दिग्विजय दिवस: स्वामी विवेकानंद के शिकागो संबोधन की अमर गूंज

दिग्विजय दिवस: स्वामी विवेकानंद के शिकागो संबोधन की अमर गूंज

भारत के इतिहास और संस्कृति में 11 सितम्बर का दिन एक अद्वितीय महत्व रखता है। यह वही दिन है जब सन 1893 में स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो शहर में आयोजित प्रथम विश्व धर्म संसद (World’s Parliament of Religions) में अपना ऐतिहासिक भाषण दिया था। उनके “अमेरिका के बहनों और भाइयों” (Sisters and Brothers … Read more

जेनरेशन Z: नेपाल आंदोलन, विशेषताएँ, Millennials और Generation Alpha से तुलना

जेनरेशन Z: नेपाल आंदोलन, विशेषताएँ, Millennials और Generation Alpha से तुलना

मानव इतिहास में हर पीढ़ी ने अपने समय की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों के अनुरूप अलग पहचान बनाई है। औद्योगिक क्रांति से लेकर सूचना क्रांति तक, हर दौर की युवा पीढ़ी ने परिवर्तन की राह तैयार की। वर्तमान समय की सबसे चर्चित पीढ़ी है जेनरेशन Z (Generation Z), जिसे अक्सर Gen Z या “डिजिटल … Read more

सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण: रहस्य, विज्ञान, मान्यताएँ और आगामी ग्रहण

सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण: रहस्य, विज्ञान, मान्यताएँ और आगामी ग्रहण

आकाश हमें अपनी अद्भुत और विचित्र घटनाओं से समय-समय पर चकित करता है। कभी टूटते तारे, कभी ध्रुवीय ज्योति (Aurora), तो कभी ग्रहण—ये सभी घटनाएँ मानव सभ्यता के लिए हमेशा से कौतूहल का विषय रही हैं। इनमें भी सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) और चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) सबसे रोचक माने जाते हैं। दोनों ही घटनाएँ … Read more

ग्रैंड पैरेंट्स डे 2025: इतिहास, महत्व और मनाने के तरीके

ग्रैंड पैरेंट्स डे 2025: इतिहास, महत्व और मनाने के तरीके

मानव समाज में दादा-दादी का स्थान अद्वितीय होता है। वे केवल परिवार की जड़ें ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए ज्ञान, अनुभव और परंपरा के वाहक भी होते हैं। उनकी कहानियाँ, सीख और जीवन के अनुभव बच्चों के व्यक्तित्व को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसी योगदान को सम्मान देने और पीढ़ियों … Read more

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2025: तिथि, विषय और वैश्विक महत्व

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2025: तिथि, विषय और वैश्विक महत्व

हर वर्ष 8 सितंबर को पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (International Literacy Day) मनाती है। यह दिवस केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं है, बल्कि मानव सभ्यता की उस साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसमें शिक्षा और साक्षरता को प्रत्येक व्यक्ति का मौलिक अधिकार माना गया है। साक्षरता केवल पढ़ने-लिखने तक सीमित नहीं, बल्कि यह व्यक्ति … Read more

शिक्षक दिवस 2025: भारतीय इतिहास का एक ऐतिहासिक दिन

शिक्षक दिवस 2025: भारतीय इतिहास का एक ऐतिहासिक दिन

भारत में हर वर्ष 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) के रूप में मनाया जाता है। यह दिन केवल कैलेंडर की एक औपचारिक तिथि नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और समाज के उस गहरे मूल्यों का प्रतीक है, जहाँ ‘गुरु’ को ईश्वर से भी ऊँचा स्थान दिया गया है। संस्कृत श्लोक—“गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।गुरुः साक्षात् … Read more

राष्ट्रीय युवा पुरस्कार (National Youth Award)

राष्ट्रीय युवा पुरस्कार (National Youth Award)

भारत एक युवा देश है, जहां 15 से 29 वर्ष की आयु वर्ग के लोग जनसंख्या का बड़ा हिस्सा बनाते हैं। इस युवा शक्ति को सही दिशा और मंच प्रदान करना किसी भी राष्ट्र की प्रगति और समृद्धि के लिए अनिवार्य है। इसी उद्देश्य से युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय (Ministry of Youth Affairs and … Read more

UPS से NPS तक : पेंशन प्रणाली में बदलाव की नई दिशा

UPS से NPS तक : पेंशन प्रणाली में बदलाव की नई दिशा

भारत की पेंशन प्रणाली लंबे समय से चर्चा का विषय रही है। पहले ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) लागू थी, जिसमें सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अंतिम वेतन के आधार पर आजीवन पेंशन मिलती थी। लेकिन बढ़ते वित्तीय बोझ और लंबी आयु की वजह से सरकार को इसका बोझ संभालना कठिन हो गया। इसी कारण 2004 में नेशनल … Read more

महाभारत का नायक : एक बहुआयामी दृष्टि

महाभारत का नायक : एक बहुआयामी दृष्टि

महाभारत विश्व साहित्य का अद्वितीय महाकाव्य है। यह केवल युद्धकथा नहीं, बल्कि मानवीय जीवन का दर्पण है, जिसमें धर्म, नीति, राजनीति, परिवार, समाज और अध्यात्म सभी का गहन चित्रण मिलता है। इसमें नायकत्व किसी एक व्यक्ति में सीमित नहीं है, बल्कि विभिन्न पात्र अपनी-अपनी भूमिकाओं में नायक के रूप में उभरते हैं। यही कारण है … Read more

एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP) तकनीक और भारत की पनडुब्बी शक्ति: प्रोजेक्ट 75 इंडिया

एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP) तकनीक और भारत की पनडुब्बी शक्ति

भारत की समुद्री सुरक्षा व्यवस्था पिछले कुछ दशकों में तेजी से सुदृढ़ हुई है। हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सामरिक स्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक मार्गों का केंद्र है बल्कि यहाँ पर चीन, पाकिस्तान जैसी प्रतिद्वंद्वी शक्तियाँ भी अपनी नौसैनिक उपस्थिति दर्ज कराती रही हैं। इस परिप्रेक्ष्य में पनडुब्बियां … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.