दुनिया की 10 सबसे महंगी सब्ज़ियाँ: स्वाद, दुर्लभता और विलासिता का संगम

दुनिया की 10 सबसे महंगी सब्ज़ियाँ: स्वाद, दुर्लभता और विलासिता का संगम

सब्ज़ियाँ हमारे दैनिक भोजन का अभिन्न हिस्सा होती हैं। साधारण तौर पर आलू, टमाटर, प्याज़ या पालक जैसी सब्ज़ियाँ सुलभ और सस्ती मिल जाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कुछ ऐसी सब्ज़ियाँ भी हैं जिनकी कीमत सोने-चाँदी की तरह आंकी जाती है? इनकी दुर्लभता, विशेष उगाई जाने वाली परिस्थितियाँ, स्वाद और … Read more

भारत में RTO कोड : राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पहचान प्रणाली

भारत में RTO कोड : राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पहचान प्रणाली

भारत में वाहन पंजीकरण प्रणाली एक सुव्यवस्थित ढाँचे के तहत संचालित होती है। प्रत्येक वाहन को एक विशिष्ट पहचान संख्या दी जाती है, जिसमें RTO कोड शामिल होता है। यह कोड बताता है कि वाहन किस राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में पंजीकृत है। भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में, जहाँ सड़कों पर लाखों … Read more

डॉ. सलीम अली : भारत के ‘बर्डमैन’ की जीवनगाथा और योगदान

डॉ. सलीम अली : भारत के ‘बर्डमैन’ की जीवनगाथा और योगदान

पक्षी प्रकृति का अद्भुत उपहार हैं। उनकी चहचहाहट, रंग-बिरंगे पंख और जीवन शैली न केवल प्रकृति की शोभा बढ़ाते हैं, बल्कि पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पक्षियों का अध्ययन हमें पर्यावरण की गहराइयों को समझने और संरक्षण के महत्व को जानने का अवसर देता है। भारत में ऐसे कई महान … Read more

दुनिया के 10 सबसे महंगे सिक्के: दुर्लभता, इतिहास और नुमिस्मैटिक महत्व

दुनिया के 10 सबसे महंगे सिक्के: दुर्लभता, इतिहास और नुमिस्मैटिक महत्व

सिक्के केवल धातु के टुकड़े नहीं होते जिन्हें हम लेन-देन के लिए प्रयोग करते हैं, बल्कि वे उस समय की अर्थव्यवस्था, राजनीतिक निर्णय, कला और तकनीक का संक्षिप्त दस्तावेज़ भी होते हैं। हर सिक्का अपने भीतर उस युग की कहानी समेटे होता है—चाहे वह शासक की सत्ता का प्रतीक हो, किसी नई आर्थिक नीति का … Read more

दिग्विजय दिवस: स्वामी विवेकानंद के शिकागो संबोधन की अमर गूंज

दिग्विजय दिवस: स्वामी विवेकानंद के शिकागो संबोधन की अमर गूंज

भारत के इतिहास और संस्कृति में 11 सितम्बर का दिन एक अद्वितीय महत्व रखता है। यह वही दिन है जब सन 1893 में स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो शहर में आयोजित प्रथम विश्व धर्म संसद (World’s Parliament of Religions) में अपना ऐतिहासिक भाषण दिया था। उनके “अमेरिका के बहनों और भाइयों” (Sisters and Brothers … Read more

जेनरेशन Z: नेपाल आंदोलन, विशेषताएँ, Millennials और Generation Alpha से तुलना

जेनरेशन Z: नेपाल आंदोलन, विशेषताएँ, Millennials और Generation Alpha से तुलना

मानव इतिहास में हर पीढ़ी ने अपने समय की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों के अनुरूप अलग पहचान बनाई है। औद्योगिक क्रांति से लेकर सूचना क्रांति तक, हर दौर की युवा पीढ़ी ने परिवर्तन की राह तैयार की। वर्तमान समय की सबसे चर्चित पीढ़ी है जेनरेशन Z (Generation Z), जिसे अक्सर Gen Z या “डिजिटल … Read more

सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण: रहस्य, विज्ञान, मान्यताएँ और आगामी ग्रहण

सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण: रहस्य, विज्ञान, मान्यताएँ और आगामी ग्रहण

आकाश हमें अपनी अद्भुत और विचित्र घटनाओं से समय-समय पर चकित करता है। कभी टूटते तारे, कभी ध्रुवीय ज्योति (Aurora), तो कभी ग्रहण—ये सभी घटनाएँ मानव सभ्यता के लिए हमेशा से कौतूहल का विषय रही हैं। इनमें भी सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) और चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) सबसे रोचक माने जाते हैं। दोनों ही घटनाएँ … Read more

ग्रैंड पैरेंट्स डे 2025: इतिहास, महत्व और मनाने के तरीके

ग्रैंड पैरेंट्स डे 2025: इतिहास, महत्व और मनाने के तरीके

मानव समाज में दादा-दादी का स्थान अद्वितीय होता है। वे केवल परिवार की जड़ें ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए ज्ञान, अनुभव और परंपरा के वाहक भी होते हैं। उनकी कहानियाँ, सीख और जीवन के अनुभव बच्चों के व्यक्तित्व को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसी योगदान को सम्मान देने और पीढ़ियों … Read more

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2025: तिथि, विषय और वैश्विक महत्व

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2025: तिथि, विषय और वैश्विक महत्व

हर वर्ष 8 सितंबर को पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (International Literacy Day) मनाती है। यह दिवस केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं है, बल्कि मानव सभ्यता की उस साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसमें शिक्षा और साक्षरता को प्रत्येक व्यक्ति का मौलिक अधिकार माना गया है। साक्षरता केवल पढ़ने-लिखने तक सीमित नहीं, बल्कि यह व्यक्ति … Read more

शिक्षक दिवस 2025: भारतीय इतिहास का एक ऐतिहासिक दिन

शिक्षक दिवस 2025: भारतीय इतिहास का एक ऐतिहासिक दिन

भारत में हर वर्ष 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) के रूप में मनाया जाता है। यह दिन केवल कैलेंडर की एक औपचारिक तिथि नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और समाज के उस गहरे मूल्यों का प्रतीक है, जहाँ ‘गुरु’ को ईश्वर से भी ऊँचा स्थान दिया गया है। संस्कृत श्लोक—“गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।गुरुः साक्षात् … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.