वित्त वर्ष 2024-25 में ₹2.23 लाख करोड़ की GST चोरी | कारण, आँकड़े और सरकार की सख्त कार्रवाई

वित्त वर्ष 2024-25 में ₹2.23 लाख करोड़ की GST चोरी

वित्त वर्ष 2024-25 में भारत में ₹2.23 लाख करोड़ की GST चोरी का खुलासा हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10% अधिक है। CBIC सम्मेलन 2025 में प्रस्तुत आंकड़ों में स्वैच्छिक भुगतान, रिफंड प्रदर्शन, ऑडिट कवरेज और RMS प्रणाली में सुधार को दर्शाया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने त्वरित जांच, तकनीक आधारित पंजीकरण, … Read more

NPCI ने इनकम टैक्स पोर्टल पर लॉन्च की पैन-बैंक अकाउंट लिंकिंग की नई सुविधा

NPCI की नई पैन-बैंक खाता लिंकिंग सुविधा

भारत में कर व्यवस्था को अधिक दक्ष, पारदर्शी और डिजिटल रूप से उन्नत बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने हाल ही में आयकर पोर्टल पर पैन (PAN) और बैंक खाते को जोड़ने की एक नई तकनीकी सुविधा शुरू की है। यह सुविधा एक … Read more

रिवर्स फ्लिपिंग | भारतीय स्टार्टअप्स और आर्थिक पुनर्संरचना की दिशा में एक रणनीतिक कदम

रिवर्स फ्लिपिंग

भारत तेजी से एक वैश्विक नवाचार केंद्र के रूप में उभर रहा है। डिजिटल अर्थव्यवस्था, तकनीकी नवाचार और युवा उद्यमियों की नई पीढ़ी ने भारत को स्टार्टअप क्रांति के केंद्र में ला खड़ा किया है। हालाँकि, लंबे समय तक देखा गया कि कई भारतीय स्टार्टअप्स ने विदेशी बाजारों की ओर रुख किया — विशेष रूप … Read more

प्राकृतिक संसाधनों का वर्गीकरण | Classification of Natural Resources

प्राकृतिक संसाधनों का वर्गीकरण

प्रकृति ने मानव को अनेक संसाधन प्रदान किए हैं, जिनके द्वारा वह अपने जीवन का निर्वाह करता है और सभ्यता की प्रगति की दिशा में आगे बढ़ता है। ये संसाधन पृथ्वी, जल, वायु, खनिज, वन, जीव-जंतु, सूर्य की ऊर्जा और समुद्र जैसे विविध रूपों में उपलब्ध हैं। प्राकृतिक संसाधनों का न केवल मानव जीवन में … Read more

प्राकृतिक संसाधन और अर्थव्यवस्था | Natural Resources and Economy

प्राकृतिक संसाधन और अर्थव्यवस्था

प्राकृतिक संसाधन किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की नींव होते हैं। वे न केवल आर्थिक संरचना के विकास का आधार प्रदान करते हैं, बल्कि किसी देश के विकास की गति, दिशा और स्वरूप को भी तय करते हैं। वनों से प्राप्त वनोपज, खनिजों से प्राप्त कच्चा माल, कृषि उत्पादों से मिलने वाला भोजन, जल, वायु, … Read more

संसाधन (Resources) | परिभाषा, विशेषताएँ, महत्व एवं सतत विकास

संसाधन: परिभाषा, विशेषताएँ, महत्व एवं सतत विकास

मानव के लिए आवश्यकताओं की पूर्ति में संसाधनों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब कोई वस्तु मानव के उपयोग में आती है, तब उसे संसाधन के रूप में परिभाषित किया जाता है। इस संदर्भ में अनेक विद्वानों ने संसाधन की अलग-अलग परिभाषाएँ प्रस्तुत की हैं। इन परिभाषाओं से यह स्पष्ट होता है कि संसाधन वे … Read more

प्राकृतिक संसाधन (Natural Resources) | महत्व, उपयोग और संरक्षण

प्राकृतिक संसाधन

पृथ्वी, सौरमंडल में स्थित एक अद्भुत ग्रह है, जिसकी उत्पत्ति आज से लगभग पाँच अरब वर्ष पहले हुई मानी जाती है। पृथ्वी पर जीवन के उत्पन्न होने से पहले इस ग्रह में अनेक भौतिक व रासायनिक बदलाव हुए, जिनके परिणामस्वरूप वायु, जल, मिट्टी, वनस्पति तथा अन्य महत्वपूर्ण तत्व उत्पन्न हुए। इन सभी प्राकृतिक तत्वों से … Read more

पर्यावरण के अध्ययन का महत्व | Importance of the Study of Environment

पर्यावरण के अध्ययन का महत्व

यह लेख “पर्यावरण के अध्ययन का महत्व” विषय पर एक गहन विश्लेषण प्रस्तुत करता है, जिसमें पर्यावरण अध्ययन की आवश्यकता, उपयोगिता और समकालीन समय में इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला गया है। लेख में यह बताया गया है कि कैसे पर्यावरण, मानव जीवन का आधार है और जीवन के प्रत्येक पहलू – जैसे स्वास्थ्य, आहार, … Read more

पर्यावरण के तत्व एवं घटक | Components of Environment

पर्यावरण के तत्व | घटक

यह लेख पर्यावरण के विभिन्न तत्वों एवं घटकों का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करता है, जो पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन और मानव जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। इसमें अवस्थिति, उच्चावच, जलवायु, प्राकृतिक वनस्पति, जैविक कारक, मृदा, जलराशियाँ और खनिज जैसे प्रमुख पर्यावरणीय तत्वों को क्रमबद्ध, विस्तारपूर्वक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझाया गया है। लेख में … Read more

पर्यावरणीय अध्ययन का क्षेत्र | Scope of Environmental Studies

पर्यावरणीय अध्ययन का क्षेत्र

यह लेख “पर्यावरणीय अध्ययन का क्षेत्र” विषय पर एक विस्तृत और समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है, जिसमें पर्यावरण की परिभाषा, स्वरूप, प्रमुख घटकों और इसके अध्ययन के विविध आयामों को विस्तारपूर्वक समझाया गया है। लेख में पर्यावरण को दो प्रमुख वर्गों—भौतिक (प्राकृतिक) पर्यावरण और सांस्कृतिक (मानव निर्मित) पर्यावरण—में विभाजित कर उनके बीच के अंतर्संबंधों को … Read more

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.