यूस्टोमा फूल (लिसियंथस) : भारत में पहली बार स्थानीय स्तर पर खिला आकर्षक पुष्प

यूस्टोमा फूल (लिसियंथस) : भारत में पहली बार स्थानीय स्तर पर खिला आकर्षक पुष्प

फूल केवल प्रकृति की सुंदरता का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि वे मानवीय भावनाओं, संस्कृति और परंपराओं के भी वाहक होते हैं। गुलाब, ट्यूलिप, लिली, ऑर्किड जैसे फूल विश्वभर में लोकप्रिय रहे हैं, लेकिन हाल के वर्षों में एक और विदेशी फूल ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है – यूस्टोमा (Eustoma)। इसे आमतौर पर लिसियंथस … Read more

हुआंगयान द्वीप (Scarborough Shoal): दक्षिण चीन सागर में संप्रभुता का विवाद

हुआंगयान द्वीप (Scarborough Shoal) : दक्षिण चीन सागर में संप्रभुता का विवाद

दक्षिण चीन सागर (South China Sea) आज वैश्विक भू-राजनीति का सबसे संवेदनशील समुद्री क्षेत्र बन चुका है। यह न केवल एशियाई देशों के बीच सामरिक व आर्थिक प्रतिस्पर्धा का केंद्र है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय शक्ति संतुलन की राजनीति में भी निर्णायक भूमिका निभाता है। इस क्षेत्र में स्थित हुआंगयान द्वीप, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्कारबोरो शोएल … Read more

आपराधिक मामलों में डीएनए साक्ष्य पर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देश

आपराधिक मामलों में डीएनए साक्ष्य पर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देश

आधुनिक आपराधिक न्याय प्रणाली में वैज्ञानिक साक्ष्य (Scientific Evidence) की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। हत्या, बलात्कार, अपहरण या अन्य गंभीर अपराधों की जाँच में डीएनए (DNA) तकनीक सबसे सटीक और भरोसेमंद मानी जाती है। यह अपराध स्थल पर मिले नमूनों से अपराधी की पहचान करने का एक शक्तिशाली माध्यम है। परंतु, इसकी विश्वसनीयता … Read more

अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस 2025: विषय, इतिहास, महत्व और समकालीन प्रासंगिकता

अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस 2025: विषय, इतिहास और महत्व

लोकतंत्र केवल शासन प्रणाली नहीं है, बल्कि यह मानव सभ्यता का वह मूल्य है जो स्वतंत्रता, समानता और न्याय के आदर्शों को जीने का अवसर देता है। यह वह आधार है जिस पर आधुनिक समाज की राजनीतिक संरचना और सामाजिक अनुबंध टिके हुए हैं। लोकतंत्र न केवल मतदान का अधिकार प्रदान करता है, बल्कि यह … Read more

भारत की 7 नई धरोहरें यूनेस्को की विश्व धरोहर अस्थायी सूची में शामिल

भारत की 7 नई धरोहरें यूनेस्को की विश्व धरोहर अस्थायी सूची में शामिल

भारत प्राचीन सभ्यता, विविध संस्कृति और प्राकृतिक संपदाओं का अनूठा संगम है। यहाँ के मंदिर, दुर्ग, स्मारक, पर्वत, गुफाएँ और प्राकृतिक स्थल न केवल भारत की ऐतिहासिक विरासत को दर्शाते हैं, बल्कि मानव सभ्यता और पृथ्वी के विकास क्रम की अमूल्य गवाही भी देते हैं। यही कारण है कि भारत पहले से ही यूनेस्को (UNESCO) … Read more

भारत का बैंकिंग विज़न 2047: दो सार्वजनिक बैंकों को विश्व के शीर्ष 20 में शामिल करना

भारत का बैंकिंग विज़न 2047: दो सार्वजनिक बैंकों को विश्व के शीर्ष 20 में शामिल करना

भारत आज एक परिवर्तनशील अर्थव्यवस्था के दौर से गुजर रहा है। तेज़ी से बढ़ती डिजिटलाइजेशन, वित्तीय समावेशन, और सरकारी सुधार नीतियों के बीच बैंकिंग क्षेत्र देश की आर्थिक रीढ़ के रूप में कार्य कर रहा है। हाल ही में आयोजित पीएसबी मंथन 2025 (PSB Manthan 2025) में सरकार और बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह … Read more

अल्बानिया में दुनिया के पहले एआई मंत्री- डिएला: कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रशासनिक भविष्य

अल्बानिया में दुनिया के पहले एआई मंत्री- डिएला: कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रशासनिक भविष्य

मानव सभ्यता का इतिहास निरंतर परिवर्तन और प्रगति का इतिहास रहा है। औद्योगिक क्रांति से लेकर डिजिटल क्रांति तक, हर युग ने समाज, राजनीति और अर्थव्यवस्था की संरचना को बदल डाला। आज हम जिस नई क्रांति के मुहाने पर खड़े हैं, उसका नाम है—कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI)। यह तकनीक अब केवल शोध प्रयोगशालाओं … Read more

ग्रेट निकोबार द्वीप परियोजना: भारत के सबसे दक्षिणी द्वीप का रूपांतरण

ग्रेट निकोबार द्वीप परियोजना: भारत के सबसे दक्षिणी द्वीप का रूपांतरण

भारत सरकार ने जिस महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा की है, वह न केवल आर्थिक विकास का प्रतीक है बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा, समुद्री प्रभुत्व और पारिस्थितिक संतुलन के बीच तालमेल बिठाने का एक साहसिक प्रयास भी है। ग्रेट निकोबार द्वीप परियोजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “विकसित भारत 2047” के विज़न का अभिन्न हिस्सा है। यह परियोजना … Read more

डीजल के साथ आइसोब्यूटेनॉल का मिश्रण: भारत में जैव ईंधन नीति और भविष्य की संभावनाएँ

डीजल के साथ आइसोब्यूटेनॉल का मिश्रण: भारत में जैव ईंधन नीति और भविष्य की संभावनाएँ

भारत दुनिया के सबसे बड़े ऊर्जा उपभोक्ताओं में से एक है। बढ़ती जनसंख्या, तीव्र औद्योगिकीकरण और तेजी से बढ़ते परिवहन क्षेत्र के कारण देश की पेट्रोलियम ईंधन पर निर्भरता लगातार बढ़ रही है। इस निर्भरता के चलते न केवल आयात बिल भारी होता है बल्कि पर्यावरणीय संकट भी गहराता है। ऐसे समय में वैकल्पिक ईंधनों … Read more

नीली क्रांति के 5 वर्ष : प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) का प्रभाव और भविष्य

नीली क्रांति के 5 वर्ष : प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY)

भारत प्राचीन काल से ही समुद्रों, नदियों और झीलों से जुड़ा देश रहा है। यहाँ की विशाल तटीय रेखा, आंतरिक जलाशय और विविध भौगोलिक स्थिति मत्स्य पालन को एक स्वाभाविक आजीविका और पोषण का आधार प्रदान करती रही है। आज़ादी के बाद भी मछली उत्पादन भारत की ग्रामीण और तटीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखता … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.