गोबी मरुस्थल | एशिया का विशाल और अनोखा रेगिस्तान

गोबी मरुस्थल | एशिया का विशाल और अनोखा रेगिस्तान

गोबी मरुस्थल, जो चीन और मंगोलिया में स्थित है, विश्व के सबसे बड़े और सबसे अद्वितीय मरुस्थलों में से एक है। यह मरुस्थल कुल 12,95,000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और यह पृथ्वी का पांचवां सबसे बड़ा और एशिया का सबसे बड़ा मरुस्थल है। यह उत्तर में अल्टेई पहाड़ और मंगोलिया के स्तेपी और … Read more

रेगिस्तान | मरुस्थल | Desert

रेगिस्तान | मरुस्थल | Desert

रेगिस्तान (मरुस्थल) पृथ्वी के वे भू-भाग होते हैं जहां जलवायु अत्यधिक शुष्क होती है तथा वर्षा की मात्रा बहुत कम होती है। इन क्षेत्रों में साल भर में 250 मिमी से कम वर्षा होती है।

पानी का चश्मा | एक प्राकृतिक जल स्रोत

पानी का चश्मा | एक प्राकृतिक जल स्रोत

पानी का चश्मा एक ऐसा प्राकृतिक स्रोत है जहाँ ज़मीन में बनी दरारों या छिद्रों से ज़मीन के भीतर के जलाशय का पानी अनायास ही बाहर बहता रहता है। यह जल स्रोत मानव जीवन और पर्यावरण दोनों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। चश्मे न केवल ग्रामीण इलाकों में पेयजल की आपूर्ति का मुख्य साधन हैं, … Read more

घाघरा नदी | एतिहासिक सांस्कृतिक और भोगोलिक महत्व

घाघरा नदी

घाघरा नदी, जिसे करनाली और सरयू नदी के नाम से भी जाना जाता है, दक्षिण एशिया की एक महत्वपूर्ण नदी है। यह नदी दक्षिणी तिब्बत के ऊँचे हिमालय पर्वतों से निकल कर तिब्बत, नेपाल और भारत के कई हिस्सों से होकर बहती है और गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है। घाघरा … Read more

शारदा नदी | एक ऐतिहासिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक अध्ययन

शारदा नदी

शारदा नदी, जिसे महाकाली नदी के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप की एक प्रमुख नदी है। इसका उद्गम भारत के उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले में नंदा देवी पर्वतमाला के पूर्वी ढलानों से होता है। यह नदी अपनी भौगोलिक विशेषताओं, ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक पहचान के कारण एक अद्वितीय स्थान रखती है। … Read more

पंच प्रयाग | भारत की पवित्र संगम स्थली

पंच प्रयाग | भारत की पवित्र संगम स्थली

भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित “पंच प्रयाग” हिंदू धर्म के पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक हैं। इनका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यंत गहन है। हिमालयी क्षेत्र की नदियां केवल भौगोलिक महत्व ही नहीं रखतीं, बल्कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति का भी अभिन्न हिस्सा हैं। इन नदियों के संगम स्थल, जिन्हें प्रयाग कहा जाता … Read more

भारत की नदियाँ और उनकी सहायक नदियाँ | Rivers and Tributaries

भारत की नदियाँ और उनकी सहायक नदियाँ

भारत एक विशाल और विविध भौगोलिक क्षेत्र है, जिसमें नदियाँ न केवल जल संसाधन प्रदान करती हैं बल्कि आर्थिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। भारतीय उपमहाद्वीप की प्रमुख नदियाँ, जैसे कि सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र, यमुना, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, नर्मदा, दामोदर, रावी, और महानदी, देश के विभिन्न हिस्सों में जीवन के लिए … Read more

यमुना नदी तंत्र और सहायक नदियाँ | हिमालय से गंगा तक का सफर

यमुना नदी तंत्र और सहायक नदियाँ | हिमालय से गंगा तक का सफर

यमुना नदी, जिसे भारत की पवित्र नदियों में से एक माना जाता है, गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदी है। इसका उद्गम स्थल हिमालय के निचले क्षेत्र में बंदरपूंछ शिखरों के पास यमुनोत्री ग्लेशियर से होता है, जो उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में स्थित है। यह ग्लेशियर 6,387 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। … Read more

गंगा नदी तंत्र और सहायक नदियाँ | भारत की जीवनदायिनी नदी

गंगा नदी तंत्र और सहायक नदियाँ | भारत की जीवनदायिनी नदी

गंगा नदी, जिसे संस्कृत में “गङ्गा” और बांग्ला में “গঙ্গা” के नाम से जाना जाता है, भारत की सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र नदियों में से एक है। गंगा को हिंदू धर्म में माता और देवी के रूप में पूजा जाता है जिसका धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व अपार है। गंगा केवल एक नदी नहीं है, … Read more

ब्रह्मपुत्र नदी तन्त्र | ब्रह्मपुत्र और सहायक नदियाँ

ब्रह्मपुत्र नदी तन्त्र | ब्रह्मपुत्र और सहायक नदियाँ

ब्रह्मपुत्र नदी एशिया की सबसे महत्वपूर्ण नदियों में से एक है, जो तिब्बत, भारत, और बांग्लादेश से होकर बहती है। इसकी लंबाई लगभग 2,900 किलोमीटर है और यह हिमालय के उत्तरी हिस्से से निकलकर बंगाल की खाड़ी में मिलती है। यह नदी न केवल अपने विशाल जल प्रवाह और भौगोलिक विस्तार के लिए जानी जाती … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.