भारत के प्रमुख बाँध | Dam in India

भारत में कई प्रमुख बांध हैं जो अनेक उद्देश्यों के लिए निर्मित किए गए हैं। भारत के प्रमुख बाँध में से कुछ नेमादा, हीराकुंड, सरदार सरोवर, नगर्जुन सागर, भाखरा, टेहरी, इंद्रावती, रिहंद, भगीरथी, और मुक्कुर हैं। ये बांध जल संचयन, इरिगेशन, और ऊर्जा उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन बांधों ने भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

बाँध एक अवरोध होता है जो जल को बहने से रोकने का कार्य करता है और एक जलाशय बनाने में मदद करता है। इससे बाढ़ आने से तो रुकती ही है, इसके साथ ही जमा किये गए जल को सिंचाई, विद्युत् उत्पादन, पेय जल की आपूर्ति आदि कार्यों के लिए भी उपयोग में लिया जाता है।

बांध एक महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग संरचना होती है जिसको जल संचयन के उद्देश्य से बनाया जाता है। अर्थात बांध एक आयोजित तरीके से निर्मित दीवार होती है जो एक नदी, नाला, या किसी अन्य जलाधार को बाधित करके जल को जमा करती है।

जलाशय या बांध का निर्माण आमतौर पर उच्च और मजबूत दीवारों से किया जाता है, जिनको नदियों, नहरों पर बनाया जाता है। ये बांध इन नदियों और नहरों के पानी को रोकते हैं और एक साइड से उच्चतम स्तर पर रखकर दूसरी साइड से निचले स्तर पर जमा करते हैं। इस प्रकार, एक बांध द्वारा जल को जमा करके जल संचयन करता है। और इसका उपयोग विभिन्न कार्यों में किया जाता है।

बाँध किसे कहते है?

  • बांध एक बाधा है जो जल के प्रवाह को रोकता है एवं जलाशय का निर्माण करता है।
  • बांधों का निर्माण मुख्य रूप से पनबिजली उत्पादन के लिए किया गया हैं।
  • बांधों द्वारा बनाए गए जलाशय बाढ़ की घटनाओं को कम करने के साथ साथ सिंचाई, मानव उपभोग, औद्योगिक उपयोग, जलीय कृषि तथा नौवहन जैसी गतिविधियों के लिए भी जल उपलब्ध कराते हैं।
  • भारत नदियों का देश होने के कारण यहाँ पर बड़ी संख्या में बांध हैं। जिनमे से लगभग 500 बांध अत्यंत महत्वपूर्ण है।

बांधों के प्रकार

बांध के निर्माण तथा अभिकल्प में उपयोग की गई सामग्री के आधार पर बांध कई प्रकार के होते हैं। एक बाँध बनाने के लिए सर्वप्रथम यह समझना आवश्यक होता है कि एक बांध द्वारा कितना पानी उठाया जायेगा। बाँध को उसी के अनुरूप बड़ा एवं शक्तिशाली बनाया जाता है। इसके लिए माडलों तथा उपकरणों का उपयोग किया जाता है। उसके बाद यह निर्णय लिया जाता है कि किस प्रकार के बांध का निर्माण किया जाए। बनाए जाने वाले बांध के स्थान, सामग्री, तापमान, मौसम अवस्थाओं मिट्टी एवं चट्टान किस्म तथा बांध के आकार पर बाँध कई प्रकार के होते है। जहाँ पर जैसी आवश्यकता होती है वहां पर उस तरह का बाँध बनाया जाता है। बांध आवश्यकता के अनुसार कई तरह के होते हैं। कुछ प्रमुख बाँध निम्नलिखित हैं –

  • गुरुत्व बाँध (Gravity dam)
  • तटबंध (embankment)
  • चाप बाँध (Arch dam)
  • चाप-गुरुत्व बाँध (Arch-gravity dam)

गुरुत्व बाँध (Gravity dam)

गुरुत्व बाँध पत्थर, कॉंक्रीट या अन्य भारी सामग्री का बना होता है। इसमें बाँध की जलप्रवाह को रोकने की क्षमता केवल बाँध में लगी भारी सामग्री से आती है। इन बाँधों में पानी का दबाव बाँध की दीवारों पर होता है और बाँध का विशाल भार उसे पानी के मार्ग में रुकावट बनाकर खड़ा रखता है। गुरुत्व बाँधों की रचना इस प्रकार से की जाती है जिससे उसका प्रत्येक भाग स्वयं ही स्थिर होता है। बांध का कोई भी भाग अपनी स्थिरता के लिए बाँध के किसी भी अन्य हिस्से पर निर्भर नहीं होता है।

तटबंध बाँध (embankment)

कई जगहों पर किसी नदी, नहर आदि के पानी के बहाव को रोकने के लिए पत्थर या कंक्रीट के पलस्तर से सुरक्षित, मिट्टी या मिट्टी तथा कंकड़ इत्यादि के मिश्रण से उसके किनारे को काफी ऊँचा कर दिया जाता है जिससे पानी उसको पा करके न आ सके। इस प्रकार से बनाए गए तटों या ऊँचे, लंबें टीलों को तटबंध (embankment) कहते हैं, जिनसे पानी के बहाव को रोकने अथवा सीमित करने का काम लिया जाता है। तटबंध (embankment) का निर्माण निम्नलिखित कार्यों के लिए विशेष रूप से किया जाता है-

  • किसी नदी, नहर या अन्य प्रकार के पानी के बहाव को किसी निश्चित सीमा के अन्दर रखने के लिये।
  • समुद्र के किनारे या ज्वार मुहानों पर तट की रक्षा करने के लिये।
  • किसी जलाशय के पानी को रोकने के लिए।
  • किसी झील के पानी की सतह को ऊँचा उठाने के लिये।
  • समुद्र के किनारे बने तटबंधों को जहाजों पर माल लादने, उतारने या यात्रियों को चढ़ाने के लिए उपयोग में लिया जाता है।

चाप बाँध (Arch dam)

चाप बाँध ऐसे बाँध होते है जिसको ऊपर से देखने पर चाप की आकृति के दिखाई देते है। इसमें चाप जलधारा के विरुद्ध ऊपर की ओर होता है। ऐसे बाँध में जल के दबाव से चाप थोड़ा सीधा हो जाता है, जिस से बाँध ढांचा और संगठित व मज़बूत हो जाता है। चाप बाँध अक्सर स्थाई शैल की दीवारों से बनी तंग घाटी में बहने वाली नदियों मे बनाया जाता है। क्योकि इसमें बाँध को दृढ़ता से घाटी-दीवारों से सहारे के लिए जोड़ा जा सकता है। चाप बाँध अन्य बाँधों से पतले होते हैं। इनमे सामग्री कम लगती है और निर्माण लागत भी कम आती है।

चाप-गुरुत्व बाँध (Arch-gravity dam)

चाप-गुरुत्व बाँध उन बांधों को कहते है, जिनमें चाप बाँध और गुरुत्व बाँध दोनों के गुण होते हैं। चाप बाँध की तरह इनका आकर भी ऊपर से देखने पर चाप आकृति का आकार होता है, जिसमें चाप जलधारा के विरुद्ध ऊपर की ओर होता है। इस से बाँध में जल के दबाव से चाप थोड़ा सीधा हो जाता है, जिस से बाँध ढांचा और संगठित व मज़बूत हो जाता है। इन्हें कॉन्क्रीट, पत्थर या ईंट के साथ बनाया जाता है। गुरुत्व बाँध की भांति इनमें भारी सामग्री भरी होती है, परन्तु यह साधारण गुरुत्व बाँधों से पतले होते हैं।

भारत के प्रमुख बाँध का नाम, सम्बंधित नदी व सम्बंधित राज्य

भारत के प्रमुख बाँध का नाम, सम्बंधित नदी व सम्बंधित राज्य का नाम निम्नलिखित है –

क्र.सं.बांध का नामसम्बंधित नदी सम्बंधित राज्य
1टेहरी बांधभागीरथी नदीप्रतापनगर, उत्तराखंड
2भाखडा बांधसतलुज नदीबिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
3सरदार सरोवर बांधनर्मदा नदीराजपीपल, गुजरात
4नागार्जुन सागर बांधकृष्णा नदीगुरुजला, आंध्र प्रदेश
5लखवार बांधयमुना नदीदेहरादून, उत्तराखंड
6इडुक्की (एब)/इडुक्की आर्च बांधपेरियार नदीतोडुपुलै, केरल
7पकाल दुल बांधमरुसूदर नदीकिश्तवाड़, जम्मू कश्मीर
8श्रीसैलम बांधकृष्णा नदीनन्दीकोटकुर, आंध्र प्रदेश
9रंजीत सागर बांधरवि नदीपठानकोट, पंजाब
10बगलिहार बांधचेनाब नदीरामबाण, जम्मू कश्मीर
11चेमेराई बांधरवि नदीभटियात, हिमाचल प्रदेश
12चेरुठोणी बांधचेरुठोणी नदीतोडुपुलै, केरला
13पांग बांधबीस नदीगोपीपुर, हिमाचल प्रदेश
14जमरनी बांधगोला नदीनैनीताल, उत्तराखंड
15सुबनसिरी लोअर बांधसुबनसिरी नदीसुबनसिरी, अरुणाचल प्रदेश
16रामगंगा बांधरामगंगा नदीलैंसडौन, उत्तराखंड
17कक्की (एब) बांधकक्की नदीरानी, केरल
18नगी बांधनगी नदीजमुई, बिहार
19सलाल (रॉकफिल एंड कंक्रीट) बांधचेनाब नदीगुलाब गढ़, जम्मू कश्मीर
20लख्या बांधलख्या होल नदीमुदिगेरे, कर्नाटक
21शोलयर बांधशोलयर नदीपोलाची, तमिलनाडु
22कोयना बांधकोयना नदीपतन, महाराष्ट्र
23इदमलयर (एब) बांधइदमलयर नदीदेवीकोलम, केरल
24सुपा बांधकाली नदीसुपा, कर्नाटक
25कर्जन बांधकर्जन नदीराजपीपला, गुजरात

भारत के राज्य में बने बाँध व सम्बंधित नदी

भारत के राज्य में बने भारत के प्रमुख बाँध व सम्बंधित नदी का नाम निम्नलिखित है –

राज्यबांधों के नाम नदी का नाम
आंध्र प्रदेशसोमसिला बांधपेन्नार नदी
श्रीशैलम बांधकृष्णा नदी
 गुजरातउकाई बांधताप्ती नदी
धरोई बांधसाबरमती नदी
कडाना बांधमाही नदी
दांतीवाड़ा बांधबनास नदी
हिमाचल प्रदेश और पंजाब सीमाभाखड़ा नांगल बांधसतलुज नदी
हिमाचल प्रदेशनाथपा झाकड़ी बांधसतलुज नदी
चमेरा बांधरावी नदी
पंडोह बांधब्यास नदी
 जम्मू एवं कश्मीरबगलिहार बांधचिनाब नदी
दुमखर पनबिजली बांधसिंधु नदी
उरी पनबिजली बांधझेलम नदी
 झारखंडमैथन बांधबराकर नदी
चांडिल बांधस्वर्णरेखा नदी
पंचेत बांधदामोदर नदी
कर्नाटक तुंगा भद्रा बांधतुंगभद्रा नदी
लिंगानमक्की बांधनदी
कदरा बांधकाली नाडी नदी
अलमत्ती बांधकृष्णा नदी
सूपा बांधकाली नाडी या काली नदी
कृष्णा राजा सागर बांधकावेरी नदी
हरंगी बांधहरंगी नदी
नारायणपुर बांधकृष्णा नदी
कोडासल्ली बांधकाली नदी
केरल मलमपुझा बांधमलमपुझा नदी
पीची बांधमनाली नदी
इडुक्की बांधपेरियार नदी
कुंडला बांधकुंडला झील
परम्बिकुलम बांधपरम्बिकुलम नदी
वालयार बांधवलयार नदी
मुल्लापेरियार बांधपेरियार नदी
नेय्यर बांधनेय्यार नदी
उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश सीमाराजघाट बांधबेतवा नदी
मध्य प्रदेश बरना बांधबरना नदी
बरगी बांधनर्मदा नदी
बाणसागर बांधसोन नदी
गांधी सागर बांधचंबल नदी
महाराष्ट्र येलदरी बांधपूर्णा नदी
उजनी बांधभीमा नदी
पावना बांधमावल नदी
मुलशी बांधमुला नदी
कोयना बांधकोयना नदी
जायकवाडी बांधगोदावरी नदी
भाटसा बांधभातसा नदी
विल्सन बांधप्रवरा नदी
तानसा बांधतानसा नदी
पंशेत बांधअंबी नदी
मुला बांधमुला नदी
कोलकेवाडी बांधवशिष्ठी नदी
गिरना बांधगिरना नदी
वैतरणा बांधवैतरणा नदी
तेलंगाना राधानगरी बांधभोगावती नदी
निचला मनेयर बांधमनेयर नदी
मध्य मनेयर बांधमनेयर नदी एवं एसआरएसपी बाढ़ प्रवाह नहर
ऊपरी मनेयर बांधमनैर नदी एवं कुदलैर नदी
निजाम सागर बांधमंजीरा नदी
सिंगूर बांधमंजीरा नदी
महाराष्ट्र खडकवासला बांधमुथा नदी
गंगापुर बांधगोदावरी नदी
आंध्र प्रदेश एवं ओडिशा सीमाजलापुट बांधमचकुंड नदी
ओडिशा इंद्रावती बांधइंद्रावती नदी
हीराकुंड बांधमहानदी नदी
तमिलनाडु वैगई बांधवैगई नदी
पेरुंचनी बांधपरालयार नदी
मेट्टूर बांधकावेरी नदी
उत्तर प्रदेशगोविंद बल्लभ पंत सागर बांध / रिहंद बांधरिहंद नदी
उत्तराखंड टिहरी बांधभागीरथी नदी
धौली गंगा बांधधौलीगंगा नदी

भारत के प्रमुख बाँध, सम्बंधित राज्य, स्थापना वर्ष व उनकी विशेषता

भारत के प्रमुख बाँध, सम्बंधित राज्य, स्थापना वर्ष व उनकी विशेषता निम्नलिखित है –

क्र. सं.बाँध का नामराज्यनदीस्थापना वर्षविशेषता
1.टिहरीउत्तराखंडभागीरथी नदी1978भारत में सबसे ऊंचा बांध। यूएसएसआर के साथ सहयोग।
2.श्रीशैलमआंध्र प्रदेशकृष्णा नदी1960भारत में दूसरी सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना।
3.भाखड़ा नांगल बांधहिमाचल प्रदेशसतलुज नदी1948पंजाब तथा हरियाणा दोनों इस बांध से बहिः प्रवाहित जल का उपयोग करते हैं।
4.नागार्जुन सागर बांधआंध्र प्रदेश और तेलंगानाकृष्णा नदी 1967विश्व का सबसे बड़ा चिनाई वाला बांध 26 द्वारों से सुरक्षित है।
5.इडुक्कीकेरलपेरियार नदी1976केरल में बिजली का सर्वाधिक वृहद एवं सर्वाधिक विश्वसनीय स्रोत।
6.सरदार सरोवर बांधगुजरातनर्मदा नदी 1987नर्मदा घाटी परियोजना का सबसे बड़ा बांध।
7.शिवानासमुद्रकर्नाटककावेरी नदी1902भारत का पहला जलविद्युत संयंत्र।
8.तीस्ता बांधसिक्किमतीस्ता नदी2003जलविद्युत उत्पादन के लिए 3 टरबाइन शामिल हैं।
9.कोयनामहाराष्ट्रकोयना नदी1956भारत में सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना।
10.सलालजम्मू तथा कश्मीरचिनाब नदी1970दो चरणों में निर्मित, चरण I और चरण II
11.रंजीत सागर बांधपंजाबरावी नदी1981थीन बांध के रूप में भी जाना जाता है।
12.मचकुंड बांधओडिशामचकुंड1955            –
13.हीराकुंडओडिशामहानदी1957भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात प्रारंभ हुई पहली प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं में से एक।
14.रंगीत बांधसिक्किमरंजीत नदी2000सिक्किम का सबसे ऊंचा बांध।
15.बाणसागरमध्य प्रदेशरंजीत नदी2006                     —
16.इंदिरा सागर बांध मध्य प्रदेशनर्मदा नदी2005यह भारत में सबसे बड़ा जलाशय है।
17.मुक्कोंबू बांधतमिलनाडुकावेरी नदी1838यह भारत का सबसे छोटा बांध है।
18.नाथपा झाकड़ीहिमाचल प्रदेशसतलुज नदी1993जलविद्युत उत्पादन के लिए 6 टरबाइन शामिल हैं।
19.ओंकारेश्वरओडिशाइंद्रावती नदी1996                    —
20.करछम वांगतूहिमाचल प्रदेशसतलुज नदी2005             —

भारत में सबसे ऊँचा बाँध, सबसे लम्बा बाँध व सबसे पुराना बाँध

भारत में सबसे ऊँचा बाँध, सबसे लम्बा बाँध व सबसे पुराना बाँध के नाम उनसे सम्बंधित राज्य व उनकी विशेषताएं निम्नलिखित है –

बाँध का महत्वबांध का नामराज्यप्रमुख विशेषताएं
भारत में सबसे ऊंचा बांध टिहरी बांधउत्तराखंडऊंचाई: 260.5 मीटर।
लंबाई: 575 मीटर।
नदी: भागीरथी नदी।
स्थान: उत्तराखंड।
पूरा होने का वर्ष: 2006 (पहला चरण)।
भारत में सबसे लंबा बांधहीराकुंड बांधओडिशाकुल लंबाई: 25.79 किमी (16.03 मील)।
मुख्य बांध की लंबाई: 4.8 किमी (3.0 मील)।
नदी: महानदी।
स्थान: ओडिशा।
पूरा होने का वर्ष: 1953।
भारत में सबसे पुराना बांधकल्लनई बांधतमिलनाडुनदी: कावेरी।
स्थान: तमिलनाडु।
निर्माण शुरू होने का वर्ष लगभग- 150 ईसा पूर्व।
पूरा होने का वर्ष: 100 ईस्वी।

भारत के बाँध से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य

  • भारत का सबसे ऊंचा और विशाल बाँध, टिहरी बांध है। जो उत्तराखंड में भागीरथी नदी के ऊपर स्थित है।
  • टिहरी बांध एशिया का दूसरा सबसे ऊँचा बांध और दुनिया में आठवाँ सबसे ऊँचा बांध है।
  • टिहरी बांध की ऊंचाई 857 फीट (260.5 मीटर) है, जबकि इसकी लंबाई 575 मीटर है। इससे 2400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है।
  • सरदार सरोवर बांध भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है।
  • सरदार सरोवर बांध गुजरात के वडोदरा जिले के दभोई में स्थित है।
  • सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई 138.68 मीटर और लंबाई 1210 मीटर है।
  • हीराकुंड बांध दुनिया के सबसे लंबे बांधों में से एक बांध है।
  • हीराकुंड बांध ओडिशा के संबलपुर में है।
  • हीराकुंड बांध महानदी पर बना हुआ है इस बांध की लंबाई 26 किलोमीटर है।
  • हीराकुंड बाँध देश का सबसे लंबा बांध है। और साथ ही यह दुनिया के लंबे बांधों में से एक है।
  • 1956 में बने इस हीराकुंड बांध से सिंचाई की जरूरतों को काफी बेहतर तरीके से पूरा किया जाता रहा है।

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