नाथ संप्रदाय (साहित्य): योग, तंत्र और साधना की भारतीय परंपरा का अनूठा अध्याय
भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरा में योग, तंत्र और साधना के अनेक मार्ग विकसित हुए हैं। इन्हीं में एक प्रमुख पंथ है – नाथ संप्रदाय। नाथ संप्रदाय का उद्भव सिद्धों की भोगवादी प्रवृत्ति और उनके द्वारा प्रचारित महासुखवाद के विरोध स्वरूप हुआ। नाथ साहित्य न केवल आध्यात्मिक चेतना को उजागर करता है, बल्कि यह समाज … Read more