हिन्दी की प्रमुख गद्य रचनाएँ एवं उनके रचनाकार | गद्य लेखक और गद्य

यह लेख “हिन्दी की प्रमुख गद्य रचनाएँ एवं उनके रचनाकार” पर आधारित एक विस्तृत, सुव्यवस्थित और शोधपरक संकलन प्रस्तुत करता है। इसमें हिन्दी साहित्य के उन महत्वपूर्ण लेखकों और उनकी प्रमुख गद्य रचनाओं का व्यवस्थित परिचय दिया गया है जिन्होंने भाषा, संस्कृति, समाज और विचारधारा को समृद्ध किया। तालिका में प्रत्येक लेखक के सामने उसकी समस्त गद्य रचनाएँ सम्मिलित की गई हैं, जिससे पाठकों को एक ही स्थान पर सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके।

यह सूची धार्मिक ग्रंथों से लेकर समाज सुधार, आत्मकथा, ऐतिहासिक, दार्शनिक, मनोवैज्ञानिक और राजनीतिक विषयों तक फैले गद्य साहित्य का प्रतिनिधित्व करती है। प्रेमचन्द, हजारी प्रसाद द्विवेदी, जयशंकर प्रसाद, अज्ञेय, राहुल सांकृत्यायन जैसे साहित्यकारों की प्रमुख कृतियाँ भी इसमें शामिल हैं। यह लेख विशेष रूप से विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों तथा हिन्दी साहित्य में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए उपयोगी है।

यह संकलन हिन्दी साहित्य की परंपरा, विकास यात्रा और विचारों की विविधता को समझने में मदद करता है तथा आगे अध्ययन और शोध के लिए एक विश्वसनीय आधार प्रदान करता है। हिन्दी गद्य की इस समृद्ध विरासत को जानने और समझने के लिए यह लेख एक आदर्श स्रोत है।

हिन्दी की प्रमुख गद्य रचनाएँ एवं उनके रचनाकार | गद्य लेखक

हिन्दी साहित्य में गद्य रचनाएँ समाज, संस्कृति, इतिहास, दर्शन, नीति, नाटक, उपन्यास, आत्मकथा, यात्रा-वृत्तांत आदि विविध विधाओं में लिखी गई हैं। ये रचनाएँ केवल साहित्यिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि भाषा के विकास, विचारधारा, सामाजिक चेतना और राष्ट्रीय जागरण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं। प्रस्तुत सूची में रचनाकारों के आधार पर उनकी प्रमुख गद्य रचनाओं को समेकित कर दिया गया है, जिससे विभिन्न परीक्षाओं तथा अध्ययन के लिए यह एक उपयोगी साधन बन सके।

क्रमांकरचनाकार का नामप्रमुख गद्य रचनाएँ
1गोसांई विट्ठलनाथश्रृंगार रस मण्डन
2गोसांई गोकुलनाथचौरासी वैष्णवन की वार्ता, दो सौ बावन वैष्णवन की वार्ता
3नाभादासअष्टयाम
4गंग कविचन्द छन्द बरनन की महिमा
5जटमलगोरा बादल की कथा
6रामप्रसाद निरंजनीभाषा योग वाशिष्ठ
7लल्लूलालप्रेम सागर
8मुंशी सदासुखलालसुख सागर
9सदल मिश्रनासिकेतोपाख्यान
10मुंशी इंशा अल्ला खांरानी केतकी की कहानी
11शिवप्रसाद सितारेहिन्दराजा भोज का सपना
12राजा लक्ष्मण सिंहशकुन्तला
13स्वामी दयानन्दसत्यार्थ प्रकाश
14रामधारी सिंह ‘दिनकर’अर्द्धनारीश्वर
15आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदीअशोक के फूल, आलोक पर्व, अनामदास का पोथा, कल्पलता, कुटज, कालिदास की लालित्य योजना, नाथ सम्प्रदाय, पुनर्नवा, विचार और वितर्क, विचार प्रवाह, बाणभट्ट की आत्मकथा, साहित्य का सहचर, साहित्य का मर्म, हिन्दी साहित्य की भूमिका, हिन्दी साहित्य का आदिकाल, चारुचन्द्र लेख आदि
16भारतेन्दु हरिश्चन्द्रअन्धेर नगरी, दिल्ली दरबार दर्पण, धनंजय विजय, नीलदेवी, पाखण्ड विखण्डन, भारत जननी, भारत दुर्दशा, रत्नावली, श्री चन्द्रावली नाटिका, विषस्य विषमौषधम्, वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति, सत्य हरिश्चन्द्र, सती प्रताप आदि
17मोहन राकेशअन्धेरे बन्द कमरे, आधे-अधूरे, आषाढ़ का एक दिन, नीली रोशनी की बांहें
18महादेवी वर्माअतीत के चलचित्र, पथ के साथी, मेरा परिवार, स्मृति की रेखायें, श्रृंखला की कड़ियां
19जयशंकर प्रसादअजातशत्रु, चन्द्रगुप्त, जनमेजय का नागयज्ञ, ध्रुवस्वामिनी, स्कन्दगुप्त
20पाण्डेय बेचन शर्मा ‘उग्र’अपनी खबर, दिल्ली का दलाल
21विष्णु प्रभाकरआवारा मसीहा
22डॉ नगेन्द्रआस्था के चरण, विचार विवेचन, रीति काव्य की भूमिका, साकेत एक अध्ययन, हिन्दी साहित्य का वृहद् इतिहास, सुमित्रानन्दन पन्त, विचार और अनुभूति, देव और उनकी कविता
23सरदार पूर्णसिंहआचरण की सभ्यता
24राय कृष्ण दासआँखों की थाह, ब्रज रज, भारत की चित्रकला, भावुक, साधना
25आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदीहिन्दी भाषा की उत्पत्ति, अतीत स्मृति, कालिदास की निरंकुशता, नैषधचरित चर्चा, रसज्ञ रंजन, विचार-विमर्श
26सम्पूर्णानन्दअधूरी क्रान्ति, आर्यों का आदि देश, ब्राह्मण सावधान, भारत के देशी राज्य, समाजवाद, स्फुट विचार, पुरुष सूक्त, चिद्विलास
27अज्ञेयएक बूंद सहसा उछली, त्रिशंकु, नदी के द्वीप, शेखर एक जीवनी, सब रंग और कुछ राग, हिन्दी साहित्य एक आधुनिक परिदृश्य, सन्नाटा
28अमृतरायकलम का सिपाही
29हरिवंशराय बच्चनक्या भूलें क्या याद करू, नीड़ का निर्माण फिर
30प्रेमचन्दकर्मभूमि, गोदान, गबन, निर्मला, प्रेम प्रसून, प्रेम द्वाद्वशी, शतरंज के खिलाड़ी, सेवा सदन
31प्रतापनारायण मिश्रकलि कौतुक, हठी हमीर
32रामवृक्ष बेनीपुरीगेहूँ और गुलाब, चिता के फूल, जंजीरें और दीवारें, माटी की मूरतें, वंदे वाणी विनायकौ
33बाबू श्यामसुन्दर दासगोस्वामी तुलसीदास, गद्य कुसुमावली, भाषा रहस्य, भाषा विज्ञान, रूपक रहस्य, हिन्दी कोविदमाला, हिन्दी भाषा का विकास, हिन्दी साहित्य–निर्माता, हिन्दी शब्द सागर, साहित्यलोचन
34राहुल सांकृत्यायनघुमक्कड़ शास्त्र, जय यौधेय, मेरी लद्दाख यात्रा, मेरी तिब्बत यात्रा, मेरी जीवन यात्रा, रूस में पच्चीस मास, वोल्गा से गंगा
35आचार्य रामचन्द्र शुक्लचिन्तामणि, तुलसीदास, रस मीमांसा, सूरदास, हिन्दी साहित्य का इतिहास
36जैनेन्द्र कुमारत्यागपत्र, नीलम देश की राजकन्या, परख, वातायन, विवर्त, व्यतीत, साहित्य का श्रेय और प्रेय, सुनीता
37बाबू गुलाबरायनवरस, मेरी असफलताएँ, हिन्दी नाट्य विमर्श, हिन्दी काव्य विमर्श
38डॉ वासुदेवशरण अग्रवालपृथ्वीपुत्र, माता भूमि
39काका कालेलकरहिमालय प्रवास
40श्रीराम शर्मासेवाग्राम की डायरी
41यशपालसिंहावलोकन
42प्रो जी सुन्दर रेड्डीसाहित्य और समाज, हिन्दी और तेलुगू एक तुलनात्मक अध्ययन
43धर्मवीर भारतीसूरज का सातवां घोड़ा, गुनाहों का देवता, नदी प्यासी थी, नीली झील
44विनोबा भावेभूदान यज्ञ
45देवकीनन्दन खत्रीचन्द्रकान्ता, चन्द्रकान्ता सन्तति, अनूठी बेगम, काजर की कोठरी, नरेंद्र- मोहिनी, कुसुम कुमारी, वीरेंद्र वीर, गुप्त गोदना, कटोरा भर, भूतनाथ
46लक्ष्मीनारायण मिश्रसिन्दूर की होली, संन्यासी, राक्षस का मन्दिर, मुक्ति का रहस्य, राजयोग
47लक्ष्मीसागर वाष्र्णेयहिन्दी साहित्य-नये सन्दर्भ
48विनय मोहन शर्माहिन्दी गीत गोविन्द
49भगवतीचरण वर्माचित्रलेखा, भूले बिसरे चित्र
50डॉ विद्यानिवास मिश्रचितवन की छाँह, मेरी जीवन यात्रा, मेरे राम का मुकुट भीग रहा है, मैंने सिल पहुंचाई, हिन्दी की शब्द सम्पदा, रीति विज्ञान, तुम चन्दन हम पानी
51डॉ रामकुमार वर्मादीपदान
52डॉ रामविलास शर्मानिराला की साहित्य साधना
53इलाचन्द्र जोशीमुक्तिपथ
54वियोगी हरिमेरा जीवन प्रवाह
55कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’बाजे पायलिया के मुँघरू, माटी हो गई सोना
56भगवतशरण उपाध्यायसागर की लहरों पर
57डॉ भोलानाथ तिवारीहिन्दी भाषा
58पदुमलाल पुन्नालाल बख्शीहिन्दी साहित्य विमर्श

हिन्दी साहित्य का गद्य पक्ष अत्यन्त समृद्ध और बहुआयामी है। यहाँ प्रस्तुत “हिन्दी की प्रमुख गद्य रचनाएँ एवं उनके रचनाकार” की सूची न केवल साहित्य के इतिहास को समझने में सहायक है, बल्कि यह उन रचनाकारों और उनकी कृतियों का एक व्यवस्थित परिचय भी देती है जिन्होंने हिन्दी भाषा को समृद्ध किया।

इन रचनाओं में भक्ति, समाज सुधार, राष्ट्रीय चेतना, मानव मन की जिज्ञासा, मनोवैज्ञानिक गहराइयाँ, राजनीतिक दृष्टिकोण और साहित्यिक सौंदर्य—सभी आयाम समाहित हैं। गोसाई विट्ठलनाथ से लेकर अज्ञेय, प्रेमचन्द, हजारी प्रसाद द्विवेदी, जयशंकर प्रसाद, राहुल सांकृत्यायन, रामविलास शर्मा जैसे महत्त्वपूर्ण साहित्यकारों ने हिन्दी गद्य को नई दिशा दी।

यह संकलन परीक्षार्थियों, शोधकर्ताओं और साहित्य प्रेमियों के लिए उपयोगी संदर्भ सामग्री है। इससे हिन्दी साहित्य की व्यापकता, वैचारिक गहराई और ऐतिहासिक यात्रा का समग्र दृष्टिकोण प्राप्त होता है। समर्पित अध्ययन से इन रचनाओं का महत्व और स्पष्ट होगा तथा यह सूची आगे के शोध, अध्ययन और साहित्यिक विश्लेषण के लिए आधारभूमि का कार्य करेगी।

अंततः, हिन्दी गद्य की यह परंपरा न केवल भाषा का विकास है, बल्कि समाज, संस्कृति और मानवीय संवेदनाओं का भी दर्पण है। इसे समझना हिन्दी साहित्य की समृद्ध विरासत को आत्मसात करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


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