सूची में यूरोप, एशिया, अमेरिका और अफ्रीका महाद्वीपों के कई देशों को स्थान मिला है, जिनमें जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, ब्राज़ील, रूस, कनाडा, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया जैसे देश प्रमुख हैं। प्रत्येक देश की GDP (सकल घरेलू उत्पाद), विकास दर, प्रति व्यक्ति आय और वैश्विक योगदान के आधार पर इस रैंकिंग का निर्धारण किया गया है।

यह विवरण उन सभी पाठकों के लिए उपयोगी है जो विश्व आर्थिक परिदृश्य में उभरते बदलावों, भारत की बढ़ती भूमिका और अन्य अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति को गहराई से समझना चाहते हैं। छात्रों, प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों और नीति-निर्माताओं के लिए यह जानकारी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

2025 की अनुमानित GDP (सकल घरेलू उत्पाद) के आधार पर विश्व की शीर्ष 50 अर्थव्यवस्थाओं की सूची नीचे दी गयी है –

शीर्ष 50 अर्थव्यवस्थाएँ

रैंकदेश/अर्थव्यवस्थाGDP (नॉमिनल, अरब डॉलर)वृद्धि दर (%)प्रति व्यक्ति GDP ($)महाद्वीप
1संयुक्त राज्य अमेरिका30,337.162.1589,678उत्तर अमेरिका
2चीन19,534.894.4813,873एशिया
3जर्मनी4,921.560.7957,914यूरोप
4भारत4,389.336.4635,611एशिया
5जापान4,271.921.142,937एशिया
6यूनाइटेड किंगडम (U K)3,730.261.4854,280यूरोप
7फ्रांस3,283.431.0649,527यूरोप
8इटली2,459.600.7641,714यूरोप
9कनाडा2,330.312.3955,890उत्तर अमेरिका
10ब्राज़ील2,307.162.1610,816दक्षिण अमेरिका
11रूस2,195.711.3515,077यूरोप
12दक्षिण कोरिया1,947.132.1737,675एशिया
13ऑस्ट्रेलिया1,881.142.1267,979ओशिनिया
14स्पेन1,827.582.1337,362यूरोप
15मेक्सिको1,817.821.3513,630उत्तर अमेरिका
16इंडोनेशिया1,492.625.075,248एशिया
17तुर्किये1,455.412.7016,877यूरोप
18नीदरलैंड्स1,272.961.6370,606यूरोप
19सऊदी अरब1,136.584.5733,287एशिया
20स्विट्ज़रलैंड999.601.34111,716यूरोप
21पोलैंड915.453.5025,041यूरोप
22ताइवान (चीन का प्रांत)814.442.6734,924एशिया
23बेल्जियम689.361.1758,248यूरोप
24स्वीडन638.782.3759,508यूरोप
25आयरलैंड587.232.25107,243यूरोप
26अर्जेंटीना574.205.0012,054दक्षिण अमेरिका
27संयुक्त अरब अमीरात568.575.0551,294एशिया
28सिंगापुर561.732.5093,956एशिया
29ऑस्ट्रिया559.221.0661,080यूरोप
30इज़राइल550.912.6754,370एशिया
31थाईलैंड545.343.007,754एशिया
32फिलीपींस507.676.114,439एशिया
33नॉर्वे506.471.8390,320यूरोप
34वियतनाम506.436.064,986एशिया
35मलेशिया488.254.3914,423एशिया
36बांग्लादेश481.864.502,773एशिया
37ईरान463.753.065,300एशिया
38डेनमार्क431.231.6571,967यूरोप
39हांगकांग (विशेष क्षेत्र)422.062.9855,608एशिया
40कोलंबिया419.332.487,895दक्षिण अमेरिका
41दक्षिण अफ्रीका418.051.496,517अफ्रीका
42रोमानिया406.203.3021,570यूरोप
43पाकिस्तान398.003.201,655एशिया
44चिली362.242.3817,927दक्षिण अमेरिका
45चेक गणराज्य360.232.2833,038यूरोप
46मिस्र345.874.083,160अफ्रीका
47फिनलैंड319.992.0357,183यूरोप
48पुर्तगाल319.932.3530,947यूरोप
49कज़ाख़स्तान306.634.6315,112एशिया
50पेरू294.902.628,570दक्षिण अमेरिका

विस्तृत जानकारी और IMF की रिपोर्ट के लिए, आप IMF की आधिकारिक वेबसाइट पर वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक, अप्रैल 2025 देख सकते हैं।

दुनिया की शीर्ष 50 अर्थव्यवस्थाओं की यह सूची न केवल आर्थिक प्रतिस्पर्धा को दर्शाती है, बल्कि यह भी उजागर करती है कि किस प्रकार आर्थिक स्थिरता, विकास दर और रणनीतिक निवेश किसी राष्ट्र को वैश्विक मंच पर अग्रणी बना सकते हैं। भारत का यह आर्थिक उत्कर्ष न केवल देशवासियों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह निवेशकों, नीति-निर्माताओं और वैश्विक साझेदारों के लिए एक सकारात्मक संकेत भी है।

यह रैंकिंग यह भी दर्शाती है कि किस प्रकार सेवा क्षेत्र, विनिर्माण, स्टार्टअप संस्कृति और डिजिटल परिवर्तन किसी राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुँचा सकते हैं। साथ ही, यह रिपोर्ट इस बात का संकेत भी देती है कि आने वाले वर्षों में विश्व की आर्थिक शक्ति का केंद्र एशिया की ओर शिफ्ट हो सकता है।

भारत की वैश्विक जीडीपी रैंकिंग 2025

वर्ष 2025 की शुरुआत वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए कई दृष्टियों से ऐतिहासिक रही है। विभिन्न रिपोर्टों और विश्लेषणों विशेषतः Jagran Josh, Adda247, और News18 Hindi के अनुसार भारत अब विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है। यह स्थान अब तक जापान के पास था, लेकिन भारत की तेज़ आर्थिक विकास दर और बढ़ती उत्पादकता ने इसे जापान के समकक्ष ला खड़ा किया है।

घरेलू और वैश्विक विश्लेषकों की माने तो 2025 में भारत की अर्थव्यवस्था ने जापान को पीछे छोड़ दिया है या उसकी बराबरी कर ली है। भारत की अनुमानित वास्तविक जीडीपी वर्ष 2024-25 में ₹187.95 लाख करोड़ तक पहुँच गई है, जो पिछले वर्ष ₹176.51 लाख करोड़ थी।

भारत की जीडीपी वृद्धि दर | तेज़ी से बढ़ती शक्ति

आईएमएफ के अनुसार, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 2024-25 और 2025-26 के लिए अनुमानित 6.2% है। यह दर प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ है। इसके पीछे का कारण भारत के विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों का योगदान है—जैसे पारंपरिक और आधुनिक कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी सेवाएँ, विनिर्माण, हस्तशिल्प उद्योग और आउटसोर्सिंग।

भारत की प्रति व्यक्ति आय 2025

जहाँ एक ओर भारत कुल जीडीपी के मामले में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, वहीं प्रति व्यक्ति आय के मामले में अभी भी सुधार की ज़रूरत है। 2025 में भारत की अनुमानित प्रति व्यक्ति आय $2,880 (लगभग ₹2.4 लाख) है, जो दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में कम है। फिर भी, यह वृद्धि का संकेत देती है, क्योंकि 2015 में यह आय केवल ₹86,647 थी। पिछले एक दशक में इसमें लगभग 188% की वृद्धि हुई है।

पिछले 10 वर्षों की भारत की जीडीपी वृद्धि दर

वर्षजीडीपी वृद्धि दर (%)वार्षिक परिवर्तन
20136.39%0.93%
20147.41%1.02%
20158.00%0.59%
20168.26%0.26%
20176.80%-1.46%
20186.45%-0.34%
20193.74%-2.72%
2020-6.60%-10.33%
20218.68%15.28%
20227.00%-1.68%
20238.20%1.20%
20248.20%0.00%

यह तालिका स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि भारत कोविड-19 महामारी से उत्पन्न आर्थिक मंदी से तेज़ी से उबर चुका है और अब निरंतर विकास के मार्ग पर है।

जीडीपी की गणना का सूत्र

Y = C + I + G + (X – M)

जहाँ:

  • C = उपभोग व्यय (घर, सेवाएँ, टिकाऊ वस्तुएँ आदि),
  • I = निवेश (उद्योग, निर्माण, मशीनरी आदि),
  • G = सरकारी व्यय (वेतन, सैन्य सेवाएँ, बुनियादी ढाँचा),
  • X-M = निर्यात और आयात का अंतर (शुद्ध निर्यात),
  • और Y = सकल घरेलू उत्पाद (GDP)।

वर्ष 2025 में भारत का चौथे स्थान पर पहुँचना न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह वैश्विक मंच पर देश की बढ़ती भूमिका का संकेत भी है। IMF सहित कई संस्थाओं के अनुमानों में भारत की आर्थिक गति लगातार तेज़ बनी हुई है। आने वाले वर्षों में, यदि निवेश, शिक्षा, नवाचार और बुनियादी ढाँचे पर ध्यान दिया जाए, तो भारत न केवल दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा, बल्कि यह अमेरिका और चीन जैसी महाशक्तियों के करीब भी पहुँच सकता है।

वर्ष 2025 की वैश्विक आर्थिक रैंकिंग एक नई विश्व व्यवस्था की ओर इशारा करती है, जहाँ भारत जैसे विकासशील राष्ट्र अब विकसित देशों को चुनौती देने लगे हैं। अमेरिका अब भी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है, लेकिन चीन, जर्मनी और भारत जैसे देश लगातार अपने प्रभाव का विस्तार कर रहे हैं। खासतौर पर भारत की चौथे स्थान पर पहुंचना न केवल उसकी मजबूत आर्थिक नीति, जनसंख्या की उत्पादकता और तकनीकी नवाचार का परिणाम है, बल्कि यह वैश्विक मंच पर उसकी स्थायी उपस्थिति की पुष्टि भी करता है।

Economics – KnowledgeSthali
Current Affairs – KnowledgeSthali


इन्हें भी देखें-

Leave a Comment

Contents
सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.