भारतीय परमाणु परीक्षण |1974,1998

भारतीय परमाणु परीक्षण |1974,1998

भारतीय परमाणु परीक्षण आयोग ने पोखरण में अपना पहला भूमिगत परिक्षण स्माइलिंग बुद्धा (पोखरण-2) 18 मई 1974 को किया था। हालांकि उस समय भारत सरकार ने घोषणा की थी कि भारत का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण कार्यो के लिये होगा और यह परीक्षण भारत को उर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिये किया गया है। बाद में … Read more

तुगलक वंश | 1320 ई.-1413 ई.

तुगलक वंश | 1320 ई.-1413 ई.

तुगलक वंश (1320-1413ई.) मध्ययुगीन भारत की अवधि के दौरान उभरा और तुर्क-भारतीय मूल का था। इस राजवंश ने प्रमुख रूप से दिल्ली सल्तनत पर शासन किया। तुगलक राजवंश 1320 में उभरा और 1413 में समाप्त हुआ और गाजी मलिक, मुहम्मद-बिन-तुगलक आदि जैसे कई शासकों द्वारा शासित था। भारत ने तुगलक वंश के शासनकाल के दौरान … Read more

भारत के स्वतंत्रता सेनानी | वीरता और समर्पण

भारत के स्वतंत्रता सेनानी

भारत की आजादी के लिए कितने ही क्रांतिवीरों द्वारा समय समय पर कई आंदोलन किये गए। इन्ही स्वतंत्रता सेनानी की बदौलत 15 अगस्त 1947 को हमारा देश भारत आज़ाद हुआ।

बहलोल लोदी |1451 ई.-1489 ई.

बहलोल लोदी |1451 ई.-1489 ई.

बहलोल लोदी (1451 ई.-1489 ई.) भारत के पंजाब में सरहिंद के गवर्नर मलिक सुल्तान शाह लोदी के भतीजे और दामाद था, और सैय्यद वंश के शासक मुहम्मद शाह के शासनकाल के दौरान वह गवर्नर के रूप में कार्य करता था। मुहम्मद शाह ने बहलोल लोदी को तारुन-बिन-सुल्तान के पद तक पहुँचाया। अपने मजबूत व्यक्तित्व के … Read more

लोदी वंश |1451-1526 ई.

लोदी वंश

लोदी वंश की स्थापना दिल्ली की गद्दी पर अधिकार करने वाले बहलोल लोदी ने 1451 ई. में की थी। यह वंश 1526 ई. तक सत्ता में रहा और सफलतापूर्वक शासन करता रहा। बहलोल लोदी सरहिन्द का इक्तादार था और जिसने शीघ्र ही सारे पंजाब पर अपना अधिकार जमा लिया था। बहलोल लोदी की फ़ौज ने कुछ ही समय में समस्त दिल्ली पर भी अपना … Read more

ब्रिटिश भारत के गवर्नर जनरल और वायसराय |1774-1947

ब्रिटिश भारत के गवर्नर जनरल और वायसराय

ईस्ट इंडिया कंपनी भारत पर शासन करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पद गवर्नर जनरल का था। 1857 की क्रांति के बाद में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को समाप्त करके भारत पर ब्रिटिश साम्राज्य का औपनिवेशिक शासन चला, जिसका नेतृत्व वायसराय करते थे।

पानीपत का महायुद्ध | 1526 ई. |1556 ई. |1761 ई.

पानीपत का युद्ध

भारतीय इतिहास में पानीपत के मैदान में कुल 3 प्रकंपी लड़ाइयाँ लड़ी गई थीं। ये तीनों ही युद्ध भारतीय इतिहास में इसलिए अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं क्योंकि इन युद्धों ने काफी हद तक भारतीय इतिहास की दिशा तय की थी। भारतीय इतिहास में पानीपत के मैदान में लड़ी गई तीनों लड़ाइयों में से शुरुआती … Read more

भारत का आधुनिक इतिहास | 1857-Present

आधुनिक भारत का इतिहास

वैसे तो मुगल साम्राज्य के समापन के साथ भारत का आधुनिक इतिहास की शुरुआत मानी जाती हैं, लेकिन मुगल काल का पतन अचानक से नहीं हुआ था, ये कई वर्षों तक चलने वाले राजनैतिक गतिविधियों का परिणाम था जिसके परिणामस्वरूप भारत की सत्ता मुगलों से ब्रिटिशर्स के पास चली गयी।  वास्तव में भारत शुरू से सोने की … Read more

औरंगजेब | 1606 ई. – 1707 ई.

औरंगजेब | 1606 ई. - 1707 ई.

औरंगजेब अकबर के बाद सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाला मुग़ल शासक था। अपने जीवन काल में उसने दक्षिण भारत में मुग़ल साम्राज्य का विस्तार करने का भरसक प्रयास किया, पर उसकी मृत्यु के पश्चात मुग़ल साम्राज्य सिकुड़ने लगा। औरंगज़ेब के शासन में मुग़ल साम्राज्य अपने विस्तार के चरमोत्कर्ष पर था।

चालुक्य वंश | 6वीं शताब्दी – 12हवीं शताब्दी

चालुक्य वंश | 6वीं शताब्दी - 12हवीं शताब्दी

चालुक्य वंश की उत्पत्ति एक अत्यंत ही विवादास्पद विषय है। वराहमिहिर की ‘बृहत्संहिता’ में इन्हें ‘शूलिक’ जाति का माना गया है। जबकि पृथ्वीराजरासो में इनकी उत्पति आबू पर्वत पर किये गये यज्ञ के अग्निकुण्ड से बतायी जाती है। ‘विक्रमांकदेवचरित’ में इस वंश की उत्पत्ति भगवान ब्रह्म के चुलुक से बताई जाती है। इतिहासकार ‘विन्सेण्ट ए. स्मिथ’ इन्हें विदेशी मानते हैं। ‘एफ. फ्लीट’ … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.