अमेरिका में एक नया ‘गोल्ड कार्ड’ वीजा कार्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई जा रही है, जिसके तहत अमीर विदेशी निवेशकों को तत्काल नागरिकता मिल सकेगी। इस योजना के अंतर्गत निवेशकों को अमेरिका में कम से कम $5 मिलियन (लगभग ₹43.5 करोड़) का निवेश करना अनिवार्य होगा। यह वीजा अमेरिका की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और विदेशी पूंजी को आकर्षित करने के उद्देश्य से लाया जा रहा है।
गोल्ड कार्ड वीजा क्या है?
ये देश विदेशी निवेशकों को गोल्डन वीज़ा प्रदान करते हैं, जो उन्हें स्थायी निवास या नागरिकता प्राप्त करने की सुविधा देते हैं। अब अमेरिका भी इसी तर्ज पर एक नई योजना लाने की तैयारी में है, जो मौजूदा EB-5 वीज़ा कार्यक्रम की जगह लेगी।
आज के वैश्वीकरण के युग में, दुनिया भर के लोग न केवल बेहतर जीवन स्तर की तलाश में हैं, बल्कि वे अपने व्यवसाय और निवेश के लिए भी नए अवसरों की खोज कर रहे हैं। ऐसे में, कई देशों ने विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए विशेष आव्रजन कार्यक्रम शुरू किए हैं। इनमें से एक प्रमुख योजना है गोल्ड कार्ड वीजा। यह योजना उन लोगों के लिए एक आकर्षक विकल्प है, जो किसी देश में बड़ी मात्रा में पूंजी निवेश करके स्थायी निवास (Permanent Residency) या नागरिकता (Citizenship) प्राप्त करना चाहते हैं।
गोल्ड कार्ड वीजा एक निवेश-आधारित आव्रजन कार्यक्रम है, जिसके तहत विदेशी नागरिक किसी देश में एक निश्चित राशि का निवेश करके स्थायी निवास या नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना मुख्य रूप से धनाढ्य व्यक्तियों, व्यापारियों और निवेशकों के लिए बनाई गई है, जो अपने व्यवसाय को विस्तार देने या अपने परिवार के लिए बेहतर भविष्य की तलाश में हैं।
गोल्ड कार्ड वीजा की मांग विशेष रूप से उन देशों में अधिक है, जो आर्थिक विकास और विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस योजना के तहत, निवेशकों को न केवल स्थायी निवास की सुविधा मिलती है, बल्कि उन्हें उस देश की नागरिकता प्राप्त करने का भी अवसर मिलता है।
गोल्ड कार्ड वीजा प्रदान करने वाले देश
दुनिया भर के कई देश गोल्ड कार्ड वीजा योजना चला रहे हैं। इनमें से कुछ प्रमुख देश हैं:
- पुर्तगाल: पुर्तगाल की गोल्डन वीजा योजना विदेशी निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय है। यहां निवेशकों को संपत्ति खरीदने या व्यवसाय में निवेश करने पर स्थायी निवास की सुविधा मिलती है।
- स्पेन: स्पेन भी निवेशकों को संपत्ति खरीदने या व्यवसाय में निवेश करने पर गोल्डन वीजा प्रदान करता है।
- माल्टा: माल्टा की नागरिकता योजना (Malta Citizenship by Investment) विदेशी निवेशकों को नागरिकता प्रदान करती है।
- साइप्रस: साइप्रस की नागरिकता योजना भी निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय है।
- ग्रीस: ग्रीस में संपत्ति खरीदने पर निवेशकों को स्थायी निवास की सुविधा मिलती है।
- एंटीगुआ-बारबुडा, सेंट किट्स और नेविस, डोमिनिका, ग्रेनाडा: ये कैरिबियाई देश भी निवेशकों को नागरिकता प्रदान करते हैं।
इन देशों के अलावा, अमेरिका भी इसी तर्ज पर एक नई योजना लाने की तैयारी में है, जो मौजूदा EB-5 वीजा कार्यक्रम की जगह लेगी। इस योजना के तहत निवेशकों को ग्रीन कार्ड से जुड़े विशेषाधिकार मिलेंगे, जिससे वे स्थायी अमेरिकी निवासी बन सकेंगे।
गोल्ड कार्ड वीजा का उद्देश्य
गोल्ड कार्ड वीजा का मुख्य उद्देश्य विदेशी पूंजी आकर्षित करना और अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना है। यह योजना सरकारों के लिए एक लाभकारी नीति साबित होती है, क्योंकि यह न केवल निवेश को बढ़ावा देती है, बल्कि स्थानीय उद्योगों, बुनियादी ढांचे और रोजगार के नए अवसरों का भी निर्माण करती है।
अमेरिका जैसे देश इस नीति के माध्यम से वैश्विक धनाढ्य वर्ग को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं, जिससे उनकी अर्थव्यवस्था को गति मिले और व्यापार के नए अवसर खुलें। ट्रंप प्रशासन द्वारा प्रस्तावित इस योजना का उद्देश्य अमेरिकी अर्थव्यवस्था में विदेशी पूंजी प्रवाह को तेज़ करना और सरकारी राजस्व बढ़ाना है।
गोल्ड कार्ड वीजा के लाभ
गोल्ड कार्ड वीजा के कई लाभ हैं, जो इसे विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षक बनाते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
- स्थायी निवास और नागरिकता: गोल्ड कार्ड वीजा के माध्यम से निवेशकों को स्थायी निवास और नागरिकता प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
- व्यवसाय के नए अवसर: निवेशकों को उस देश में व्यवसाय करने और उसे विस्तार देने का अवसर मिलता है।
- परिवार के सदस्यों के लिए सुविधा: निवेशक के परिवार के सदस्यों को भी स्थायी निवास और नागरिकता की सुविधा मिलती है।
- तेज नागरिकता प्रक्रिया: पारंपरिक आव्रजन प्रक्रियाओं की तुलना में, गोल्ड कार्ड वीजा में नागरिकता प्राप्त करने की प्रक्रिया तेज होती है।
- आर्थिक स्थिरता: निवेशकों को एक स्थिर और विकसित अर्थव्यवस्था में निवेश करने का अवसर मिलता है।
गोल्ड कार्ड वीजा की प्रमुख विशेषताएँ
- निवेश आधारित स्थायी निवास
- इस वीजा के तहत निवेशकों को अमेरिका में रहने, काम करने और व्यवसाय करने की अनुमति मिलती है, बशर्ते वे न्यूनतम निवेश मानदंडों को पूरा करें।
- नागरिकता प्रक्रिया में तेजी
- पारंपरिक ग्रीन कार्ड योजनाओं के मुकाबले, इस वीजा में निवेशकों को नागरिकता प्राप्त करने के लिए कम समय लगता है। EB-5 वीजा में नागरिकता प्राप्त करने में 5-7 साल लगते थे, जबकि गोल्ड कार्ड वीजा इससे तेज़ प्रक्रिया का वादा करता है।
- विदेशी निवेश को बढ़ावा
- अमेरिका में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) बढ़ेगा, जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और व्यवसायों को विस्तार मिलेगा।
- नई नौकरियों का सृजन
- निवेश से स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
- परिवार के सदस्यों के लिए लाभ
- निवेशक के अलावा, उनके जीवनसाथी और बच्चों को भी अमेरिका में स्थायी निवास और बाद में नागरिकता प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी।
- आर्थिक विकास में योगदान
- ट्रंप प्रशासन का मानना है कि इस कार्यक्रम से $5 ट्रिलियन का राजस्व प्राप्त होगा, जिससे अमेरिका के कर्ज़ को कम करने में मदद मिलेगी।
गोल्ड कार्ड वीजा के तहत नागरिकता प्राप्त करने की शर्तें व प्रक्रिया
आज के समय में, विदेशी निवेशकों के लिए स्थायी निवास और नागरिकता प्राप्त करने का एक प्रमुख रास्ता गोल्ड कार्ड वीजा है। यह योजना उन लोगों के लिए बनाई गई है, जो किसी देश में बड़ी मात्रा में पूंजी निवेश करके वहां की नागरिकता या स्थायी निवास प्राप्त करना चाहते हैं। हालांकि, इस योजना के तहत नागरिकता प्राप्त करने के लिए कुछ शर्तों और प्रक्रियाओं का पालन करना आवश्यक है। आगे, गोल्ड कार्ड वीजा के तहत नागरिकता प्राप्त करने की शर्तों और प्रक्रिया के बारे में विस्तार से दिया गया है।
गोल्ड कार्ड वीजा के तहत नागरिकता प्राप्त करने की शर्तें
गोल्ड कार्ड वीजा के तहत नागरिकता प्राप्त करने के लिए कुछ मुख्य शर्तें होती हैं। इन शर्तों को पूरा करने के बाद ही निवेशकों को स्थायी निवास या नागरिकता प्रदान की जाती है। इन शर्तों में न्यूनतम निवेश राशि, निवेश के प्रकार और निवास की न्यूनतम अवधि शामिल हैं।
1. न्यूनतम निवेश की अनिवार्यता
गोल्ड कार्ड वीजा के तहत नागरिकता प्राप्त करने के लिए सबसे पहली और महत्वपूर्ण शर्त है न्यूनतम निवेश राशि का पूरा करना। प्रत्येक देश में यह राशि अलग-अलग निर्धारित होती है। कुछ प्रमुख देशों की न्यूनतम निवेश राशि निम्नलिखित है:
- अमेरिका: अमेरिका के प्रस्तावित गोल्ड कार्ड वीजा के तहत कम से कम $5 मिलियन (लगभग ₹43.5 करोड़) का निवेश अनिवार्य होगा।
- UAE: UAE में 10 साल की निवास अनुमति के लिए 2 मिलियन AED (लगभग ₹4.5 करोड़) का निवेश आवश्यक है।
- पुर्तगाल: पुर्तगाल में न्यूनतम €500,000 (लगभग ₹4.5 करोड़) का निवेश या नौकरी सृजन कार्यक्रम के तहत निवेश करना आवश्यक है।
2. निवेश के स्वीकृत प्रकार
निवेशकों को न केवल न्यूनतम निवेश राशि का पालन करना होता है, बल्कि उन्हें निवेश के स्वीकृत प्रकारों में भी निवेश करना होता है। हर देश में निवेश के लिए कुछ विशेष क्षेत्रों और माध्यमों को मान्यता दी जाती है। इनमें से कुछ प्रमुख विकल्प निम्नलिखित हैं:
- अचल संपत्ति (Real Estate): भूमि, आवासीय या व्यावसायिक संपत्ति में निवेश करना।
- व्यावसायिक पूंजी (Business Capital): किसी कंपनी, स्टार्टअप या उद्योग में निवेश करना।
- सरकारी बांड (Government Bonds): संबंधित देश की सरकार द्वारा जारी बॉन्ड में निवेश करना।
- आर्थिक विकास निधि (Economic Development Funds): सरकारी विकास योजनाओं में योगदान देना।
3. निवास की न्यूनतम अवधि
नागरिकता प्राप्त करने से पहले कई देशों में एक न्यूनतम अवधि तक वहां निवास करना अनिवार्य होता है। यह अवधि देश के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। उदाहरण के लिए:
- अमेरिका: पारंपरिक EB-5 वीजा के तहत 5 वर्षों तक लगातार निवास करना आवश्यक था, लेकिन गोल्ड कार्ड वीजा के तहत यह प्रक्रिया और तेज़ हो सकती है।
- कुछ देशों में: सालभर में निश्चित दिनों तक वहां रहना अनिवार्य होता है, जबकि कुछ देशों में यह शर्त नहीं होती।
गोल्ड कार्ड वीजा प्राप्त करने की प्रक्रिया
गोल्ड कार्ड वीजा प्राप्त करने की प्रक्रिया काफी व्यवस्थित और चरणबद्ध होती है। इसमें आवेदन प्रस्तुत करने से लेकर नागरिकता प्राप्त करने तक कई चरण शामिल होते हैं। इन चरणों को समझना निवेशकों के लिए बेहद जरूरी है।
1. आवेदन प्रस्तुत करना
गोल्ड कार्ड वीजा प्राप्त करने की प्रक्रिया का पहला चरण है आवेदन प्रस्तुत करना। निवेशक को पहले अपना आवेदन और आवश्यक वित्तीय दस्तावेज़ संबंधित देश की सरकार या इमिग्रेशन विभाग को सौंपने होते हैं। इसमें निम्नलिखित दस्तावेज़ शामिल होते हैं:
- निवेश की योजना
- पूंजी का स्रोत
- कानूनी कागज़ात
- पासपोर्ट और फोटोग्राफ
2. पृष्ठभूमि जांच
आवेदन प्रस्तुत करने के बाद, सरकार निवेशक की पृष्ठभूमि की गहन जांच करती है। इस जांच का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि निवेशक की पूंजी वैध स्रोतों से आई है। इसमें निम्नलिखित मामलों की जाँच की जाती है:
- आर्थिक अपराध
- कर चोरी
- अवैध गतिविधियों से जुड़े मामले
3. निवेश की पुष्टि
पृष्ठभूमि जांच पूरी होने के बाद, सरकार यह सत्यापित करती है कि निवेशक ने निर्धारित राशि को अनुमोदित निवेश माध्यम में स्थानांतरित कर दिया है। यदि निवेश किसी व्यावसायिक परियोजना में किया जा रहा है, तो उस परियोजना की वैधता भी जाँची जाती है।
4. स्थायी निवास की स्वीकृति
जब सभी शर्तें पूरी हो जाती हैं, तो निवेशक और उसके परिवार को स्थायी निवास का अधिकार (Permanent Residency) दिया जाता है। यह उन्हें उस देश में रहने, व्यवसाय करने और अन्य कानूनी अधिकार प्राप्त करने की अनुमति देता है।
5. नागरिकता
स्थायी निवास के बाद, कुछ देशों में 5-10 वर्षों के निवास के बाद नागरिकता प्राप्त करने का अवसर मिलता है। हालांकि, नागरिकता प्राप्त करने के लिए कुछ अतिरिक्त शर्तें भी हो सकती हैं, जैसे:
- भाषा परीक्षा
- सांस्कृतिक अनुकूलन
- अन्य कानूनी प्रक्रियाएँ
गोल्ड कार्ड वीजा विदेशी निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प है, जो उन्हें स्थायी निवास और नागरिकता प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। हालांकि, इस योजना के तहत नागरिकता प्राप्त करने के लिए कुछ शर्तों और प्रक्रियाओं का पालन करना आवश्यक है। इन शर्तों में न्यूनतम निवेश राशि, निवेश के प्रकार और निवास की न्यूनतम अवधि शामिल हैं।
गोल्ड कार्ड वीजा और EB-5 वीजा में अंतर
गोल्ड कार्ड वीजा और EB-5 वीजा दोनों ही अमेरिका में स्थायी निवास और नागरिकता प्राप्त करने के लिए बनाए गए हैं, लेकिन इनके बीच कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। इन अंतरों को निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर समझा जा सकता है:
1. समय
- गोल्ड कार्ड वीजा: यह योजना निवेशकों को तुरंत नागरिकता प्राप्त करने का अवसर देती है। इसका मतलब है कि निवेशक को नागरिकता के लिए लंबी प्रतीक्षा अवधि से नहीं गुजरना पड़ता।
- EB-5 वीजा: EB-5 वीजा धारकों को पहले 5-7 वर्षों तक अमेरिका में रहना पड़ता है, तभी वे नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया गोल्ड कार्ड वीजा की तुलना में अधिक लंबी है।
2. न्यूनतम निवेश
- गोल्ड कार्ड वीजा: इस योजना के तहत निवेशक को कम से कम $5 मिलियन (लगभग ₹43.5 करोड़) का निवेश करना अनिवार्य है। यह राशि EB-5 वीजा की तुलना में काफी अधिक है।
- EB-5 वीजा: EB-5 वीजा के तहत 800,000–800,000–1 मिलियन (लगभग ₹7-8 करोड़) का निवेश पर्याप्त होता है। हालांकि, यह निवेश किसी अमेरिकी व्यवसाय में होना चाहिए, जिससे रोजगार के अवसर बनें।
3. निवेश में ऋण
- गोल्ड कार्ड वीजा: इस योजना के तहत निवेशक को पूरा भुगतान स्वयं करना होगा। किसी प्रकार के ऋण की अनुमति नहीं होती।
- EB-5 वीजा: EB-5 वीजा धारक कुछ मामलों में उधारी लेकर भी निवेश कर सकते हैं। यह विशेषता इसे अधिक लोगों के लिए सुलभ बनाती है।
4. रोजगार सृजन
- गोल्ड कार्ड वीजा: इस योजना के तहत निवेशक को रोजगार सृजन की कोई शर्त पूरी करने की आवश्यकता नहीं है। यह केवल पूंजी निवेश पर आधारित है।
- EB-5 वीजा: EB-5 वीजा के लिए निवेशक को कम से कम 10 अमेरिकियों के लिए रोजगार का सृजन करना अनिवार्य है। यह शर्त अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सक्रिय योगदान को बढ़ावा देती है।
5. निवास और नागरिकता
- EB-5 वीजा: EB-5 वीजा धारकों को स्थायी निवास (ग्रीन कार्ड) प्राप्त करने के लिए लंबी आवेदन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसमें आवेदन जमा करना, अनुमोदन प्राप्त करना और निवास की शर्तें पूरी करना शामिल है। इसके बाद ही वे 5 साल की अनिवार्य निवास अवधि पूरी कर नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- गोल्ड कार्ड वीजा: गोल्ड कार्ड वीजा धारक को सीधे नागरिकता प्राप्त करने का अवसर मिलता है। यह प्रक्रिया अधिक सरल और तेज़ है।
गोल्ड कार्ड वीजा और EB-5 वीजा में अंतर की सारणी (Tabular View)
विशेषता | गोल्ड कार्ड वीजा | EB-5 वीजा |
---|---|---|
निवेश राशि | $5 मिलियन (₹43.5 करोड़) | $800,000 – $1 मिलियन (₹7-8 करोड़) |
नागरिकता प्राप्ति समय | तुरंत | 5-7 वर्ष |
निवेश का प्रकार | कोई भी मान्यता प्राप्त निवेश | अमेरिकी व्यवसाय में निवेश |
नौकरी सृजन अनिवार्यता | नहीं | हाँ, 10 नौकरियाँ |
ऋण लेकर निवेश की अनुमति | नहीं | हाँ |
भारतीयों के लिए गोल्ड कार्ड वीजा के निहितार्थ
गोल्ड कार्ड वीजा और EB-5 वीजा के बीच के अंतरों को समझने के बाद, यह जानना जरूरी है कि भारतीय निवेशकों और पेशेवरों के लिए इन योजनाओं के क्या निहितार्थ हैं।
1. EB-5 वीजा का प्रभाव
अब तक, EB-5 वीजा भारतीयों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प था। FY24 में 733 भारतीयों को इस योजना के तहत स्थायी निवास मिला। यह योजना उन भारतीय निवेशकों के लिए आकर्षक थी, जो अपेक्षाकृत कम निवेश में अमेरिका में बसना चाहते थे।
2. गोल्ड कार्ड वीजा का प्रभाव
अगर गोल्ड कार्ड वीजा की वजह से EB-5 वीजा को खत्म कर दिया जाता है, तो उन भारतीय निवेशकों के लिए यह रास्ता बंद हो जाएगा, जो कम निवेश में अमेरिका में बसना चाहते थे। गोल्ड कार्ड वीजा केवल उन अमीर भारतीयों के लिए फायदेमंद होगा, जो $5 मिलियन का निवेश कर सकते हैं।
3. कुशल पेशेवरों पर प्रभाव
जो कुशल पेशेवर (IT, STEM, डॉक्टर, इंजीनियर) गोल्ड कार्ड वीजा की निवेश शर्तों को पूरा नहीं कर सकते, उनके लिए अमेरिका में स्थायी निवास और नागरिकता पाना और भी मुश्किल हो जाएगा। इससे भारतीय प्रवासी समुदाय में आर्थिक असमानताएँ और बढ़ सकती हैं।
4. ग्रीन कार्ड प्रतीक्षा सूची
गोल्ड कार्ड वीजा के लागू होने से ग्रीन कार्ड की प्रतीक्षा सूची और लंबी हो सकती है। इससे H-1B वीजा धारकों और अन्य कुशल पेशेवरों के लिए अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने की प्रक्रिया अधिक जटिल और धीमी हो सकती है।
गोल्ड कार्ड वीजा और EB-5 वीजा दोनों ही अमेरिका में स्थायी निवास और नागरिकता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं हैं। हालांकि, इनके बीच कई अंतर हैं, जो निवेशकों और पेशेवरों के लिए अलग-अलग निहितार्थ रखते हैं। गोल्ड कार्ड वीजा उच्च निवेश करने वाले धनाढ्य व्यक्तियों के लिए एक आकर्षक विकल्प है, जबकि EB-5 वीजा मध्यम वर्ग के निवेशकों और कुशल पेशेवरों के लिए अधिक सुलभ है।
भारतीयों के लिए, गोल्ड कार्ड वीजा के लागू होने से EB-5 वीजा का विकल्प समाप्त हो सकता है, जिससे कई लोगों के लिए अमेरिका में बसने का सपना और मुश्किल हो जाएगा। इसलिए, इन योजनाओं के बीच सही विकल्प चुनने से पहले, निवेशकों और पेशेवरों को इनकी शर्तों और प्रक्रियाओं को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए।
गोल्ड कार्ड वीजा अमेरिका में स्थायी निवास और नागरिकता प्राप्त करने का एक नया अवसर प्रदान करता है, लेकिन यह केवल अमीर निवेशकों के लिए उपलब्ध होगा। यह नीति अमेरिका की अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने में सहायक होगी, लेकिन इससे अन्य प्रवासी वर्गों के लिए नागरिकता प्रक्रिया कठिन हो सकती है।
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