जैन साहित्य: स्वरूप, विकास, प्रमुख कवि, कृतियाँ और साहित्यिक विशेषताएँ
भारतवर्ष की धार्मिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक परंपरा में जैन धर्म की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जैन धर्म न केवल एक आध्यात्मिक मार्ग है, अपितु एक विशिष्ट साहित्यिक परंपरा का वाहक भी रहा है। जैन साहित्य, जो विविध भाषाओं और शैलियों में रचा गया, धर्म, दर्शन, नैतिकता और इतिहास की अनमोल धरोहर बन चुका है। इस … Read more