21वीं सदी को अगर तकनीकी युग कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) इस युग की सबसे निर्णायक और प्रभावशाली तकनीकों में से एक बन चुकी है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, न्याय, शासन, सुरक्षा और रोजगार जैसे क्षेत्रों में क्रांति ला रही है। हालाँकि, AI के इस तीव्र विकास के साथ-साथ इसकी नैतिकता, पारदर्शिता, और उत्तरदायित्व जैसे प्रश्न भी उठ खड़े हुए हैं। इन्हीं पहलुओं को ध्यान में रखते हुए यूनेस्को के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय कार्यालय ने भारत सरकार के IndiaAI मिशन और Ikigai Law के सहयोग से एक नई पहल – AI Readiness Assessment Methodology (AI RAM) – की शुरुआत की है। यह मिशन न केवल भारत की AI नीति को आकार देने में सहायक सिद्ध होगा, बल्कि वैश्विक AI शासन ढांचे में भी भारत की भूमिका को मजबूती देगा।
AI RAM क्या है?
AI RAM (Readiness Assessment Methodology) एक मूल्यांकन पद्धति है, जिसे विशेष रूप से भारत के AI पारिस्थितिकी तंत्र को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। इसका उद्देश्य भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नैतिक, सुरक्षित और उत्तरदायी उपयोग को बढ़ावा देना है। यह पहल एक डायग्नोस्टिक टूल के रूप में कार्य करती है जो नीति-निर्माताओं को यह समझने में मदद करती है कि देश की मौजूदा संस्थागत संरचनाएं, नियामक ढाँचे और नीतियाँ AI के सुरक्षित और व्यापक उपयोग के लिए कितनी तैयार हैं।
AI RAM मिशन की पृष्ठभूमि और परामर्श प्रक्रिया
AI RAM मिशन की शुरुआत UNESCO South Asia Office, IndiaAI मिशन और Ikigai Law की संयुक्त भागीदारी से हुई। इस पहल के अंतर्गत भारत में पाँच हितधारक परामर्श (Stakeholder Consultations) आयोजित किए गए, जिनमें तकनीकी विशेषज्ञ, नीति निर्माता, नागरिक समाज, शिक्षाविद, स्टार्टअप संस्थाएं और उद्योग जगत के प्रतिनिधि शामिल हुए। इन परामर्शों का उद्देश्य विभिन्न हितधारकों के दृष्टिकोण को एकत्र कर एक समावेशी और सशक्त नीति दस्तावेज तैयार करना था।
5वाँ और अंतिम परामर्श हाल ही में आयोजित हुआ, जो इस मिशन का निर्णायक चरण था। इसमें भारत के AI विकास के वर्तमान परिदृश्य, चुनौतियों और अवसरों पर विस्तृत चर्चा की गई और इसके आधार पर आगामी नीति के लिए अनुशंसाएँ प्रस्तुत की गईं।
AI RAM मिशन के प्रमुख उद्देश्य
AI RAM मिशन के मूल उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
1. भारत के AI क्षेत्र की ताकतों और अवसरों का मानचित्रण
भारत जैसे विविधतापूर्ण और विशाल देश में AI के अनुप्रयोगों की संभावनाएँ अपार हैं। AI RAM मिशन का एक प्रमुख लक्ष्य भारत की तकनीकी, शैक्षिक, औद्योगिक और नीति-संबंधी क्षमताओं का मूल्यांकन करना है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन क्षेत्रों में AI का अधिकतम लाभ उठाया जा सकता है।
2. विभिन्न क्षेत्रों में AI के व्यवहारिक अनुप्रयोगों के लिए सुझाव
AI RAM केवल एक विश्लेषणात्मक दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह ठोस और व्यावहारिक सुझाव प्रदान करता है कि किस प्रकार AI को शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, न्याय व्यवस्था, और शहरी प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में लागू किया जा सकता है। इसका उद्देश्य AI को सैद्धांतिक दायरों से निकालकर जमीनी हकीकतों में परिवर्तित करना है।
3. नैतिक और उत्तरदायी AI अपनाने को प्रोत्साहित करना
AI RAM मिशन विशेष रूप से नैतिकता और उत्तरदायित्व को केंद्र में रखकर नीति बनाने पर बल देता है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि AI का उपयोग मानवाधिकारों, गोपनीयता, निष्पक्षता और पारदर्शिता जैसे मूल्यों के साथ हो।
4. सरकारों को संस्थागत और नियामक ढांचे मजबूत करने में सहयोग
यह मिशन सरकार को उन खामियों की पहचान करने में मदद करता है जहाँ वर्तमान कानून, विनियम और नीतियाँ AI के अनुकूल नहीं हैं। इसके माध्यम से उपयुक्त संस्थागत सुधारों की अनुशंसा की जाती है।
“Safe and Trusted AI” स्तंभ: मिशन की केंद्रीय धुरी
AI RAM मिशन IndiaAI मिशन के उस स्तंभ पर केंद्रित है जिसे “Safe and Trusted AI” कहा गया है। इसका आशय AI के ऐसे मॉडल्स और सिस्टम्स से है जो न केवल तकनीकी रूप से सक्षम हों बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भरोसेमंद और सुरक्षित भी हों। इसके अंतर्गत निम्नलिखित आयामों पर विशेष बल दिया गया है:
1. नैतिक विकास
AI तकनीकों का विकास केवल तकनीकी दक्षता तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि यह आवश्यक है कि वे नैतिक मूल्यों पर भी आधारित हों। AI RAM मिशन इस दिशा में ठोस मार्गदर्शन प्रदान करता है कि कैसे AI सिस्टम्स में पूर्वाग्रह, भेदभाव और अन्य सामाजिक खामियों से बचा जा सकता है।
2. स्थानीय शासन ढाँचा
भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में केंद्रीय नीतियाँ पर्याप्त नहीं होतीं। AI RAM मिशन राज्यों और स्थानीय निकायों को भी AI नीति और नियमन में भागीदार बनाने की अनुशंसा करता है।
3. स्व-मूल्यांकन दिशा-निर्देश
AI RAM मिशन नीति-निर्माताओं, डेवलपर्स और संगठनों को स्व-मूल्यांकन (Self-assessment) करने के लिए दिशा-निर्देश देता है, जिससे वे यह सुनिश्चित कर सकें कि उनके AI मॉडल नैतिक और उत्तरदायी मानकों पर खरे उतरते हैं।
4. नवाचार के लिए क्षमता निर्माण
AI RAM न केवल शासन को सशक्त करने की बात करता है बल्कि यह स्टार्टअप्स, MSMEs, और अकादमिक संस्थानों के लिए AI नवाचार की क्षमता विकसित करने की दिशा में भी मार्गदर्शन करता है।
भारत की भूमिका और वैश्विक प्रासंगिकता
AI RAM मिशन भारत को वैश्विक AI नीति और शासन में एक अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार कर रहा है। आज जब दुनिया भर में AI नीति पर चर्चाएँ हो रही हैं—चाहे वो EU का AI Act हो या अमेरिका का Blueprint for an AI Bill of Rights—भारत की यह पहल एक देसी परिप्रेक्ष्य और सशक्त प्रतिक्रिया है।
भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था तेज़ी से बढ़ रही है। भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी, तकनीकी प्रतिभा, और स्टार्टअप इकोसिस्टम है। ऐसे में AI RAM मिशन के माध्यम से भारत वैश्विक स्तर पर AI शासन के लिए Responsible AI Leader बन सकता है।
सरकार की वित्तीय प्रतिबद्धता: ₹10,000 करोड़ से अधिक का समर्थन
AI RAM मिशन IndiaAI मिशन के अंतर्गत संचालित हो रहा है जिसे केंद्र सरकार द्वारा ₹10,000 करोड़ से अधिक की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। यह भारत सरकार की तकनीकी स्वराज और डिजिटल प्रभुत्व की दृष्टि का हिस्सा है, जो AI के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत की नींव को सशक्त करने का प्रयास है।
AI RAM मिशन के महत्वपूर्ण तथ्य
क्रमांक | मुख्य बिंदु | विवरण |
---|---|---|
1️⃣ | AI RAM मिशन क्या है? | भारत के लिए विशेष रूप से तैयार की गई AI तत्परता मूल्यांकन पद्धति (Readiness Assessment Methodology)। |
2️⃣ | उद्देश्य | नैतिक, सुरक्षित और उत्तरदायी AI का विकास व नीति निर्माण को सशक्त करना। |
3️⃣ | प्रमुख साझेदार | UNESCO South Asia Office, IndiaAI मिशन, Ikigai Law। |
4️⃣ | प्रमुख कार्य | – AI क्षमता और अवसरों का आकलन- व्यवहारिक सुझाव देना- स्व-मूल्यांकन दिशानिर्देश प्रदान करना- नीति और शासन को सुदृढ़ करना |
5️⃣ | मुख्य स्तंभ | “Safe and Trusted AI” – नैतिक, पारदर्शी, सुरक्षित और जिम्मेदार AI की दिशा में कार्य। |
6️⃣ | हितधारक परामर्श | देश भर में 5 व्यापक परामर्श, जिनमें विशेषज्ञ, नीति निर्माता, स्टार्टअप, उद्योग आदि शामिल। |
7️⃣ | आवश्यकता | भारत के AI उपयोग को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाना और सामाजिक न्याय व पारदर्शिता सुनिश्चित करना। |
8️⃣ | सरकारी निवेश | ₹10,000 करोड़ से अधिक की सहायता के साथ IndiaAI मिशन के अंतर्गत संचालन। |
9️⃣ | वैश्विक महत्व | भारत को Responsible AI Leader के रूप में स्थापित करने की दिशा में प्रयास। |
🔟 | निष्कर्ष | AI RAM नीति, शासन और नवाचार को मानवीय मूल्यों के साथ जोड़ने वाली एक निर्णायक पहल है। |
उत्तरदायी AI की ओर भारत का ठोस कदम
AI RAM मिशन केवल एक नीति दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक दृष्टिकोण है जो भारत को तकनीकी नेतृत्व और नैतिक मूल्य आधारित विकास की ओर अग्रसर करता है। यह पहल उन सभी पहलुओं को छूती है जो AI को एक प्रगतिशील, सुरक्षित और सामाजिक रूप से स्वीकार्य तकनीक बनाते हैं।
AI RAM के माध्यम से भारत न केवल अपने AI विकास के मार्ग को स्पष्ट कर रहा है बल्कि दुनिया को भी यह संदेश दे रहा है कि AI का विकास केवल तकनीक तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि यह मानवीय गरिमा, स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय की रक्षा के साथ होना चाहिए।
Student Zone – KnowledgeSthali
Current Affairs – KnowledgeSthali
इन्हें भी देखें –
- महेंद्र सिंह धोनी को मिला ICC हॉल ऑफ फेम 2025 में स्थान
- पाकिस्तान की UNSC में चढ़ती चाल | भारत के लिए क्यों बजा खतरे का अलार्म?
- तमिलनाडु ने धनुषकोडी को ग्रेटर फ्लेमिंगो अभयारण्य घोषित किया
- विझिंजम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह | भारत का पहला ट्रांसशिपमेंट पोर्ट
- कुलसी नदी और जलविद्युत परियोजना पर विवाद
- सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण
- भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र
- प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.
- तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर मिली नई जीवाणु प्रजाति – Niallia tiangongensis
- चागोस द्वीपसमूह की संप्रभुता पर ब्रिटेन-मॉरीशस समझौता
- नालंदा विश्वविद्यालय | प्राचीन गौरव और आधुनिक पुनरुत्थान की कहानी