कित्तूर की वीरांगना रानी चेन्नम्मा : भारत की प्रथम महिला स्वतंत्रता सेनानी

कित्तूर की वीरांगना रानी चेन्नम्मा : भारत की प्रथम महिला स्वतंत्रता सेनानी

भारत का स्वतंत्रता संग्राम केवल 1857 के विद्रोह से आरंभ नहीं हुआ था, बल्कि उससे बहुत पहले इस भूमि की वीरांगनाओं और योद्धाओं ने औपनिवेशिक दासता के विरुद्ध शौर्य और स्वाभिमान का परचम लहराया था। इन्हीं में से एक थीं — कित्तूर की रानी चेन्नम्मा, जिन्हें आज कर्नाटक ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में साहस, … Read more

शहीद ऊधम सिंह: अन्याय के विरुद्ध अमर प्रतिशोध की गाथा

शहीद ऊधम सिंह: अन्याय के विरुद्ध अमर प्रतिशोध की गाथा

शहीद–ए–आज़म सरदार ऊधम सिंह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उन वीरों में से एक थे, जिनका नाम जलियांवाला बाग नरसंहार के प्रतिशोध के साथ सदा के लिए अमर हो गया। 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग में हुए ब्रिटिश हत्याकांड ने उनके जीवन की दिशा बदल दी और उन्होंने 21 वर्षों तक धैर्यपूर्वक अपने … Read more

होम रूल लीग आंदोलन | Home Rule League

होम रूल लीग आंदोलन | भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण कदम

होम रूल लीग आंदोलन भारत में स्वशासन की मांग को लेकर प्रारंभ किया गया एक महत्वपूर्ण आंदोलन था, जिसे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण चरण माना जाता है। यह आंदोलन आयरलैंड के होम रूल लीग से प्रेरित था, जिसे 1873 में स्थापित किया गया था और इसके प्रमुख नेता रेडमंड थे। भारत में, इस … Read more

क्रिप्स मिशन | असफलता के कारण, प्रभाव और ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

क्रिप्स मिशन

क्रिप्स मिशन, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत को संवैधानिक सुधारों का प्रस्ताव देने के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम था। यह मिशन ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल की सरकार द्वारा भारत को आज़ादी देने की मंशा को स्पष्ट करने के लिए भेजा गया था। इस मिशन का नेतृत्व सर स्टैफ़ोर्ड क्रिप्स … Read more

वारसॉ संधि | 1955-1991 | सोवियत संघ का एक महत्वपूर्ण पहल और ग्लोबल समर्थन

वारसॉ संधि

वारसॉ संधि सोवियत संघ और ईस्टर्न ब्लॉक के बीच एक महत्वपूर्ण सुरक्षा समझौता था। 20वीं सदी के प्रारंभ में सोवियत संघ ने नाटो के प्रति संतुलन के रूप में इस गठबंधन का निर्माण किया।

सोवियत संघ USSR|1922-1991| गठन से पतन तक की ऐतिहासिक यात्रा

सोवियत संघ

सोवियत संघ एक विशाल गणराज्य था जो मुख्य रूसी सोवियत सोशलिस्ट गणराज्य के साथ मिलकर बना था। यह आधुनिकीकरण विज्ञान और शक्तिशाली सेना के क्षेत्र में अग्रणी था।

द्वितीय विश्व युद्ध | 1939-45 | वैश्विक विनाश और महायुद्ध

द्वितीय विश्व युद्ध: वैश्विक विनाश और महायुद्ध

द्वितीय विश्व युद्ध विश्व की सबसे विशाल और उच्चतम आक्रमणात्मक युद्ध था। यह आधुनिक युद्ध तकनीकी उन्नति विभाजन और उदारीकरण का उत्कृष्ट उदाहरण था।

कर्नाटक युद्ध | 1744 ई.–1763 ई.

कर्नाटक का युद्ध

कर्नाटक युद्ध भारत में ब्रिटेन और फ्रांस के बीच अट्ठारहवी शताब्दी के मध्य में अपने आप को ज्यादा ताकतवर राष्ट्र बताने की एक होड़ लग गई। दोनों राष्ट्रों के बीच अपना वर्चस्व साबित करने की इस होड़ ने एक युद्ध का रूप ले लिया। इस युद्ध को कर्नाटक का युद्ध के नाम से जाना गया। इस युद्ध … Read more

ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिनियम | 1773-1945

ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिनियम

ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी अधिनियम के माध्यम से, ब्रिटिश सरकार की संसद ने कई महत्वपूर्ण, आर्थिक और प्रशासनिक सुधार स्थापित किए। इस अधिनियम ने ईस्ट इंडिया कंपनी के माध्यम से ब्रिटिश क्राउन के शासन को औपचारिक रूप से भारत को लाया। इसने भारत में केंद्रीय प्रशासन की नींव रखी। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिनियम … Read more

मुस्लिम लीग | 1906 ई.-1947 ई.

मुस्लिम लीग

मुस्लिम लीग का मूल नाम ‘अखिल भारतीय मुस्लिम लीग’ था। यह एक राजनीतिक समूह था, जिसने ब्रिटिश भारत के विभाजन (1947 ई.) से निर्मित एक अलग मुस्लिम राष्ट्र के लिए आन्दोलन चलाया। मुस्लिम नेताओं, विशेषकर मुहम्मद अली जिन्ना ने इस बात का भय जताया कि स्वतंत्र होने पर भारत में सिर्फ़ हिन्दुओं का ही वर्चस्व रहेगा। इसीलिए उन्होंने मुस्लिमों के लिए अलग से एक राष्ट्र की मांग … Read more

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सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.