महावीर स्वामी | Mahaveer Swami | 540-468 ई. पू.

महावीर स्वामी

भगवन Mahaveer Swami (महावीर स्वामी), राजा सिद्धार्थ और रानी त्रिशला के पुत्र थे। इनका जन्म 599 ईसा पूर्व में चैत्र महीने के 13वें दिन शुक्ल पक्ष में हुआ था। ग्रेगोरियन कैलेंडर(Gregorian calendar) के अनुसार इनका जन्म मार्च या अप्रैल के महीने में हुआ था। जबकि कुछ लोगों का कहना है कि महावीर स्वामी का जन्म क्षत्रियकुंड राज्य में हुआ था।

जैन धर्म | Jainism

जैन धर्म

जैन धर्म के प्रारंभिक इतिहास की जानकारी भद्रबाहु के कल्पसूत्र से मिलती है। जैन दार्शनिक परम्परा वैदिक परम्परा के ही समकालीन एक आंदोलन माना जाता है।

धार्मिक आन्दोलन | Religious Movements | 600 ईसा पूर्व

धार्मिक आन्दोलन Religious Movements

धार्मिक आन्दोलन (Religious Movements) के छठी शताब्दी ईसा पूर्व दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कई धार्मिक आंदोलनों का गवाह बना। इओनिया द्वीप में हेराक्लिटस, फारस में जोरोस्टर और चीन में कन्फ्यूशियस ने नए सिद्धांतों का प्रचार किया। भारत में भी, नए विचारों का उथल पुथल हुआ, जिससे नए दार्शनिक सिद्धांतों और धार्मिक संप्रदायों का उदय हुआ।

उत्तर वैदिक काल | 1000-500 | ई.पू. The Post Vedic Age

उत्तर वैदिक काल (1000-500) ई.पू. Post Vedic Age

उत्तर वैदिक काल का समय 1000 ई.पू.से 600 ई. पू. तक माना जाता हैं। कही-कही उत्तर वैदिक काल का समय 1000 ई.पू.से 500 ई. पू. तक माना गया हैं।

पूर्व वैदिक अथवा ऋग्वेदिक काल | The Early Vedic Age |1500-1000 ई.पू.

पूर्व वैदिक अथवा ऋग्वेदिक काल | The Early Vedic Age |1500-1000 ई.पू.

पूर्व वैदिक काल वैदिक काल के शुरुआत के समय को कहते है। वैदिक संस्कृति का एकमात्र स्रोत वैदिक साहित्य है। इनमें चार वेद (संहिता भी कहे जाते हैं), ऋग्वेद, साम-वेद, यजुर-वेद और अथर्व-वेद हैं; ब्राह्मण, अरण्यक और उपनिषद। ऋग्वेद सबसे प्राचीनतम वेद होने के कारण इस समय को ऋग्वेद काल भी कहते हैं। ऋग्वेद भजन … Read more

पाषाण काल STONE AGE | 2,500,000 ई.पू.- 1,000 ईसा पूर्व

पाषाण काल

पाषाण काल के रूप में उस काल को परिभाषित किया गया है, जब प्रागैतिहासिक मनुष्य अपने जीवन यापन के लिए पत्थरों का उपयोग करते थे । मनुष्य के जन्म के बाद से हुए विकास को अलग अलग कालो में बांटा गया है।

सिंधु घाटी सभ्यता (हड़प्पा सभ्यता) 2350 – 1750 ई.पू.

सिंधु घाटी सभ्यता

सिंधु घाटी सभ्यता (3300-1700 ई.पू.) विश्व की प्राचीन नदी घाटी सभ्यताओं में से एक प्रमुख सभ्यता थी. यह हड़प्पा सभ्यता और सिंधु-सरस्वती सभ्यता के नाम से भी जानी जाती है. ब्रिटिश काल में हुई खुदाइयों के आधार पर पुरातत्ववेत्ता और इतिहासकारों का अनुमान है कि यह अत्यंत विकसित सभ्यता थी और ये शहर अनेक बार बसे और उजड़े हैं।

प्राचीन इतिहास (ANCIENT HISTORY)

प्राचीन इतिहास

भारत के प्राचीन इतिहास को अगर विश्व के इतिहास के महान अध्यायों में से एक कहा जाए तो इसे अतिश्योक्ति नहीं कहा जा सकता। इसका वर्णन करते हुए भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने कहा था, ‘‘विरोधाभासों से भरा लेकिन मजबूत अदृश्य धागों से बंधा’’। भारतीय इतिहास की विशेषता है कि वो खुद को … Read more

वैदिक सभ्यता | वैदिक काल | Vedic Age (1500ई.पू.-500 ई.पू.)

वैदिक सभ्यता

सिंधु घाटी सभ्यता के पश्चात भारत में जिस नवीन सभ्यता का विकास हुआ उसे ही आर्य अथवा वैदिक सभ्यता के नाम से जाना जाता है। वैदिक सभ्यता ही हिन्दू सभ्यता है। इस काल की जानकारी हमे मुख्यत: वैदिक साहित्य से प्राप्त होती है, जिसमे ऋग्वेद सर्वप्राचीन होने के कारण सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। इस काल की … Read more

भारतीय इतिहास का परिचय INTRODUCTION OF INDIAN HISTORY

भारतीय इतिहास

मानव विकास के उस काल को इतिहास कहा जाता है, जिसके लिए लिखित विवरण उपलब्ध है। मनुष्य की कहानी आज से लगभग दस लाख वर्ष पूर्व प्रारम्भ होती है, पर ‘ज्ञानी मानव‘ होमो सैपियंस Homo sapiens का प्रवेश इस धरती पर आज से क़रीब तीस या चालीस हज़ार वर्ष पहले ही हुआ माना जाता है। भारतीय इतिहास … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.