तत्सम और तद्भव शब्दों की सूची

तत्सम और तद्भव शब्दों की सूची

तत्सम और तद्भव शब्दों की सूची संस्कृत से उत्पन्न हुए तत्सम और तद्भव शब्दों का संग्रह है, जो हिंदी भाषा में प्रयुक्त होते हैं। तत्सम शब्द वे होते हैं, जो संस्कृत से सीधे बिना कोई परिवर्तन किए हिंदी में आए हैं, जबकि तद्भव शब्द वे होते हैं, जो संस्कृत से हिंदी में आते समय ध्वनि, … Read more

युग्म-शब्द | 500 +| उच्चारण में समान अर्थ में भिन्न

युग्म-शब्द (शब्द युग्म) | उच्चारण में सामान अर्थ में भिन्न

हिंदी भाषा की एक विशेषता यह है कि यह मात्रा, वर्ण, और उच्चारण प्रधान भाषा है। इसके अंतर्गत कई ऐसे शब्द होते हैं जिनका उच्चारण प्रायः समान होता है, किंतु उनके अर्थ भिन्न होते हैं। ऐसे शब्दों को युग्म-शब्द कहा जाता है। युग्म-शब्द अथवा शब्द युग्म क्या हैं? युग्म शब्द अथवा शब्द युग्म वे शब्द … Read more

पदबन्ध (Phrase) | परिभाषा, भेद एवं उदाहरण

पदबन्ध (Phrase) | परिभाषा, भेद एवं उदाहरण

पदबन्ध (Padbandh) एक साहित्यिक संज्ञा है जो संस्कृत व्याकरण और साहित्य में प्रयोग होती है। यह शब्द दो शब्दों “पद” और “बन्ध” से मिलकर बना है। “पद” का अर्थ होता है शब्द या वाक्यांश, और “बन्ध” का अर्थ होता है बंधन या जोड़ना। इस प्रकार, पदबन्ध का अर्थ है शब्दों या वाक्यांशों का विशेष प्रकार … Read more

शब्द किसे कहते हैं? तत्सम, तद्भव, देशज एवं विदेशी शब्द

शब्द किसे कहते हैं? तत्सम, तद्भव, देशज एवं विदेशी शब्द

शब्द उस ध्वनि या ध्वनि समूह को कहते हैं जो किसी भाषा में एक अर्थ को प्रकट करता है। यह ध्वनि या ध्वनि समूह एक या एक से अधिक वर्णों से मिलकर बना होता है। उदाहरण के लिए: शब्द केवल अर्थपूर्ण ध्वनियों का समूह नहीं है, बल्कि यह भाषा का आधारभूत तत्व है, जिसके माध्यम … Read more

शब्द शक्ति: परिभाषा और प्रकार | अमिधा | लक्षणा | व्यंजना

शब्द शक्ति

शब्द और अर्थ के सम्बन्ध को ध्यान में रखने वाले तत्त्व को शब्द की शक्ति कहते हैं। अर्थात किसी शब्द में छिपे अर्थ का बोध करने वाली शक्ति को शब्द शक्ति कहते हैं। “अभिधा, लक्षणा और व्यंजना” शब्द की तीन शक्तियाँ हैं। शब्द तीन प्रकार के होते हैं – वाचक, लक्षक और व्यंजक, और प्रत्येक … Read more

निपात | परिभाषा, प्रकार तथा 50 + उदाहरण

निपात

निपात का प्रयोग मुख्य रूप से अव्यय के लिए होता है। परन्तु निपात शुद्ध अव्यय नहीं होते हैं। निपात का कोई लिंग अथवा वचन नहीं होता है। इनका प्रयोग निश्चित शब्द, शब्द के समूह अथवा पूरे वाक्य को अन्य (अतिरिक्त) भावार्थ प्रदान करने के लिए किया जाता है। निपात सहायक शब्द होने के बाद भी … Read more

अव्यय | परिभाषा, प्रकार तथा 100 + उदाहरण

अव्यय - परिभाषा भेद तथा उदाहरण

अव्यय हिंदी व्याकरण का महत्वपूर्ण अंग है। हिंदी व्याकरण को भली प्रकार से समझने के लिए अव्यय को समझना नितांत आवश्यक है। हिंदी व्याकरण में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण इन सबके रूप वाक्य के अनुसार बदलते रहते हैं, परन्तु किसी भी वाक्य में अव्यय किसी भी परिस्थिति में नहीं बदलते हैं। ये हर स्थिति में अपने मूलरूप में ही बने रहते है, … Read more

हिंदी के विराम चिन्ह और उनका प्रयोग | 50 + उदाहरण

हिंदी विराम चिन्ह

हिंदी भाषा में विराम चिन्ह की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। ये विराम चिन्ह हमारी भाषा को सुचारू और सुंदर बनाने में मदद करते हैं और वाक्यों को समझने में भी मदद करते हैं। अगर विराम चिन्ह का प्रयोग न किया जाए तो कभी-कभी अर्थ का अनर्थ भी हो जाता है। भाषा के लिखित … Read more

अनेकार्थी शब्द |500 +उदाहरण

अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्द वह शब्द है जिसके एक से अधिक अर्थ होते हैं। जो विभिन्न प्रस्थितियों में विभिन्न अर्थों में प्रयुक्त होते है। यह यह भाषा की समृद्धता को दर्शाता है।

विलोम शब्द | विपरीतार्थक शब्द | Antonyms |500+ उदाहरण

विलोम शब्द Antonyms

विलोम शब्द भाषा की एक महत्वपूर्ण शैली है जिसमें एक शब्द का विपरीत अर्थ व्यक्त किया जाता है। यह शैली भाषा के रंगीनता और व्याकरण को समझने में मदद करती है।

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.