विभिन्न दार्शनिक मत और उनके प्रवर्तक
भारतीय दर्शन की परंपरा में विभिन्न दार्शनिक मत और उनके प्रवर्तक अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं, जिन्होंने न केवल धार्मिक चिंतन को परिभाषित किया है, बल्कि समाज और संस्कृति पर भी गहरा प्रभाव डाला है। इन दार्शनिक मतों में अद्वैतवाद, विशिष्टाद्वैतवाद, द्वैतवाद, शुद्धाद्वैतवाद, और भेदाभेदवाद शामिल हैं, जिन्हें शंकराचार्य, रामानुजाचार्य, माधवाचार्य, वल्लभाचार्य, और भास्कराचार्य जैसे महान आचार्यों … Read more