छठ पूजा 2025: लोक आस्था, विज्ञान और परंपरा का संगम — सूर्य उपासना महापर्व की सम्पूर्ण तिथियां, महत्व और पूजन विधि

छठ पूजा 2025: लोक आस्था, विज्ञान और परंपरा का संगम — सूर्य उपासना महापर्व की सम्पूर्ण तिथियां, महत्व और पूजन विधि

भारत की लोक-आस्था में ऐसे अनेक पर्व हैं जो केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण माने जाते हैं। उन्हीं में से एक है छठ पूजा, जिसे सूर्य उपासना का सबसे प्राचीन और पवित्र पर्व कहा जाता है। यह पर्व पूर्वी भारत — विशेषकर बिहार, झारखंड, … Read more

नहाय-खाय 2025: छठ पूजा की पवित्र शुरुआत — धर्म, विज्ञान और परंपरा का अद्भुत संगम

नहाय-खाय 2025: छठ पूजा की पवित्र शुरुआत — धर्म, विज्ञान और परंपरा का अद्भुत संगम

भारत की सांस्कृतिक परंपराओं में छठ पूजा एक ऐसा पर्व है जो न केवल भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह प्रकृति, सूर्य और जल के प्रति मानव कृतज्ञता का सबसे सुंदर रूप भी प्रस्तुत करता है। यह पर्व, जो बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में विशेष रूप से … Read more

दीवाली 2025: कब है, क्या हैं पाँच शुभ योग, लक्ष्मी-गणेश पूजा का सही मुहूर्त, पूजा विधि, तिथि और महत्त्व

दीवाली 2025: कब है, क्या हैं पाँच शुभ योग, लक्ष्मी-गणेश पूजा का सही मुहूर्त, पूजा विधि, तिथि और महत्त्व

भारत उत्सवों की भूमि है — यहाँ हर पर्व के पीछे कोई न कोई गहरी सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक भावना जुड़ी होती है। इन्हीं में सबसे उज्ज्वल और हर्षोल्लास से भरा पर्व है दीपावली, जिसे दीवाली के नाम से भी जाना जाता है। यह केवल दीपों का त्योहार नहीं, बल्कि प्रकाश का, आशा का और … Read more

छोटी दिवाली 2025: नरक चतुर्दशी का पर्व – अंधकार से प्रकाश की ओर एक पवित्र यात्रा

छोटी दिवाली 2025: नरक चतुर्दशी का पर्व – अंधकार से प्रकाश की ओर एक पवित्र यात्रा

भारत त्योहारों का देश है — जहाँ हर पर्व अपने भीतर किसी न किसी आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक संदेश को संजोए होता है। इन्हीं में से एक अत्यंत पावन और उल्लासमय पर्व है छोटी दिवाली, जिसे नरक चतुर्दशी, रूप चौदस या काली चौदस के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व दीपावली के ठीक … Read more

नवरात्रि 2025: तिथियाँ, रंग, अनुष्ठान और महत्व

नवरात्रि 2025: तिथियाँ, रंग, अनुष्ठान और महत्व

भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा आधार इसकी विविधता और धार्मिक परंपराएँ हैं। वर्ष भर में अनेक पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें नवरात्रि का विशेष स्थान है। नवरात्रि, जिसे शारदीय नवरात्रि भी कहा जाता है, शक्ति की देवी माँ दुर्गा की आराधना का प्रमुख अवसर है। यह पर्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक … Read more

सारनाथ: यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल होने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास

सारनाथ: अंतरराष्ट्रीय महत्व और यूनेस्को नामांकन

भारत की बहुरंगी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत विश्व पटल पर अपनी विशेष पहचान रखती है। इसी धरोहर को और समृद्ध करने की दिशा में भारत सरकार ने वर्ष 2025–26 के चक्र में “प्राचीन बौद्ध स्थल, सारनाथ” नामक एक डॉसियर यूनेस्को विश्व धरोहर केंद्र को प्रस्तुत किया है। यह नामांकन न केवल भारत की सांस्कृतिक और … Read more

धम्मचक्कप्पवत्तन दिवस: बौद्ध धम्म के प्रथम प्रवर्तन की वैश्विक स्मृति

धम्मचक्कप्पवत्तन दिवस

प्रत्येक वर्ष आषाढ़ पूर्णिमा का दिन न केवल भारत, बल्कि समस्त बौद्ध विश्व के लिए एक गहन आध्यात्मिक महत्व का दिन होता है। यह दिन भगवान बुद्ध के उस प्रथम उपदेश की स्मृति में मनाया जाता है, जिसे उन्होंने ज्ञान प्राप्ति के पश्चात सारनाथ में अपने पाँच तपस्वी साथियों को दिया था। यही उपदेश ‘धम्मचक्कप्पवत्तन … Read more

सावन 2025 : आरंभ तिथि, पूजा विधि, व्रत नियम, मंत्र और धार्मिक महत्त्व

सावन 2025 | आरंभ तिथि, पूजा विधि, व्रत नियम, मंत्र और धार्मिक महत्त्व

सावन का महीना हिंदू धर्म में एक अत्यंत पावन और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण समय माना जाता है। यह महीना विशेष रूप से भगवान शिव को समर्पित है और समूचे भारत में इस दौरान शिवभक्ति की लहर देखने को मिलती है। यह श्रावण मास धार्मिक उत्साह, उपवास, जप-तप और पुण्य अर्जन का अवसर होता है। … Read more

महाबोधि मंदिर: बौद्ध धर्म की पवित्र धरोहर और प्रशासनिक विवाद

महाबोधि मंदिर (Mahabodhi temple)

महाबोधि मंदिर, जो बौद्ध धर्म के चार प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है, बिहार के बोधगया में स्थित वह पवित्र स्थल है जहाँ भगवान गौतम बुद्ध ने बोधिवृक्ष के नीचे आत्मज्ञान प्राप्त किया था। यह मंदिर न केवल धार्मिक श्रद्धा का केंद्र है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और स्थापत्य धरोहर का भी अनुपम … Read more

बोनालु उत्सव | तेलंगाना की सांस्कृतिक आत्मा और देवी महाकाली की भक्ति का पर्व

बोनालु उत्सव

भारत विविध संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं का देश है। यहां के प्रत्येक राज्य की अपनी एक विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान होती है, जिसे वहां के उत्सवों और धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से जाना जा सकता है। तेलंगाना राज्य की ऐसी ही एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक पहचान है – बोनालु उत्सव। यह पर्व न केवल भक्ति और श्रद्धा … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.