रीतिकाल (1650 – 1850 ई.): हिंदी साहित्य का उत्तर मध्यकालीन युग
हिंदी साहित्य का इतिहास अपने विविधता भरे काल-विभाजनों के लिए प्रसिद्ध है। आदिकाल, भक्तिकाल और आधुनिक काल के बीच का यह युग, जिसे हम रीतिकाल के नाम से जानते हैं, हिंदी काव्यधारा का एक विशेष और विशिष्ट अध्याय है। यह काल न केवल साहित्यिक शैलियों के विकास के लिए, बल्कि दरबारी संस्कृति और शृंगारिक प्रवृत्तियों … Read more