प्राकृतिक संसाधनों का उत्पत्ति के आधार पर वर्गीकरण

प्राकृतिक संसाधनों का उत्पत्ति के आधार पर वर्गीकरण

प्राकृतिक संसाधन मानव जीवन के आधारस्तंभ हैं, जिनके बिना सभ्यता की कल्पना भी असंभव है। ये संसाधन पृथ्वी की गोद से उत्पन्न होते हैं और मानव की प्रत्येक आवश्यक गतिविधि—भोजन, वस्त्र, आवास, ऊर्जा, परिवहन से लेकर औद्योगीकरण तक—में सहायक होते हैं। इन संसाधनों की प्रकृति, उपयोगिता और संरक्षण की रणनीतियों को समझने के लिए इनका … Read more

गैर-पुनरुत्पादनीय संसाधनों का प्रबंधन | एक आवश्यक चुनौती

गैर-पुनरुत्पादनीय संसाधनों का प्रबंधन

प्रकृति ने मनुष्य को अनेक प्रकार के संसाधनों से सम्पन्न किया है। इनमें कुछ संसाधन ऐसे हैं जिन्हें हम बार-बार प्रयोग कर सकते हैं जैसे जल, वायु, सूर्य की ऊर्जा आदि; इन्हें पुनरुत्पादनीय संसाधन कहा जाता है। परंतु ऐसे भी संसाधन हैं जिन्हें एक बार उपयोग करने के बाद पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता … Read more

टाटा ग्रुप बना भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड | ब्रांड फाइनेंस इंडिया 100 रिपोर्ट 2025 का विश्लेषण

टाटा ग्रुप बना भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड

भारत की अर्थव्यवस्था गतिशील बदलावों के दौर से गुजर रही है, और इस परिवर्तन में ब्रांड वैल्यू का बढ़ता महत्व नई आर्थिक पहचान का प्रतीक बन चुका है। ब्रांड फाइनेंस द्वारा जारी “ब्रांड फाइनेंस इंडिया 100 रिपोर्ट 2025” ने न केवल कंपनियों की वर्तमान स्थिति को दर्शाया है, बल्कि भारत के वैश्विक आर्थिक मंच पर … Read more

प्राकृतिक संसाधनों का वर्गीकरण | उपयोग की सततता पर आधारित दृष्टिकोण

प्राकृतिक संसाधनों का वर्गीकरण | उपयोग की सततता पर आधारित दृष्टिकोण

मानव जीवन और उसके विकास में प्राकृतिक संसाधनों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। धरती पर जीवन की सभी गतिविधियाँ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इन संसाधनों पर निर्भर हैं। प्राचीन काल से ही मानव प्रकृति द्वारा प्रदत्त साधनों का उपयोग अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए करता आ रहा है। किंतु जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ी और … Read more

FY26 में ये 5 राज्य मिलकर करेंगे Capex का आधा खर्च, यूपी-गुजरात सबसे आगे

वित्त वर्ष 2025-26 में राज्यों का पूंजीगत व्यय (Capex)

वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) भारत के राज्य स्तर पर पूंजीगत व्यय (Capital Expenditure या Capex) के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण साबित होने जा रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा की हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के कुल Capex में पांच राज्य लगभग आधी हिस्सेदारी रखेंगे। इनमें उत्तर प्रदेश सबसे … Read more

भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) क्रांति | 2030 तक वैश्विक EV शक्ति बनने की दिशा में कदम

भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) क्रांति

भारत 2030 तक दुनिया का चौथा सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्माता बनने की राह पर है, जिससे न केवल देश की तकनीकी क्षमता बल्कि स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में उसकी प्रतिबद्धता भी स्पष्ट होती है। यह लेख भारत में EV उद्योग के तेजी से हो रहे विकास, उत्पादन और मांग की विस्तृत समीक्षा करता … Read more

भारत में इस्पात (स्टील) उद्योग | वर्तमान स्थिति, चुनौतियाँ और भविष्य

भारत में इस्पात (स्टील) उद्योग

भारत का इस्पात (स्टील) उद्योग देश के औद्योगिक विकास और आर्थिक प्रगति का एक मजबूत आधार है। इस्पात को औद्योगिकीकरण का रीढ़ कहा जाता है क्योंकि यह न केवल एक कच्चे माल के रूप में बल्कि एक मध्यवर्ती उत्पाद के रूप में भी अनेक उद्योगों को जीवन देता है। निर्माण, ऑटोमोबाइल, रेलवे, रक्षा, ऊर्जा जैसे … Read more

भारत के लिए पेंशन प्रणाली | समावेशी सुरक्षा की ओर एक अनिवार्य कदम

भारत के लिए पेंशन प्रणाली

भारत आज जनसांख्यिकीय संक्रमण (Demographic Transition) के उस मोड़ पर खड़ा है, जहाँ वृद्धजन आबादी (Aging Population) तेजी से बढ़ रही है और असंगठित क्षेत्र में कार्यरत जनसंख्या का बड़ा हिस्सा अभी भी किसी संगठित पेंशन सुरक्षा से वंचित है। आर्थिक सर्वेक्षण 2025-26 ने इस दिशा में एक गंभीर चिंता जताते हुए बताया है कि … Read more

भारत से गिनी को निर्यात | स्वदेशी लोकोमोटिव के ऐतिहासिक सफर की शुरुआत

भारत से गिनी को निर्यात

भारत की औद्योगिक शक्ति और वैश्विक निर्माण क्षमता का एक नया अध्याय 20 जून 2025 को बिहार में लिखा गया। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के सारण जिले स्थित मार्होरा रेल फैक्ट्री से भारत में निर्मित पहले स्वदेशी लोकोमोटिव को गिनी गणराज्य के लिए रवाना कर एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत की। यह … Read more

फिनो पेमेंट्स बैंक पर RBI की नियामकीय कार्रवाई | ₹29.6 लाख का जुर्माना और उसकी पृष्ठभूमि

फिनो पेमेंट्स बैंक पर RBI की नियामकीय कार्रवाई

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में फिनो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर ₹29.6 लाख का जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना नियामकीय दिशानिर्देशों के उल्लंघन को लेकर लगाया गया, जो बैंकिंग सेक्टर में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है। यह निर्णय RBI द्वारा की गई … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.