दल-बदल विरोधी कानून | Anti-Defection Law
भारतीय लोकतंत्र का मूल आधार संसद और राज्य विधानसभाओं में निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्य है। इन संस्थाओं में सदस्यों का चयन जनता के मतदान द्वारा होता है। हालाँकि, राजनीतिक दलों की आंतरिक गतिशीलता और राजनीतिक अवसरवाद ने संसद एवं विधानसभाओं में स्थिरता और दल अनुशासन को चुनौती दी है। इसी संदर्भ में 1985 में 52वें … Read more