भारत की नदी घाटी परियोजना | Nadi Ghati Pariyojana in India

नदी घाटी परियोजना

नदी घाटी परियोजना भारत में समृद्धि और विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। नदी घाटी योजनाएं नदियों के सही प्रबंधन और उपयोग के माध्यम से पेयजल, सिंचाई, ऊर्जा उत्पादन, और पर्यटन के क्षेत्रों में सुधार करने का लक्ष्य रखती हैं। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं को ‘आधुनिक भारत का … Read more

भारत में समय क्षेत्र | भारतीय मानक समय

भारत में समय क्षेत्र

भारत में समय क्षेत्रों का व्यवस्थापन भारतीय समय (Indian Standard Time – IST) के माध्यम से किया जाता है, जिसे कि भारत स्टैंडर्ड टाइम (Indian Standard Time – IST) कहा जाता है। यह भारत का मुख्य समय है और इसे ग्रीनविच मीन टाइम (Greenwich Mean Time – GMT) से 5 घंटे और 30 आगे (+5:30) … Read more

भारत के प्रमुख जल प्रपात | Waterfalls of India

जल प्रपात

जल प्रपात एक प्राकृतिक स्थान है जहां जल (पानी) ऊपर से नीचे गिरता है और एक या एक से अधिक पत्थरों, चट्टानों, या अन्य विघटकों से होकर गुजरता है। इसे अनेक स्थानों पर दर्शाने वाले प्राकृतिक सौंदर्य का हिस्सा माना जाता है, और कई स्थानों पर यह पर्यटन का केंद्र बनता है। जलप्रपात कई उच्चताओं … Read more

भारत की झीलें | Lakes Of India

भारत की झीलें

भारत, अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है, और इसके साथ ही भारत की झीलें भी यहाँ की समृद्धि का प्रतीक हैं। भारत की इन झीलों का समृद्धि, प्राकृतिक सौंदर्य, और जैव विविधता के साथ मिलन एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है, जो विश्वभर के यात्रीगण को प्रभावित करता है। ये झीलें भारतीय सांस्कृतिक और … Read more

प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली / अपवाह तंत्र | Peninsular River System

प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली

भारतीय प्रायद्वीप में अनेक नदियां प्रवाहित हैं।मैदानी भाग की नदियों की अपेक्षा प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली की नदियाँ आकार में छोटी हैं। प्रायद्वीपीय भारत की नदियां अधिकांशतः मौसमी हैं और वर्षा पर आश्रित हैं। वर्षा ऋतु में इन नदियों के जल-स्तर में वृद्धि हो जाती है, पर शुष्क ऋतु में इनका जल-स्तर काफी कम हो जाता … Read more

हिमालयी नदी प्रणाली | अपवाह तंत्र | Himalayan River System

हिमालयी नदी प्रणाली

हिमालयी नदी प्रणाली (Himalayan River System), एक विशाल और संघटित नदी प्रणाली है जो भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमी हिमालय से निकलकर दक्षिणी भूमि तक बहती है। हिमालयी नदी प्रणाली भारतीय उपमहाद्वीप के जल संसाधन का महत्वपूर्ण स्रोत है। इसका अध्ययन भूगोलशास्त्र में विशेष महत्व रखता है। इसका प्रयोग साइक्लोन निर्माण, जल संचार, और कृषि क्षेत्रों … Read more

भारत की नदियाँ | अपवाह तंत्र | Rivers of India

भारत की नदियाँ | अपवाह तंत्र | Rivers of India

भारत की नदियाँ भारत के आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान दी है। इन नदियों के किनारे ही मानव सभ्यताएं विकसित हुई। विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक सिंधु घाटी सभ्यता का उदय भी सिंधु तथा गंगा नदी की घाटियों में ही हुआ था। नदी किनारे व्यापारिक, कृषि एवं यातायात की … Read more

भारत के महान मरुस्थल | The Great Indian Desert

भारत के महान मरुस्थल The Great Indian Desert

भारत के महान मरुस्थल, जिसे थार रेगिस्तान के नाम से जाना जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भाग में एक बड़ा और रेतीली पहाड़ियों से युक्त शुष्क क्षेत्र है। यह उत्तरी भारत में राजस्थान राज्य और सिंध तथा पंजाब के बीच विभाजित है। लगभग 200,000 वर्ग किमी (77,000 वर्ग मील) के क्षेत्रफल में फैला हुआ यह … Read more

भारत के प्रायद्वीपीय पठार | The Great Indian Peninsular Plateau

प्रायद्वीपीय पठार | The Great Indian Peninsular Plateau

गंगा व यमुना के दक्षिण में उभरा हुआ विशाल भूखंड भारत का प्रायद्वीपीय पठार कहलाता है। भारत का प्रायद्वीपीय पठार मोटे तौर पर एक अनियमित त्रिभुजाकार आकृति वाला भूखंड है। प्रायद्वीपीय पठारी प्रदेश गोण्डवाना भूमि का एक अंग है। यहाँ पर पहले ऊँचे ऊँचे पर्वत हुआ करते थे। ये पर्वत लाखों वर्षों की मौसम-क्रिया से … Read more

भारत के तटीय मैदान | The Costal Plains of India

तटीय मैदान

भारत के तटीय मैदान प्रायद्वीपीय भारत के दोनों किनारों पर स्थित हैं। भारत का पूर्वी तटीय मैदान अरब सागर के किनारे पर और पश्चिमी तटीय मैदान बंगाल की खाड़ी के किनारे पर स्थित है। भारत का पूर्वी तटीय मैदान पश्चिम बंगाल से भारत के सबसे दक्षिणी बिंदु कन्याकुमारी तक फैला हुआ है। इसी प्रकार भारत … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.