भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र
जानिए भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग के रहस्यमयी अर्थ और महत्व को जो अनंत शक्ति की महिमा को प्रकट करते हैं तथा अनवरत ऊर्जा और आध्यात्मिकता की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं।
जानिए भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग के रहस्यमयी अर्थ और महत्व को जो अनंत शक्ति की महिमा को प्रकट करते हैं तथा अनवरत ऊर्जा और आध्यात्मिकता की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं।
ईसाई धर्म, विश्व के प्रमुख धर्मों में से एक है जिसके ताबईन ईसाई कहलाते हैं। इस धर्म के प्रवर्तक ईसा मसीह (जीसस क्राइस्ट) थे, जिनका जन्म रोमन साम्राज्य के गैलिली प्रान्त के नज़रथ नामक स्थान पर 6 ई. पू. में हुआ था। उनके पिता जोजेफ़ एक बढ़ई थे तथा माता मेरी (मरियम) थीं। वे दोनों … Read more
हिन्दू धर्म भारतीय धार्मिक परंपरा को व्यक्त करने वाला अमूल्य धरोहर है जिसमें सबको सम्मान दिया जाता है और संबलता के साथ संयम की शिक्षा दी जाती है।
इस्लाम एक मोनोथेइस्टिक धर्म है जिसके अनुयायी मुस्लिम कहलाते हैं। यह एकता इमान नमाज रोज़ा जकात और हज्ज पर भरोसा करते हैं। मुहम्मद साहब परम प्रेरक माने जाते हैं।
बौद्ध धर्म (Buddhism) की स्थापना गौतम बुद्ध ने की थी। वैदिक सभ्यता के उपरान्त भारत में हिन्दु धर्म से कई अन्य धर्मों की उत्पत्ति हुई, जिनमें से एक धर्म ‘बौद्ध धर्म’ था।
भगवन Mahaveer Swami (महावीर स्वामी), राजा सिद्धार्थ और रानी त्रिशला के पुत्र थे। इनका जन्म 599 ईसा पूर्व में चैत्र महीने के 13वें दिन शुक्ल पक्ष में हुआ था। ग्रेगोरियन कैलेंडर(Gregorian calendar) के अनुसार इनका जन्म मार्च या अप्रैल के महीने में हुआ था। जबकि कुछ लोगों का कहना है कि महावीर स्वामी का जन्म क्षत्रियकुंड राज्य में हुआ था।
जैन धर्म के प्रारंभिक इतिहास की जानकारी भद्रबाहु के कल्पसूत्र से मिलती है। जैन दार्शनिक परम्परा वैदिक परम्परा के ही समकालीन एक आंदोलन माना जाता है।