मुद्रा की तटस्थता | Neutrality of Money

मुद्रा की तटस्थता

मुद्रा किसी भी आधुनिक अर्थव्यवस्था की धुरी है। यह केवल विनिमय का माध्यम भर नहीं, बल्कि मूल्य मापन, भविष्य की देनदारी का निर्धारण और संपत्ति संचय का एक सशक्त उपकरण भी है। किंतु जब मुद्रा की भूमिका को लेकर उसके प्रभाव और सीमाओं पर विचार किया जाता है, तब “मुद्रा की तटस्थता” (Neutrality of Money) … Read more

मुद्रा भ्रम (Money Illusion) | एक मनोवैज्ञानिक स्थिति का आर्थिक परिप्रेक्ष्य में विश्लेषण

मुद्रा भ्रम

आधुनिक अर्थव्यवस्था में मुद्रा एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह केवल वस्तुओं और सेवाओं के आदान-प्रदान का माध्यम ही नहीं है, बल्कि यह सामाजिक प्रतिष्ठा, सुरक्षा और समृद्धि का प्रतीक भी बन चुका है। परंतु जब लोग स्वयं मुद्रा को ही ‘धन’ समझने लगते हैं और उसकी क्रय-शक्ति को नजरअंदाज कर देते हैं, तब … Read more

मुद्रा का महत्व | Significance of Money

मुद्रा का महत्व

मुद्रा किसी भी अर्थव्यवस्था की धुरी है। इसके बिना न केवल व्यापार और विनिमय की क्रियाएँ असंभव हो जाती हैं, बल्कि आर्थिक संरचना भी चरमरा जाती है। आर्थिक गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए मुद्रा की आवश्यकता अत्यंत अनिवार्य है। यह केवल एक विनिमय का माध्यम नहीं है, बल्कि मूल्य मापन, संचय, … Read more

मुद्रा के कार्य | Functions of Money

मुद्रा के कार्य | Functions of Money

मुद्रा की उत्पत्ति को लेकर अर्थशास्त्रियों में मतभेद रहा है। कुछ अर्थशास्त्रियों का मानना है कि मुद्रा का जन्म मूलतः लेखे अथवा हिसाब की इकाई (Unit of Account) या सामान्य मूल्य-मापक (Measure of Value) के रूप में हुआ। इस विचारधारा का समर्थन प्रसिद्ध अर्थशास्त्री केन्स ने भी किया है। केन्स के अनुसार, मुद्रा सिद्धांत का … Read more

मुद्रा की परिभाषा एवं सम्बन्धित विभिन्न दृष्टिकोण

मुद्रा की परिभाषा एवं सम्बन्धित विभिन्न दृष्टिकोण

आधुनिक आर्थिक प्रणाली में ‘मुद्रा’ (Money) की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह केवल विनिमय का साधन नहीं, बल्कि मूल्य का मापक, क्रय शक्ति का संचय और भविष्य के भुगतानों की इकाई के रूप में भी कार्य करती है। अर्थशास्त्र के क्षेत्र में मुद्रा की परिभाषा को लेकर कई विचारधाराएँ प्रस्तुत की गई हैं। कुछ विद्वान … Read more

मुद्रा एवं सन्निकट मुद्रा | Money and Near Money

मुद्रा एवं सन्निकट मुद्रा | Money and Near Money

मुद्रा (Money) किसी भी आधुनिक अर्थव्यवस्था का मूल स्तंभ है। यह न केवल विनिमय का माध्यम है, बल्कि मूल्य माप, भविष्य के भुगतान की इकाई, तथा मूल्य के संचय का कार्य भी करती है। परंतु आर्थिक विकास की प्रक्रिया में केवल वही तत्व महत्वपूर्ण नहीं होते जो स्पष्ट रूप से मुद्रा के रूप में कार्य … Read more

मुद्रा के प्रकार | Kinds of Money

मुद्रा के प्रकार | Kinds of Money

मुद्रा का विकास मानव सभ्यता के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव रहा है। प्रारंभ में वस्तुओं के आदान-प्रदान के साधन के रूप में मुद्रा का प्रयोग हुआ, परंतु समय के साथ इसके रूप, कार्य तथा महत्व में काफी परिवर्तन आया। आज के वैश्विक परिदृश्य में मुद्रा केवल एक विनिमय का साधन नहीं रह गई, बल्कि … Read more

मुद्रा एवं मुद्रा मूल्य | Money and Value of Money

मुद्रा एवं मुद्रा मूल्य | Money and Value of Money

मुद्रा, जिसे हम रोजमर्रा के जीवन में वस्तुओं की खरीद-फरोख्त, सेवाओं के आदान-प्रदान एवं आर्थिक लेन-देन में उपयोग करते हैं, मानव सभ्यता का एक अनिवार्य अंग रही है। चाहे वह प्राचीन काल में पालतू जानवर, अनाज या अन्य उपयोगी वस्तुएँ हों, या फिर आज के डिजिटल लेन-देन – मुद्रा की भूमिका ने समय के साथ … Read more

मुद्रा: प्रकृति, परिभाषाएँ, कार्य, और विकास | Money: Nature, Definitions, Functions, and Evolution

मुद्रा: प्रकृति, परिभाषाएँ, कार्य, और विकास

मुद्रा मानव सभ्यता की एक प्राचीन आविष्कार है, जिसका विकास आर्थिक आवश्यकताओं और सामाजिक संगठन के साथ क्रमिक रूप से हुआ। प्रारंभ में वस्तु-विनिमय प्रणाली (barter system) प्रचलित थी, जहाँ वस्तुओं का सीधा आदान-प्रदान होता था। किंतु इस प्रणाली की कठिनाइयों (जैसे आवश्यकताओं के दोहरे संयोग की समस्या) ने मुद्रा के उद्भव को अनिवार्य बना … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.