गुरु-शिष्य परम्परा: भारतीय संस्कृति की आत्मा और ज्ञान की धरोहर
भारतीय संस्कृति और सभ्यता की नींव सदैव ज्ञान, साधना और परम्परा पर आधारित रही है। इस परम्परा की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है – गुरु-शिष्य संबंध। गुरु वह होता है जो अपने ज्ञान, अनुभव और आचरण से शिष्य को अंधकार (अज्ञान) से प्रकाश (ज्ञान) की ओर ले जाता है। शिष्य वह होता है जो गुरु से … Read more