बहमनी वंश | 1347 ई.-1538 ई.

बहमनी वंश | 1347 ई.-1538 ई.

बहमनी वंश दक्कन का एक इस्लामी राज्य था। इस वंश की स्थापना 3 अगस्त 1347 ई. को एक तुर्क- अफगान सूबेदार अलाउद्दीन बहमन शाह ने की थी। इसका प्रतिद्वंदी साम्राज्य विजयनगर था, जो एक हिन्दू साम्राज्य था। 1518 ई. में इसका विघटन हो गया जिसके फलस्वरूप – बरार, बीदर, अहमदनगर, गोलकुण्डा और बीजापुर के राज्यों का उदय हुआ। इन पाँचों को सम्मिलित रूप से दक्कन सल्तनत भी कहा जाता … Read more

परमार वंश | 800-1327 ई.

परमार वंश | 800-1327 ई.

परमार वंश का प्रारंभ नवीं शताब्दी के आरम्भ में नर्मदा नदी के उत्तर मालवा (प्राचीन अवन्ती) क्षेत्र में उपेन्द्र अथवा कृष्णराज द्वारा हुआ था। इस वंश के शासकों ने 800ई. से 1327 ई. तक शासन किया। मालवा के परमार वंशी शासक संभवतः राष्ट्रकूटों या प्रतिहारों के सामना थे। परमार वंश एक राजवंश का नाम है, यह वंश मध्ययुग के प्रारम्भिक काल में महत्वपूर्ण … Read more

चोल साम्राज्य | 300 ई.पू.-1279 ई.

चोल साम्राज्य

चोल साम्राज्य भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण राजस्थलों में से एक था जो दक्षिण भारत में स्थित था। इस साम्राज्य की स्थापना लगभग 3वीं शती ईसा पूर्व (300 ई.पू.) में हुई थी। यह अपने शक्तिशाली और प्रभावशाली साम्राज्यत्व के लिए प्रसिद्ध था। चोल साम्राज्य का मुख्य केंद्र थांबण्नल्लूर (वर्तमान तंजावुर) था। नवीं सदी के मध्य से … Read more

कुमारगुप्त प्रथम | परमदैवत, महेंद्रादित्य | 415 ई.- 455 ई.

कुमारगुप्त प्रथम | परमदैवत, महेंद्रादित्य | 415 ई.- 455 ई

कुमारगुप्त प्रथम, गुप्त वंश के सम्राट एवं चन्द्रगुप्त द्वितीय के पुत्र थे। पिता चन्द्रगुप्त द्वितीय की मृत्यु के बाद वह राजगद्दी पर बैठे। इनकी माता का नाम पट्टमहादेवी ध्रुवदेवी था। उनके शासन काल में विशाल गुप्त साम्राज्य अक्षुण रूप से क़ायम रहा। बल्ख से बंगाल की खाड़ी तक उनका अबाधित शासन था। सब राजा, सामन्त, गणराज्य और प्रत्यंतवर्ती जनपद कुमारगुप्त के साम्राज्य के अधीन … Read more

महात्मा गांधी ‘बापू’ | 1869-1948 ई.

महात्मा गांधी 'बापू' | 1869-1948 ई.

महात्मा गांधी को मोहनदास करमचन्द गांधी के नाम से भी जाना जाता है, महात्मा गाँधी भारत एवं भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के एक अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव पूरी तरह से अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी, जिसने भारत को भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम दिलाकर पूरे विश्व में … Read more

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन | 1857 – 1947

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन ‘भारतीय इतिहास’ में लम्बे समय तक चलने वाला एक प्रमुख राष्ट्रीय आन्दोलन था। इस आन्दोलन की औपचारिक शुरुआत सन1885 ई. में कांग्रेस की स्थापना के साथ हुई थी, यह आन्दोलन कुछ उतार-चढ़ावों के साथ 15 अगस्त, 1947 ई. तक अनवरत रूप से जारी रहा। सन 1857 ई. से भारतीय राष्ट्रवाद के उदय का आरंभ माना जाता है। राष्ट्रीय साहित्य और देश के … Read more

गोवा का इतिहास | History of Goa

गोवा का इतिहास | History of Goa

गोवा का नाम आते ही दिल को छु जाने वाला समुद्र तट और आसमान को छुते हुए नारियल के पेड़ हमारे आँखों के सामने आ जाता हैं। गोवा भारत के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। पर्यटकों की यह पसंदीदा जगह है और दुनिया भर से पर्यटक यहां आते हैं। भारत के कोंकण … Read more

बीरबल | 1528 ई.-1586 ई.

बीरबल (1528 ई.-1586 ई.)

बीरबल का जन्म सन 1528 में, कल्पी के नजदीक किसी गाव में हुआ था। उनका बचपन का नाम महेश दास था। आज उनका जन्मस्थान भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में आता है। इतिहासकारो के अनुसार उनका जन्म गाव यमुना नदी के तट पर बसा टिकवनपुर था। उनके पिता का नाम गंगा दास और माता का … Read more

सम्राट अकबर: शक्तिशाली साम्राज्य निर्माण | 1542 ई.–1605 ई.

सम्राट अकबर | 1542–1605 ई

मुग़ल शासनकाल में जितने भी राजा महाराजा हुए उन सबमे अकबर सबसे अलग, सबसे प्रभावशाली एवं शक्तिशाली राजा थे। अकबर बहुत ही बहादुर और शांतिप्रिय राजा थे।

हुमायूँ | 1508 ई.-1556 ई.

हुमायूँ (1508 ई.-1556 ई.)

हुमायूँ बाबर का सबसे बड़ा पुत्र और एक प्रख्यात मुगल सम्राट था। हुमायूँ एक एक मात्र ऐसा मुगल शासक था, जिसने अपने पिता बाबर की आज्ञा का पालन करते हुए अपने मुगल सम्राज्य का बंटवारा अपने चारों भाईयों में किया था। हुमायूँ का जीवन इतना सरल नहीं था, उसका जीवन कई उतार-चढ़ावों से भरा हुआ … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.