महान विजेता चन्द्रगुप्त मौर्य का अद्वितीय साम्राज्य | 345-298 ई.पू.
चन्द्रगुप्त मौर्य भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण राजा थे। उन्होंने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी, जो बाद में सबसे बड़े और प्रभावशाली साम्राज्यों में से एक बना।
चन्द्रगुप्त मौर्य भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण राजा थे। उन्होंने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी, जो बाद में सबसे बड़े और प्रभावशाली साम्राज्यों में से एक बना।
मौर्य साम्राज्य की स्थापना चंद्रगुप्त मौर्य ने 322 ई.पू. में किया, जब उन्होंने मगध राज्य और पश्चिमोत्तर मेसेडोनियन के क्षेत्रों पर विजय प्राप्त की। मौर्य साम्राज्य प्राचीन भारत में भौगोलिक रूप से व्यापक लौह युग की ऐतिहासिक शक्ति थी, जिसका शासन मौर्य वंश ने 322-185 ई.पू. भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी हिस्से में इंडो-गंगेटिक प्लेन (आधुनिक … Read more
जो लोग अपने जीवन में कठिन परिस्थितियों का सामना कर सफलता की राह पर चल रहे हैं, वे चाणक्य का नाम अच्छी तरह से जानते हैं। चाणक्य का असली नाम विष्णुगुप्त है। चाणक्य तक्षशिला के निवासी थे। उस समय तक्षशिला एक नगर था, जो रावलपिंडी के पास था। आचार्य चाणक्य के जीवन की घटनाओं का विशेष संबंध … Read more
सिकन्दर महान (Alexander the Great) मेसेडोनिया का ग्रीक शासक था। सिकंदर युद्ध में जिससे प्रभावित हुआ वह थे भारत के राजा पोरस। सिकन्दर का जन्म 20 जुलाई 356 ईसा पूर्व पेलमेसडॉन यूनान मे हुआ था। वह एलेक्ज़ेंडर तृतीय तथा एलेक्ज़ेंडर मेसेडोनियन नाम से भी जाना जाता है। इतिहास में वह सबसे कुशल और यशस्वी सेनापति … Read more
उदायिन (Udayin) (461 ई.पू. से 445 ई.पू.): उदायिन हर्यक वंशी अजातशत्रु का पुत्र था। उसने अपने पिता अजातशत्रु की हत्या करके राजसिंहासन प्राप्त किया था।
अजातशत्रु (Ajatashatru) हर्यक वंश के प्रथम शासक बिंबिसार के पुत्र थे। अपने पिता को मौत के घाट उतारकर मगध के राजा बने। अजातशत्रु का अर्थ होता हैं “शत्रुविहीन” अर्थात् जिसका कोई दुश्मन या शत्रु पैदा नहीं हुआ हो।
बिम्बिसार Bimbisara 52 साल तक 544 BC से 492 BC तक शासन किया। इसको इसके ही पुत्र अजातशत्रु (492-460 BC) ने बंदी बना लिया और हत्या कर दी। वह हर्यंक राजवंश से था।
बिहार के पटना तथा गया जनपदों की भूमि में स्थित मगध प्राचीन भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य रहा है। युद्धकाल में मगध एक शक्तिशाली तथा संगठित राजतन्त्र के रूप में दिखता है। कालान्तर में मगध का उत्तरोत्तर विकास हुआ और एक प्रकार से मगध का इतिहास सम्पूर्ण भारत का इतिहास बन गया। मगध साम्राज्य ने … Read more
मगध महाजनपद दक्षिण बिहार के वर्तमान पटना व गया जिले में स्थित था। मगध महाजनपद सभी 16 महाजनपदों में सबसे शक्तिशाली जनपद के रूप में उभरा। मगध धीरे धीरे अन्य सभी राज्यों को स्वंय में समाहित कर भारत का प्रथम साम्राज्य बना। मगध का सर्वप्रथम उल्लेख अथर्ववेद में मिलता है । इससे पता चलता है … Read more
जनपद एवं महाजनपद की शुरुआत वैदिक सभ्यता के पश्चात छठी शताब्दी ईसा पूर्व के लगभग हो चुकी थी। वैदिक सभ्यता के पश्चात छठी शताब्दी ईसा पूर्व के लगभग लोग छोटे-छोटे समूहों में नदियों के किनारे बसने लगे थे, इन स्थानों को ‘जनपद’ कहा जाता था। ये लोग ‘आर्य’ कहलाते थे। आर्य का शाब्दिक अर्थ ‘श्रेष्ठ’ होता है। आर्य जातियों के परस्पर … Read more