शाहजहाँ |1592 ई. – 1666 ई.

शाहजहाँ |1592 ई. - 1666 ई.

मुगल वंश के पांचवें और लोकप्रिय शहंशाह शाहजहाँ को दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक ताजमहल के निर्माण के लिए आज भी याद किया जाता हैं। ताजमहल शाहजहां और उनकी प्रिय बेगम मुमताज महल की प्यार की निशानी है। मुगल बादशाह शाहजहां कला एवं वास्तुकला के गूढ़ प्रेमी थे। उन्होंने अपने शासन काल में … Read more

काकतीय वंश |1000 ई.-1326 ई.

काकतीय वंश

हैदराबाद का पूर्वी भाग तेलंगाना, काकतीय वंश के राजाओं के शासनकाल का महत्वपूर्ण केंद्र (राजधानी) रहा है। उस समय इस भाग को वारंगल नाम से जाना जाता था। कल्याण के चालुक्य वंश के शासकों के उत्कर्ष के समय काकतीय राजा अपने राज्य का प्रशासन चालुक्यों के सामंत के रूप में किया करते थे। काकतीय वंश … Read more

विजयनगर साम्राज्य | 1336 ई. – 1485 ई.

विजयनगर साम्राज्य | 1336 ई. - 1485 ई.

विजयनगर, जिसका का शाब्दिक अर्थ है- ‘जीत का शहर’। प्रायः इस नगर को मध्ययुग का प्रथम हिन्दू साम्राज्य माना जाता है। चौदहवी शताब्दी में उत्पन्न विजयनगर साम्राज्य को मध्ययुग और आधुनिक औपनिवेशिक काल के बीच का संक्रान्ति-काल कहा जाता है। इस साम्राज्य की स्थापना 1336 ई. में दक्षिण भारत में तुग़लक़ सत्ता के विरुद्ध होने वाले राजनीतिक तथा सांस्कृतिक आन्दोलन के … Read more

बहमनी वंश | 1347 ई.-1538 ई.

बहमनी वंश | 1347 ई.-1538 ई.

बहमनी वंश दक्कन का एक इस्लामी राज्य था। इस वंश की स्थापना 3 अगस्त 1347 ई. को एक तुर्क- अफगान सूबेदार अलाउद्दीन बहमन शाह ने की थी। इसका प्रतिद्वंदी साम्राज्य विजयनगर था, जो एक हिन्दू साम्राज्य था। 1518 ई. में इसका विघटन हो गया जिसके फलस्वरूप – बरार, बीदर, अहमदनगर, गोलकुण्डा और बीजापुर के राज्यों का उदय हुआ। इन पाँचों को सम्मिलित रूप से दक्कन सल्तनत भी कहा जाता … Read more

परमार वंश | 800-1327 ई.

परमार वंश | 800-1327 ई.

परमार वंश का प्रारंभ नवीं शताब्दी के आरम्भ में नर्मदा नदी के उत्तर मालवा (प्राचीन अवन्ती) क्षेत्र में उपेन्द्र अथवा कृष्णराज द्वारा हुआ था। इस वंश के शासकों ने 800ई. से 1327 ई. तक शासन किया। मालवा के परमार वंशी शासक संभवतः राष्ट्रकूटों या प्रतिहारों के सामना थे। परमार वंश एक राजवंश का नाम है, यह वंश मध्ययुग के प्रारम्भिक काल में महत्वपूर्ण … Read more

चोल साम्राज्य | 300 ई.पू.-1279 ई.

चोल साम्राज्य

चोल साम्राज्य भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण राजस्थलों में से एक था जो दक्षिण भारत में स्थित था। इस साम्राज्य की स्थापना लगभग 3वीं शती ईसा पूर्व (300 ई.पू.) में हुई थी। यह अपने शक्तिशाली और प्रभावशाली साम्राज्यत्व के लिए प्रसिद्ध था। चोल साम्राज्य का मुख्य केंद्र थांबण्नल्लूर (वर्तमान तंजावुर) था। नवीं सदी के मध्य से … Read more

बीरबल | 1528 ई.-1586 ई.

बीरबल (1528 ई.-1586 ई.)

बीरबल का जन्म सन 1528 में, कल्पी के नजदीक किसी गाव में हुआ था। उनका बचपन का नाम महेश दास था। आज उनका जन्मस्थान भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में आता है। इतिहासकारो के अनुसार उनका जन्म गाव यमुना नदी के तट पर बसा टिकवनपुर था। उनके पिता का नाम गंगा दास और माता का … Read more

सम्राट अकबर: शक्तिशाली साम्राज्य निर्माण | 1542 ई.–1605 ई.

सम्राट अकबर | 1542–1605 ई

मुग़ल शासनकाल में जितने भी राजा महाराजा हुए उन सबमे अकबर सबसे अलग, सबसे प्रभावशाली एवं शक्तिशाली राजा थे। अकबर बहुत ही बहादुर और शांतिप्रिय राजा थे।

हुमायूँ | 1508 ई.-1556 ई.

हुमायूँ (1508 ई.-1556 ई.)

हुमायूँ बाबर का सबसे बड़ा पुत्र और एक प्रख्यात मुगल सम्राट था। हुमायूँ एक एक मात्र ऐसा मुगल शासक था, जिसने अपने पिता बाबर की आज्ञा का पालन करते हुए अपने मुगल सम्राज्य का बंटवारा अपने चारों भाईयों में किया था। हुमायूँ का जीवन इतना सरल नहीं था, उसका जीवन कई उतार-चढ़ावों से भरा हुआ … Read more

मराठा साम्राज्य के शासक (पेशवा) | शिवाजी, संभाजी, शाहू…

मराठा साम्राज्य के शासक और पेशवा

शाहू के शासन के तहत बालाजी विश्वनाथ को 1713 में मराठा साम्राज्य के शासक (पेशवा) के रूप में नियुक्त किया गया था। शाहू के शासनकाल में कुशल और बहादुर योद्धा राघोजी भोसले के नेतृत्व में पूर्व में साम्राज्य का विस्तार हुआ। समय के साथ शाहू अपने प्रधानमंत्री पेशवा बालाजी विश्वनाथ के हाथों की कठपुतली बन … Read more

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सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.