पश्चिमी घाट में दुर्लभ ड्रैगनफ़्लाई की पुनः खोज | जैव-विविधता और संरक्षण का नया संकेत

क्रोकोथेमिस एरिथ्रैया (Crocothemis erythraea) : पश्चिमी घाट में दुर्लभ ड्रैगनफ़्लाई की पुनः खोज

भारत का पश्चिमी घाट (Western Ghats) न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह विश्व के सबसे महत्वपूर्ण जैव-विविधता हॉटस्पॉट्स में भी गिना जाता है। हाल ही में यहां हुई एक महत्वपूर्ण खोज ने वैज्ञानिकों और पर्यावरणविदों का ध्यान एक बार फिर इस क्षेत्र की ओर आकर्षित किया है। ओडोनैटोलॉजिस्ट्स (Odonatologists) यानी … Read more

गूगल का नया AI टूल “Nano Banana” (Gemini 2.5 Flash Image)

गूगल का नया AI टूल "Nano Banana" (Gemini 2.5 Flash Image)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) लगातार हमारी डिजिटल दुनिया को बदल रहा है। कुछ साल पहले तक जिन कार्यों के लिए घंटों का समय और विशेषज्ञता चाहिए होती थी, अब वही काम कुछ सेकंड में हो रहे हैं। टेक्नोलॉजी कंपनियां ऐसे टूल्स विकसित कर रही हैं जो न केवल काम को आसान बनाते हैं बल्कि हमारी रचनात्मकता … Read more

नुआखाई महोत्सव 2025: ओडिशा का फसल उत्सव

नुआखाई महोत्सव 2025: ओडिशा का फसल उत्सव

भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहाँ की सांस्कृतिक परंपराएँ खेती-किसानी और प्रकृति से गहराई से जुड़ी हुई हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग समय पर फसल उत्सव मनाए जाते हैं, जैसे पंजाब में बैसाखी, असम में बिहू, तमिलनाडु में पोंगल और केरल में ओणम। इन्हीं में से एक प्रमुख उत्सव है नुआखाई … Read more

डिजिटल सर्विस टैक्स (Digital Services Tax – DST): वैश्विक विवाद और भारत सहित दुनिया पर प्रभाव

डिजिटल सर्विस टैक्स (Digital Services Tax – DST)

डिजिटल युग में वैश्विक अर्थव्यवस्था का स्वरूप तेजी से बदल रहा है। इंटरनेट, स्मार्टफोन और डिजिटल सेवाओं के प्रसार ने न केवल जीवन शैली को प्रभावित किया है, बल्कि कर प्रणाली (Taxation System) को भी नई चुनौतियों के सामने खड़ा कर दिया है। पारंपरिक कर व्यवस्था मुख्यतः भौतिक उपस्थिति (Physical Presence) और मुनाफे (Profits) पर … Read more

RBI के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल बने IMF के कार्यकारी निदेशक

RBI के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल बने IMF के कार्यकारी निदेशक

भारत ने पिछले दो दशकों में वैश्विक आर्थिक संस्थाओं में अपनी भूमिका और प्रभाव को लगातार मजबूत किया है। विश्व व्यापार संगठन (WTO), विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (ADB), ब्रिक्स बैंक (NDB) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) जैसे बहुपक्षीय संस्थानों में भारतीय विशेषज्ञों की उपस्थिति और नेतृत्व लगातार बढ़ रहा है। इसी कड़ी में 28 … Read more

‘प्रोजेक्ट आरोहण’ : NHAI की समावेशी शिक्षा और सामाजिक समानता की ओर ऐतिहासिक पहल

‘प्रोजेक्ट आरोहण’ : NHAI की समावेशी शिक्षा और सामाजिक समानता की ओर ऐतिहासिक पहल

भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में शिक्षा केवल व्यक्तिगत उन्नति का साधन ही नहीं, बल्कि सामाजिक समानता और आर्थिक सशक्तिकरण का सबसे महत्वपूर्ण उपकरण भी है। समय–समय पर सरकारें और संस्थान वंचित वर्गों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विभिन्न योजनाएँ शुरू करते रहे हैं। इसी क्रम में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण … Read more

स्टील्थ की होड़: अमेरिका के बॉम्बर्स और चीन का व्हाइट एम्परर

स्टील्थ की होड़: अमेरिका के बॉम्बर्स और चीन का व्हाइट एम्परर

वैश्विक शक्ति संतुलन में वायुसेना और उसकी तकनीकी श्रेष्ठता हमेशा निर्णायक रही है। 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध से लेकर 21वीं शताब्दी तक, अमेरिका ने लंबी दूरी की बमबारी और परमाणु प्रतिरोधक क्षमता के लिए अपने सामरिक स्टील्थ बॉम्बर्स का विकास किया है। दूसरी ओर, चीन आधुनिक तकनीक पर आधारित छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की … Read more

भारत का डेयरी क्षेत्र: विकास, चुनौतियाँ और संभावनाएँ

भारत का डेयरी क्षेत्र: विकास, चुनौतियाँ और संभावनाएँ

भारत का डेयरी क्षेत्र केवल एक कृषि-आधारित उद्योग नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश होने के साथ-साथ भारत ने अपने सहकारी मॉडल और कम लागत वाले उत्पादन ढांचे के माध्यम से वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। हालांकि, यह क्षेत्र कई चुनौतियों का सामना … Read more

अंगदान में लैंगिक असमानता | Gender Disparity in Organ Donation

अंगदान में लैंगिक असमानता | Gender Disparity in Organ Donation

मानव जीवन अमूल्य है। किसी गंभीर रोग, दुर्घटना या अंग-विशेष की विफलता के कारण जब किसी मरीज का जीवन संकट में पड़ता है, तब अंग प्रत्यारोपण (Organ Transplantation) ही उसे जीवनदान देने का अंतिम विकल्प बन जाता है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की प्रगति ने यह संभव किया है कि एक व्यक्ति द्वारा दान किया गया … Read more

रक्षा उत्पादन में निजी क्षेत्र की भागीदारी : आत्मनिर्भर भारत की ओर एक निर्णायक कदम

रक्षा उत्पादन में निजी क्षेत्र की भागीदारी

भारत आज रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। जहाँ कभी देश की सुरक्षा ज़रूरतें आयातित हथियारों और उपकरणों पर निर्भर हुआ करती थीं, वहीं आज ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल ने रक्षा उद्योग का स्वरूप ही बदल दिया है। विशेष रूप से निजी क्षेत्र की … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.