भारत के राष्ट्रपति की सूची- देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में 25 जुलाई को द्रोपति मुर्मू ने शपथ ली थी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यकाल पूरा होने पर द्रोपदी मुर्मू देश की नई राष्ट्रपति बनी है। भारत की राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति के साथ साथ पहली ट्राइबल राष्ट्रपति है इन्होने एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव लड़ा था।
आज़ादी के बाद से भारतीय राज्य के विधिवत प्रमुख के रूप में आज तक, हमारे पास 15 राष्ट्रपति हुए हैं। हमें इस बात को अच्छी तरह से ध्यान में रखना चाहिए कि यूनाइटेड किंगडम के विपरीत, भारत के राष्ट्रपति का पद वंशानुगत नहीं है। 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाने के बाद डॉ. राजेंद्र प्रसाद को सर्वप्रथम भारत के राष्ट्रपति (पहले भारत के राष्ट्रपति) के रूप में चुना गया था। द्रोपति मुर्मू 25 जुलाई, 2022 को भारत की राष्ट्रपति बनी। द्रोपती मुर्मू भारत के पंद्रहवी राष्ट्रपति बनी।
भारत एक लोकतांत्रिक देश है जिस वजह से भारत के राष्ट्रपति का पद भी लोकतांत्रिक पद है और हर 5 साल पर राष्ट्रपति चुनाव प्रधानमंत्री चुनाव की तरह करवाया जाता है लेकिन भारत के राष्ट्रपति का निर्वाचन अप्रत्यक्ष रूप से होता है अर्थात राष्ट्रपति चुनाव में आम जनता के बदले मेंबर ऑफ पार्लियामेंट (सांसद) वोट देते हैं। आजादी के बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के बाद डॉ राजेंद्र प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति बने थे और उन्होंने भारत के राष्ट्रपति का पद 13 मई 1962 ई. तक संभाला था।
भारत के राष्ट्रपति की क्रमवार संक्षिप्त सूची
नाम | कार्यकाल (कब से ) | कार्यकाल (कब तक ) |
डॉ राजेन्द्र प्रसाद | 26 जनवरी 1950 | 13 मई 1962 |
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन | 13 मई 1962 | 13 मई 1967 |
डॉ ज़ाकिर हुसैन | 13 मई 1967 | 3 मई 1969 |
वराहगिरि वेंकट गिरि | 3 मई 1969 | 20 जुलाई 1969 |
मोहम्मद हिदायतुल्लाह | 20 जुलाई 1969 | 24 अगस्त 1969 |
वराहगिरि वेंकट गिरि | 24 अगस्त 1969 | 24 अगस्त 1974 |
फखरुद्दीन अली अहमद | 24 अगस्त 1974 | 11 फरवरी 1977 |
दासप्पा दानप्पा जट्टी | 11 फरवरी 1977 | 25 जुलाई 1977 |
नीलम संजीव रेड्डी | 25 जुलाई 1977 | 25 जुलाई 1982 |
ज्ञानी जैल सिंह | 25 जुलाई 1982 | 25 जुलाई 1987 |
रामास्वामी वेंकटरमण | 25 जुलाई 1987 | 25 जुलाई 1992 |
शंकर दयाल शर्मा | 25 जुलाई 1992 | 25 जुलाई 1997 |
कोचेरिल रामन नारायणन | 25 जुलाई 1997 | 25 जुलाई 2002 |
डॉ एपीजे अब्दुल कलम | 25 जुलाई 2002 | 25 जुलाई 2007 |
प्रतिभा पाटिल | 25 जुलाई 2007 | 25 जुलाई 2012 |
प्रणव मुखर्जी | 25 जुलाई 2012 | 25 जुलाई 2017 |
श्री राम नाथ कोविंद | 25 जुलाई 2017 से | 24 जुलाई 2022 |
द्रौपदी मुर्मू | 25 जुलाई 2022 से | अभी तक |
भारत के राष्ट्रपति का विस्तृत विवरण
भारत के राष्ट्रपति का कार्यकाल, उनके जीवन परिचय तथा उनके व्यक्तित्व के बारे में आगे दिया गया है। इसमे उनके द्वारा किये गए संघर्ष एवं बलिदान का भी विवरण है।
डॉ राजेन्द्र प्रसाद (Doctor Rajendra Prsad)
भारत के प्रथम राष्ट्रपति के रूप डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने अपना पहला राष्ट्रपति का पद प्राप्त किया था। वह उस समय भारत के पहले और एकमात्र राष्ट्रपति थे। राजेन्द्र प्रसाद जी ने भारत के राष्ट्रपति के रूप में दो कार्यकालों तक कार्य किया है। इसके साथ ही वह संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करते थे। इसके अलावा वह अपने राष्ट्रपति के कार्यकाल में भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन के प्रमुख नेता भी चुने गये थे। इसके बाद उन्हें 1962 ई. में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Sarvapalli Radha Krishnan)
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत में द्वितीय राष्ट्रपति के रूप में कार्यरत थे। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर 1888 ई. को हुआ था। इनके जन्म के बाद से ही 5 सितम्बर के दिन को एक शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके बाद सन1954 ई. में सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
डॉ जाकिर हुसैन ( Doctor Jakir Husain )
डॉ जाकिर हुसैन एक मुस्लिम थे, जो भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति के रूप में चुने गए थे। इसके बाद यह अपने राष्ट्रपति के कार्यकाल में ही मृत्यु को प्राप्त हो गये थे। फिर तत्कालीन उपराष्ट्रपती वी.वी गीरि कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में चुने गए थे। इसके बाद भारत के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद हिदायतुल्लाह को 20 जुलाई 1969 से 24 अगस्त 1969 तक चुना गया था एवं वी.वी गीरि को कार्यवाहक राष्ट्रपति के पद से स्थगित करके पुनः उप राष्ट्रपति के पद पर रखा गया था स्थगित रखा गया था।
मोहम्मद हिदायतुल्लाह भारत के प्रसिद्ध तबला वादक के रूप में जाने जाते थे, लेकिन जाकिर हुसैन की मृत्यु के बाद इन्हें भारत के राष्ट्रपति के लिए नियुक्त कर लिया गया था। इसके बाद भारत सरकार द्वारा 2002 में मोहम्मद हिदायतुल्लाह को कला के क्षेत्र में पद्म भूषण के साथ सम्मान प्रदान किया गया था।
वराहगिरि वेंकट गिरि ( V V Giri )
वराहगिरि वेंकट गिरी भारत में चौथे राष्ट्रपति के रूप में चुने गये थे। वी वी गिरि का पूरा नाम वराहगिरी वेंकटगिरी है। इनके कार्यकाल में दूसरे चक्र की मतगणना भी की गई थी, क्योंकि यह पहले भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर कार्य करते थे। फिर इनको भारत के राष्ट्रपति के लिए चुना गया था। इसके बाद 1975 में उनको भारत रत्न दिया गया था।
फखरुद्दीन अली अहमद (Phakharuddeen Alee Ahamad )
फखरुद्दीन अली अहमद भारत के पांचवे राष्ट्रपति के रूप में चुने गये थे। इन्होने भारत के राष्ट्रपति पर नियुक्त होकर देश के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा किया था।
नीलम संजीव रेड्डी (Neelam Sanjeev Reddy )
नीलम संजीव रेड्डी भारत के छठे राष्ट्रपति के रूप में चुने गये थे। इसके साथ ही वह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर भी कार्यत रहें है। इन्हें पहली बार अपने राष्ट्रपति के कार्यकाल में विफलता प्राप्त हुई। इसके बाद इन्हें दूसरी बार उम्मीदवार बनाए जाने के बाद भारत के राष्ट्रपति के पद के लिए चुना गया था।
ज्ञानी जैल सिंह (Gyanee Jail Singh )
ज्ञानी जैल सिंह भारत के सातवें राष्ट्रपति के रूप में कार्यत थे। इससे पहले वह पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ-साथ केंद्र में मंत्री का पद भी प्राप्त किये थे। इसके अलावा ज्ञानी जैल सिंह जी ने भारतीय डाक घर से संबंधी विधेयक पर पॉकेट वीटो को भी इस्तेमाल में लाये थे। ज्ञानी जैल सिंह जी के भारत के राष्ट्रपति बनने के बाद इनके कार्यकाल में ऑपरेशन ब्लू स्टार, इंदिरा गाँधी की हत्या और 1984 ई. में सिख विरोधी दंगा आदि घटनाएं घटित हुई थी।
आर. वेंकटरमण (R. Venkataraman )
आर. वेंकटरमण भारत के आठवें राष्ट्रपति बनाये गये थे। यह 1984 से 1987 तक भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य करते थे। इसके अलावा वह एक भारतीय वकील, स्वतंत्रता संग्रामी और महान राजनेता के रूप में भी कार्य करते थे। उन्होंने अपने राष्ट्रपति के कार्यकाल में सर्वाधिक प्रधानमंत्री को उनकी पद की शपथ दिलाने के कार्य को संपन्न किया था।
डॉ शंकर दयाल शर्मा (Doctor Shanakr Dayal Sharma )
डॉ शंकर दयाल शर्मा भारत के नवें राष्ट्रपति के रूप में चुने गये थे। इस पद को प्राप्त करने से पहले वह भारत के आठवें उप राष्ट्रपति के रूप में कार्यत थे। वह 1952 से 56 तक वे भोपाल के मुख्य मंत्री के पद पर कार्य कर चुके थे। इसके बाद 1956 से 67 तक कैबिनेट मिनिस्टर इंटरनेशनल बार एसोसिएशन ने उन्हें लीगल प्रोफेशन में बहु-उपलब्धियों के कारण ‘लिविंग लीजेंड ऑफ़ लॉ अवार्ड ऑफ़ रिकग्निशन’ से सम्मानित भी किया था।
के. आर. नारायणन ( K.R. Narayan )
के. आर. नारायणन एक मलयाली व्यक्ति थे, जो भारत के प्रथम दलित राष्ट्रपति के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने देश का प्रथम सर्वोच्च पद प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की थी।
डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम (Doctor A.P.J. Abdul Klam )
डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में चुने गये थे। यह भारत के मिसाईल मैन नाम से भी अत्याधिक प्रसिद्ध थे। डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम राष्ट्रपति के पद को प्राप्त करने से पहले एक वैज्ञानिक थे। उन्होंने वैज्ञानिक के रूप में रोहिणी-1 उपग्रह, अग्नि और पृथ्वी मिसाइलो का सफल प्रक्षेपण किया था। इसके अलावा 1974 एवं 1998 में भारत के परमाणु परीक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इससे पहले उन्हें 1997 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
प्रतिभा सिंह पाटिल (Prtibha Patil )
श्रीमती प्रतिभा सिंह पाटिल एक राष्ट्रपति का पद प्राप्त करने से पहले राजस्थान की राज्यपाल के रूप में कार्य कर चुकी थी। इसके अलावा वह 1962 से 1985 तक पांच बार महाराष्ट्र की विधानसभा की सदस्य के रूप में चुनी गयी थी। इसके बाद 1991 में वह लोकसभा के लिए अमरावती से चुनाव जीती थी।
प्रणब मुखर्जी (Prnab Mukhrjee )
प्रणब मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति के रूप में चुने गये थे। इससे पहले वह केंद्र सरकार में वित्त मंत्री के पद पर कार्य करते थे। प्रणब मुखर्जी को 1997 में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार प्रदान किया गया था । इसके बाद 2008 में उन्हें भारत का दूसरा सबसे बड़ा असैनिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
राम नाथ कोविंद (Ram Nath Kovind)
राम नाथ कोविंद भारत के 14वें व वर्तमान समय में राष्ट्रपति के पद पर कार्य कर रहें है। इनका जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को उत्तर प्रदेश, भारत में ही हुआ था। इससे पहले वह एक वकील और राजनेता थे। राम नाथ कोविंद 25 जुलाई, 2017 को राष्ट्रपति पद के लिए चुने गये है। यह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में कार्य करना पसंद करते है।
द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu)
द्रौपदी मुर्मू जन्म- 20 जून, 1958, मयूरभंज, ओडिशा) भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनी हैं। वह 25 जुलाई, 2022 को राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण कीं। वे इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं।
भारत के राष्ट्रपति बनने के लिए आवश्यक शर्तें
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 58 बताता है कि राष्ट्रपति के पद के चुनाव के लिए कोई उम्मीदवार तभी पात्र हो सकता है जब वह निम्नलिखित शर्तों को पूरा करता हो। राष्ट्रपति के चुनाव के लिए पात्र होने की, कुछ प्रमुख शर्तें निम्नलिखित हैं –
- राष्ट्रपति को भारत का नागरिक होना चाहिए।
- राष्ट्रपति की आयु 35 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- राष्ट्रपति को लोकसभा के सदस्य के रूप में चुनाव के लिए योग्य होना चाहिए।
- भारत के राष्ट्रपति के पास राज्य सरकार, संघ और अन्य स्थानीय प्राधिकरणों के अधीन लाभ का कोई पद नहीं होना चाहिए।
राष्ट्रपति का चुनाव और निर्वाचक मंडल
राष्ट्रपति सरकार की संसदीय प्रणाली का संवैधानिक प्रमुख होता है। वह नाममात्र का मुखिया होता है जबकि वास्तविक शक्ति मंत्रिपरिषद के पास होती है जिसके शीर्ष पर प्रधान मंत्री होते हैं।
राष्ट्रपति का चुनाव निम्नलिखित निर्वाचक मंडल के द्वारा किया जाता है –
- संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य।
- राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य।
- दिल्ली और पुडुचेरी की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य। (70वें संशोधन अधिनियम, 1992 द्वारा जोड़ा गया)
भारत में राष्ट्रपति से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- भारत में एक राष्ट्रपति पांच साल के लिए चुना जाता है, लेकिन वह कितनी भी बार सेवा कर सकता है और फिर से चुनाव के लिए पात्र हो सकता है।
- राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में मृत्यु, इस्तीफे, महाभियोग या अन्य स्थितियों के कारण उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर सकता है।
- यदि उपराष्ट्रपति का पद भी रिक्त होता है तो भारत के मुख्य न्यायाधीश भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर सकते हैं।
- संविधान के उल्लंघन की स्थिति में राष्ट्रपति पर महाभियोग चला कर पद से हटाया जा सकता है. यह महाभियोग संसद के किसी भी सदन में पेश किया जा सकता है।
- इसे सदन के 1/10 भाग की स्वीकृति या सहमति की आवश्यकता होती है और इसे तभी स्थानांतरित किया जा सकता है जब सदन का अध्यक्ष इससे सहमत हो।
राष्ट्रपति की सैलरी
राष्ट्रपति को प्रतिमाह 5 लाख रूपये तक सैलरी प्राप्त हो जाती है। इस सलैरी पर राष्ट्रपति को किसी भी प्रकार का कोई भी टैक्स नहीं भरना होता है। इसके साथ ही एक राष्ट्रपति का पद प्राप्त करने वाले व्यक्ति को कई भत्तों के अलावा दिल्ली में स्थित राष्ट्रपति भवन में रहने की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
Polity – KnowledgeSthali