भारत की भाषाएँ: संवैधानिक मान्यता, आधिकारिक स्वरूप और विश्व परिप्रेक्ष्य में भाषाई विविधता
भारत विविधताओं का देश है। यहाँ की संस्कृति, परंपराएँ, रीति-रिवाज, खान-पान और वेशभूषा जितनी विविध हैं, उतनी ही विविधतापूर्ण भाषाएँ भी हैं। भाषाएँ किसी भी राष्ट्र की आत्मा होती हैं, क्योंकि वे लोगों के बीच विचारों और भावनाओं का आदान-प्रदान करने का माध्यम बनती हैं। भारत में सैकड़ों भाषाएँ और हजारों बोलियाँ बोली जाती हैं, … Read more