हेपेटाइटिस बी वायरस (HBV): लिवर का मौन घातक दुश्मन

हेपेटाइटिस बी वायरस (Hepatitis B Virus — HBV) एक DNA वायरस है जो मुख्य रूप से लिवर को प्रभावित करता है। यह संक्रमण हल्के तीव्र (Acute) से लेकर गंभीर दीर्घकालिक (Chronic) रूप तक हो सकता है। HBV को अक्सर “Silent Killer” कहा जाता है क्योंकि कई मरीजों में शुरुआती चरण में कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन धीरे-धीरे यह सिरोसिस (Cirrhosis) और लिवर कैंसर (Hepatocellular Carcinoma) का कारण बन सकता है।

HBV (Hepatitis B Virus) का परिचय

हेपेटाइटिस बी वायरस (HBV) एक DNA वायरस है, जो Hepadnaviridae परिवार से संबंधित है और मुख्य रूप से लिवर (यकृत) को प्रभावित करता है। यह विश्वभर में वायरल हेपेटाइटिस के सबसे बड़े कारणों में से एक है और लंबे समय तक संक्रमण रहने पर लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर (Hepatocellular Carcinoma) का खतरा पैदा करता है।

HBV की सबसे खास बात यह है कि यह रक्त और शरीर के अन्य द्रवों के माध्यम से फैलता है — जैसे असुरक्षित रक्त चढ़ाने, दूषित इंजेक्शन, असुरक्षित यौन संबंध और मां से बच्चे को। WHO के अनुसार, 2022 में दुनिया भर में लगभग 296 मिलियन लोग क्रॉनिक HBV संक्रमण से ग्रस्त थे, और हर साल लगभग 8.2 लाख मौतें HBV से जुड़ी जटिलताओं के कारण होती हैं।

भारत जैसे देशों में HBV का संक्रमण “silent epidemic” के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण अक्सर हल्के या अनुपस्थित होते हैं, और कई बार मरीज को तब पता चलता है जब लिवर पहले से काफी क्षतिग्रस्त हो चुका होता है।

HBV का सबसे प्रभावी बचाव टीकाकरण है — यह 95% से अधिक सुरक्षा देता है और जन्म के तुरंत बाद दी जाने वाली खुराक से संक्रमण का खतरा बहुत कम हो जाता है। HBV वैक्सीन का एक और महत्वपूर्ण फायदा यह है कि यह HDV (Hepatitis D Virus) से भी अप्रत्यक्ष सुरक्षा प्रदान करता है, क्योंकि HDV को संक्रमण के लिए HBV की जरूरत होती है।

HBV कैसे फैलता है?

HBV का प्रसार संक्रमित रक्त या अन्य शारीरिक द्रव के संपर्क से होता है:

  1. रक्त चढ़ाने — यदि रक्त उचित स्क्रीनिंग के बिना दिया जाए।
  2. सुई/इंजेक्शन साझा करना — नशीले पदार्थ लेने वाले लोगों में आम।
  3. असुरक्षित यौन संबंध — संक्रमित व्यक्ति से।
  4. मां से बच्चे को संक्रमण — गर्भावस्था, प्रसव या स्तनपान के दौरान।
  5. स्वास्थ्य सेवाओं में जोखिम — यदि उपकरण सही से स्टरलाइज न हों।

HBV की वैश्विक स्थिति

  • ~296 मिलियन लोग क्रॉनिक HBV संक्रमण के साथ जी रहे हैं (WHO, 2022)।
  • हर साल 8.2 लाख मौतें HBV से संबंधित जटिलताओं (सिरोसिस, लिवर कैंसर) से होती हैं।
  • HBV का प्रसार अफ्रीका, पूर्वी एशिया और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्रों में सबसे अधिक है।

HBV के लक्षण

अधिकांश लोगों में शुरुआती चरण में कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन जब लक्षण दिखते हैं तो इनमें शामिल हो सकते हैं:

  • थकान, कमजोरी
  • पीलिया (आंख और त्वचा का पीला पड़ना)
  • भूख में कमी
  • जी मिचलाना और उल्टी
  • पेट में दर्द और सूजन
  • गहरे रंग का पेशाब

रोग का क्रम

  1. तीव्र संक्रमण (Acute HBV) — 6 महीनों के भीतर ठीक हो सकता है, लेकिन कुछ मामलों में क्रॉनिक में बदल जाता है।
  2. क्रॉनिक संक्रमण (Chronic HBV) — लंबे समय तक रहने वाला संक्रमण जो सिरोसिस और लिवर कैंसर का कारण बन सकता है।
  3. असिम्प्टोमैटिक कैरियर — ऐसे लोग जिनमें वायरस मौजूद है लेकिन लक्षण नहीं होते, फिर भी वे संक्रमण फैला सकते हैं।

निदान

  • HBsAg टेस्ट — वायरस की उपस्थिति की पहचान।
  • HBV DNA टेस्ट — वायरल लोड (Viral Load) मापने के लिए।
  • Anti-HBc और Anti-HBs टेस्ट — संक्रमण और प्रतिरक्षा स्थिति जानने के लिए।
  • लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) — लिवर की कार्यक्षमता मापने के लिए।

इलाज

HBV का कोई पूर्ण इलाज नहीं है, लेकिन एंटीवायरल दवाएं संक्रमण को नियंत्रित कर सकती हैं:

  • Tenofovir, Entecavir — लंबे समय तक वायरस को दबाने में कारगर।
  • लिवर प्रत्यारोपण — गंभीर सिरोसिस या लिवर फेलियर में अंतिम विकल्प।

रोकथाम

HBV के लिए सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन उपलब्ध है, जो 95% से अधिक सुरक्षा प्रदान करती है:

  1. नवजात शिशुओं का टीकाकरण — जन्म के 24 घंटे के भीतर पहली खुराक।
  2. कुल 3 खुराक का शेड्यूल — 0, 1 और 6 महीने पर।
  3. सुरक्षित रक्त और इंजेक्शन प्रथाएं
  4. सुरक्षित यौन संबंध
  5. उच्च जोखिम समूहों की नियमित जांच — स्वास्थ्य कर्मी, डायलिसिस मरीज, आदि।

HDV से संबंध

HBV और HDV का संबंध अत्यंत महत्वपूर्ण है:

  • HDV केवल HBV के साथ ही संक्रमण करता है, क्योंकि उसे HBsAg की आवश्यकता होती है।
  • HBV वैक्सीन से बचाव का अर्थ है HDV से भी बचाव।
  • HBV संक्रमण का नियंत्रण, HDV संक्रमण के प्रसार को भी कम करता है।

HBV और HDV: वैश्विक बोझ, संक्रमण और रोकथाम

1. वैश्विक बोझ (Global Burden)

पैरामीटरHBVHDV
अनुमानित संक्रमित जनसंख्या~296 मिलियन लोग (2022)~20 मिलियन लोग (2022)
वार्षिक मौतें~8.2 लाखसटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं, लेकिन HBV से जुड़ी मौतों का बड़ा हिस्सा HDV सह-संक्रमण से
उच्च जोखिम वाले क्षेत्रअफ्रीका, पूर्वी एशिया, पश्चिमी प्रशांतएशिया, अफ्रीका, अमेज़न बेसिन, उच्च जोखिम समूह
WHO वर्गीकरणGroup 1 कार्सिनोजेन (लिवर कैंसर का प्रमाणित कारण)Group 1 कार्सिनोजेन (लिवर कैंसर का प्रमाणित कारण)

2. संक्रमण के प्रमुख तरीके

(दोनों में काफी समानता है, लेकिन HDV केवल HBV संक्रमित व्यक्तियों में फैलता है)

  • 💉 संक्रमित रक्त — असुरक्षित रक्त चढ़ाना, दूषित सुई/इंजेक्शन
  • ❤️‍🔥 असुरक्षित यौन संबंध — बिना प्रोटेक्शन के
  • 🤰 मां से बच्चे को संक्रमण — गर्भावस्था या प्रसव के दौरान
  • 🏥 असुरक्षित चिकित्सा प्रक्रियाएं — स्टरलाइजेशन की कमी
  • 💊 इंट्रावेनस ड्रग यूज़ — सुई साझा करना

3. रोकथाम के उपाय

HBV वैक्सीन = HDV से भी अप्रत्यक्ष सुरक्षा

टीकाकरण (Vaccination)

  • नवजात शिशु: जन्म के 24 घंटे के भीतर पहली खुराक
  • कुल 3 खुराक (0, 1, 6 महीने)
  • 95% से अधिक सुरक्षा

सुरक्षा प्रथाएं (Safe Practices)

  • स्टरल इंजेक्शन और चिकित्सा उपकरण
  • सुरक्षित रक्त चढ़ाने की प्रक्रिया
  • सुरक्षित यौन संबंध
  • गर्भावस्था में HBV स्क्रीनिंग

नियमित जांच (Screening)

  • उच्च जोखिम समूहों की सालाना जांच
  • HBV और HDV दोनों का ब्लड टेस्ट

4. वैक्सीन कवरेज: WHO 2022 डेटा

क्षेत्रजन्म के समय HBV वैक्सीन (%)3 खुराक का पूर्ण कवरेज (%)
विश्व औसत42%82%
अफ्रीका17%71%
अमेरिका74%85%
यूरोप55%83%
पूर्वी भूमध्यसागर32%82%
दक्षिण-पूर्व एशिया54%90%
पश्चिमी प्रशांत83%95%
भारत~55%~50%

📌 मुख्य संदेश:

  • HBV और HDV दोनों लिवर के लिए बेहद खतरनाक हैं और कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।
  • HDV से बचाव का सबसे सरल तरीका है HBV वैक्सीन।
  • WHO का Group 1 कार्सिनोजेन वर्गीकरण यह दर्शाता है कि इन पर नियंत्रण के लिए वैश्विक स्तर पर तुरंत और व्यापक कार्रवाई की जरूरत है।

निष्कर्ष

WHO और IARC द्वारा हेपेटाइटिस डी (HDV) को Group 1 कार्सिनोजेन के रूप में वर्गीकृत करना एक वैश्विक चेतावनी है। यह केवल एक मेडिकल अपडेट नहीं, बल्कि एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल है। HBV और HDV का संयुक्त संक्रमण लिवर को तेजी से नष्ट कर सकता है, जिससे सिरोसिस और कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

दुनिया में लाखों लोग HBV और HDV से संक्रमित हैं, लेकिन जांच, इलाज और टीकाकरण कवरेज अभी भी बेहद कम है — विशेषकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में। अगर अभी से ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले वर्षों में लिवर रोग और कैंसर के मामलों में बड़ी वृद्धि हो सकती है।

आगे की दिशा स्पष्ट है:

  • जन्म से ही HBV वैक्सीन का सार्वभौमिक कवरेज
  • उच्च जोखिम समूहों की नियमित स्क्रीनिंग
  • सुरक्षित चिकित्सा प्रक्रियाएं और यौन स्वास्थ्य जागरूकता
  • नई और सुलभ दवाओं पर शोध को बढ़ावा

सारांश में, HBV और HDV दोनों पर नियंत्रण केवल चिकित्सा विज्ञान का मुद्दा नहीं, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और नीतिगत प्रतिबद्धता का सवाल है। टीकाकरण, जागरूकता और समय पर इलाज — यही वे तीन स्तंभ हैं, जिन पर लिवर कैंसर मुक्त भविष्य की नींव रखी जा सकती है।


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