संधि से संधि-विच्छेद तक | भारत-पाक संबंधों में निर्णायक मोड़
“जल ही जीवन है, पर जब यही जल राजनीति का हिस्सा बन जाए, तब वह जीवन के बजाय रणनीति का हथियार भी बन सकता है।” 1960 में जब सिंधु जल संधि पर भारत और पाकिस्तान के बीच हस्ताक्षर हुए थे, तब यह कल्पना करना कठिन था कि यह संधि एक दिन अपने ही बोझ तले … Read more