वैश्विक महत्त्वपूर्ण कृषि धरोहर प्रणाली (GIAHS)

वैश्विक महत्त्वपूर्ण कृषि धरोहर प्रणाली (GIAHS)

मानव सभ्यता का सबसे बड़ा आधार कृषि रही है। यद्यपि आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों और औद्योगिक कृषि पद्धतियों ने उत्पादन में वृद्धि की है, फिर भी दुनिया के अनेक हिस्सों में अब भी पारंपरिक कृषि प्रणालियाँ जीवित हैं। ये न केवल भोजन उत्पादन का साधन हैं, बल्कि इनमें जैव विविधता, स्थानीय संस्कृति, पारंपरिक ज्ञान और सामाजिक … Read more

अग्नि-5: भारत की रणनीतिक शक्ति और MIRV तकनीक का चमत्कार

अग्नि-5: भारत की रणनीतिक शक्ति और MIRV तकनीक का चमत्कार

भारत ने एक बार फिर अपनी सामरिक शक्ति और वैज्ञानिक क्षमता का प्रदर्शन करते हुए इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से किया गया और इसे स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड (SFC) की देखरेख में अंजाम दिया गया।इस उपलब्धि ने न केवल भारत की रक्षा … Read more

एम.एस. स्वामीनाथन को श्रद्धांजलि: हरित क्रांति के जनक और भारत के अन्नदाता

प्रोफेसर एम.एस. स्वामीनाथन (M.S. Swaminathan)

भारत के इतिहास में कुछ ऐसे व्यक्तित्व हुए हैं जिनकी दूरदृष्टि और कार्यों ने करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित किया। प्रोफेसर एम.एस. स्वामीनाथन (M.S. Swaminathan) उन्हीं महान विभूतियों में से एक हैं। उन्हें अक्सर “भारत की हरित क्रांति के जनक” और “भारत को भोजन देने वाले व्यक्ति” के रूप में याद किया जाता है। … Read more

विश्व मानवतावादी दिवस 2025: इतिहास, महत्व और वैश्विक एकजुटता का संदेश

विश्व मानवतावादी दिवस 2025

मानवता का अर्थ केवल दूसरों के प्रति करुणा दिखाना नहीं, बल्कि संकट की घड़ी में उनके साथ खड़े होना भी है। जब युद्ध, प्राकृतिक आपदाएँ, महामारी या विस्थापन जैसी त्रासदियाँ सामने आती हैं, तब सबसे पहले मानवतावादी कार्यकर्ता (Humanitarian Workers) ही आगे बढ़कर मदद का हाथ बढ़ाते हैं। इन्हीं साहसी और निस्वार्थ कार्यकर्ताओं के त्याग, … Read more

चीन में शुरू हुआ ‘रोबोटों का ओलंपिक’: भविष्य की झलक दिखाते 16 देशों की 280 टीमें

चीन में शुरू हुआ ‘रोबोटों का ओलंपिक’: भविष्य की झलक दिखाते 16 देशों की 280 टीमें

21वीं सदी को अक्सर तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का युग कहा जाता है। जैसे-जैसे इंसानी जीवन के हर पहलू में रोबोट्स की भूमिका बढ़ रही है, वैसे-वैसे उनकी क्षमताओं और सीमाओं को परखने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए-नए मंच सामने आ रहे हैं। बीजिंग (चीन) में हाल ही में आयोजित “वर्ल्ड ह्यूमनॉइड रोबोट गेम्स” … Read more

मनिका विश्वकर्मा बनीं मिस यूनिवर्स इंडिया 2025

मनिका विश्वकर्मा बनीं मिस यूनिवर्स इंडिया 2025

भारत ने सौंदर्य और प्रतिभा की दुनिया में एक और ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया है। राजस्थान के श्रीगंगानगर की रहने वाली मनिका विश्वकर्मा ने जयपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में मिस यूनिवर्स इंडिया 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया। यह ताज केवल उनके सिर पर नहीं सजा बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व … Read more

रियल मैड्रिड: 2025 में दुनिया का सबसे मूल्यवान फुटबॉल क्लब

रियल मैड्रिड: 2025 में दुनिया का सबसे मूल्यवान फुटबॉल क्लब

रियल मैड्रिड—एक नाम, एक क़िलिम, एक ब्रांड, जो केवल फुटबॉल नहीं, बल्कि ग्लोबल व्यावसायिक ताकत का प्रतीक बन चुका है। हाल ही में, Brand Finance की प्रतिष्ठित “Football 50–2025” रिपोर्ट ने इस महाशक्ति क्लब को दुनिया का सबसे मूल्यवान फुटबॉल ब्रांड घोषित किया है, साथ ही इसे लगातार चौथे वर्ष ‘सबसे मजबूत ब्रांड’ का दर्जा … Read more

वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण संधि वार्ता गतिरोध: एक अधूरा प्रयास और बढ़ता खतरा

वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण संधि वार्ता गतिरोध: एक अधूरा प्रयास और बढ़ता खतरा

प्लास्टिक प्रदूषण आज के दौर की सबसे गंभीर पर्यावरणीय चुनौतियों में से एक बन चुका है। यह समस्या अब केवल कचरे के ढेर या समुद्र तटों पर पड़े प्लास्टिक बोतलों और थैलियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी खाद्य श्रृंखला, पेयजल, वायु और यहाँ तक कि हमारे शरीर तक में प्रवेश कर चुकी है। … Read more

नरसंहार (Genocide): परिभाषा, इतिहास और गाज़ा संकट का विश्लेषण

नरसंहार (Genocide): परिभाषा, इतिहास और गाज़ा संकट का विश्लेषण

मानव सभ्यता के इतिहास में युद्ध, संघर्ष और हिंसा हमेशा से मौजूद रहे हैं, लेकिन जब किसी विशेष समूह को पूरी तरह से मिटाने के उद्देश्य से योजनाबद्ध हिंसा होती है, तो उसे “नरसंहार” कहा जाता है। हाल ही में एल्डर्स समूह (The Elders) ने गाज़ा संकट को “तेजी से बढ़ता नरसंहार” करार दिया है। … Read more

79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऐतिहासिक संबोधन: घोषणाएँ, उपलब्धियाँ और भविष्य की दिशा

79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऐतिहासिक संबोधन

भारत ने 15 अगस्त 2025 को अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम और गर्व के साथ मनाया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। यह संबोधन कई दृष्टियों से ऐतिहासिक रहा—समय की लंबाई, महत्वपूर्ण घोषणाओं और भावी नीतियों के खाके के कारण। प्रधानमंत्री … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.