भारत-चीन राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ

भारत-चीन राजनयिक संबंध

वर्ष 2025 भारत और चीन के राजनयिक संबंधों के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है, क्योंकि इस वर्ष दोनों देशों ने अपने संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाई है। इस अवसर पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री ली क्यांग ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति को शुभकामनाएँ भेजीं। यह अवसर न केवल अतीत के अनुभवों … Read more

दल-बदल विरोधी कानून | Anti-Defection Law

दल-बदल विरोधी कानून | Anti-Defection Law

भारतीय लोकतंत्र का मूल आधार संसद और राज्य विधानसभाओं में निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्य है। इन संस्थाओं में सदस्यों का चयन जनता के मतदान द्वारा होता है। हालाँकि, राजनीतिक दलों की आंतरिक गतिशीलता और राजनीतिक अवसरवाद ने संसद एवं विधानसभाओं में स्थिरता और दल अनुशासन को चुनौती दी है। इसी संदर्भ में 1985 में 52वें … Read more

परिसीमन | एक महत्वपूर्ण संवैधानिक प्रक्रिया

परिसीमन | एक महत्वपूर्ण संवैधानिक प्रक्रिया

परिसीमन भारतीय लोकतंत्र की एक महत्वपूर्ण संवैधानिक प्रक्रिया है, जिसका मुख्य उद्देश्य निर्वाचन क्षेत्रों की सीमाओं का पुनर्निर्धारण करना और जनसंख्या के आधार पर संसद और राज्य विधानसभाओं में सीटों की संख्या को संतुलित करना है। इस प्रक्रिया को समय-समय पर लागू किया जाता है ताकि निर्वाचन क्षेत्रों में जनसंख्या के अनुपात में समान प्रतिनिधित्व … Read more

जर्मनी के संघीय चुनाव 2025 | एक व्यापक विश्लेषण और भारत से तुलना

जर्मनी के संघीय चुनाव 2025

विश्व के लोकतंत्रों में चुनावी प्रक्रिया जनता की इच्छा और राष्ट्र की दिशा निर्धारित करने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम होती है। हाल ही में संपन्न हुए जर्मनी के संघीय चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी (CDC) ने बड़ी जीत हासिल करते हुए बुंडेस्टैग में 208 सीटें प्राप्त कीं। इसके परिणामस्वरूप फ्रेडरिक मर्ज़ का जर्मनी का अगला चांसलर … Read more

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 | ऐतिहासिक जीत और प्रशासनिक संरचना

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 27 वर्षों बाद सत्ता में वापसी की। कुल 70 सीटों में से भाजपा ने 48 सीटें हासिल कीं, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) को 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा। कांग्रेस एक बार फिर खाता खोलने में विफल रही और … Read more

विशेषाधिकार प्रस्ताव | अर्थ,उद्देश्य और महत्व

विशेषाधिकार प्रस्ताव

भारतीय संसदीय प्रणाली में विशेषाधिकार प्रस्ताव (Privilege Motion) एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जिसका उपयोग संसद और उसके सदस्यों के विशेषाधिकारों की रक्षा के लिए किया जाता है। यह प्रस्ताव तब लाया जाता है जब किसी सदस्य, मंत्री, या बाहरी व्यक्ति द्वारा संसद के अधिकारों, स्वतंत्रता और गरिमा का उल्लंघन किया जाता है। यह संसदीय लोकतंत्र … Read more

भारत का केंद्रीय बजट | एक व्यापक विश्लेषण

भारत का केंद्रीय बजट

भारत का केंद्रीय बजट (Union Budget) देश की आर्थिक संरचना का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो सरकार की वित्तीय नीतियों और आर्थिक दृष्टिकोण को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करता है। यह केवल आय-व्यय का विवरण नहीं, बल्कि देश की आर्थिक दिशा को निर्धारित करने वाला एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। संविधान के अनुच्छेद 112 के … Read more

संघ लोक सेवा आयोग | Union Public Service Commission (UPSC)

संघ लोक सेवा आयोग | Union Public Service Commission (UPSC)

संघ लोक सेवा आयोग भारतीय प्रशासनिक ढांचे का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसके गठन और कार्यप्रणाली का उद्देश्य सरकारी सेवाओं में निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करना है। UPSC न केवल प्रशासनिक सेवाओं के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करता है, बल्कि सेवा के दौरान उत्पन्न होने वाली विभिन्न समस्याओं का समाधान भी प्रदान … Read more

भारत में राजनीतिक दल | लोकतंत्र की रीढ़

भारत में राजनीतिक दल

भारत, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र, राजनीतिक दलों की एक समृद्ध और विविध प्रणाली का घर है। राजनीतिक दल एक संगठन होता है जो विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर समान विचारधारा वाले लोगों का समूह होता है, जो सत्ता प्राप्त करने के उद्देश्य से गठित होता है। ये दल लोकतंत्र के आधारभूत स्तंभ हैं … Read more

लोकपाल | भ्रष्टाचार के खिलाफ न्याय का प्रतीक

लोकपाल

लोकपाल एक ऐसा संस्थान है, जिसे भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को मजबूती देने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है। यह एक स्वतंत्र और स्वायत्त संस्थान है, जो केंद्र में कार्यरत जन सेवकों, जिनमें प्रधानमंत्री से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक शामिल हैं, के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की सुनवाई और निर्णय लेने … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.