भारतेंदु युग (नवजागरण काल) की समय-सीमा, स्वरूप और युग-निर्धारण की समीक्षा
हिंदी साहित्य के आधुनिक काल का प्रारंभ जिन साहित्यिक विशेषताओं, रचनात्मक नवीनताओं और सामाजिक चेतना से होता है, वह सब “भारतेंदु युग” की देन है। यह युग न केवल साहित्य के क्षेत्र में परिवर्तन लाया, बल्कि नवजागरण की वह चेतना भी प्रस्तुत की जिसने राष्ट्रवाद, सामाजिक सुधार और आधुनिक सोच की नींव रखी। इस युग … Read more