महाराजा विक्रमादित्य | एक महान सम्राट का गौरवमयी इतिहास | 101ई.पू.-19ईस्वी
भविष्यत् पुराण की मान्यताओं के आधार पर भगवान शिव ने विक्रमादित्य को पृथ्वी पर भेजा था। तथा देवी पार्वती ने बेताल को उनकी रक्षा करने और सलाहकार के रूप में भेजा।
भविष्यत् पुराण की मान्यताओं के आधार पर भगवान शिव ने विक्रमादित्य को पृथ्वी पर भेजा था। तथा देवी पार्वती ने बेताल को उनकी रक्षा करने और सलाहकार के रूप में भेजा।
सदियों से हिंदुस्तान की पवित्र मिट्टी पर कई राजवंशों ने शासन किया है। कभी बाहर से आए राजवंशों ने भारत में अपना अधिपत्य जमाया, तो कई यहां के मूल राजवंशों ने अपना राज्य विस्तार करके समय-समय पर कई परिवर्तन लाए। सबसे मजबूत राजवंशों में से एक गुप्त वंश के सबसे तेजस्वी राजा समुद्रगुप्त ने हिंदुस्तान में स्वर्ण … Read more
चन्द्रगुप्त प्रथम गुप्त साम्राज्य के तीसरे राजा थे। इनको महाराजाधिराज के नाम से भी जाना जाता है। इन्होने गुप्त साम्राज्य की शुरुआत 319 से 320 ई. के आसपास की थी।
गुप्त साम्राज्य ने तीसरी शताब्दी के मध्य से 550 ई. तक उत्तर-पूर्वी भारत में मगध राज्य पर शासन किया। 5वीं शताब्दी के संस्कृत कवि कालिदास ने गुप्तों को भारत के बाहर और अंदर परासिक, हूण, कम्बोज और अन्य सहित लगभग 21 राज्यों पर विजय प्राप्त करने का श्रेय दिया। मौर्य वंश के पतन के बाद … Read more
सातवाहन वंश 60 ई.पू. से 240 ई. तक केन्द्रीय दक्षिण भारत पर शासन करने वाला एक प्राचीन राजवंश था। भारतीय इतिहास में यह राजवंश आन्ध्र वंश के नाम से भी विख्यात है।
कण्व वंश भारत के अतिप्राचीन राजवंशों में शामिल हैं। इस वंश ने मगध पर राज्य किया था। कण्व वंश की स्थापना वासुदेव ने की थी, वासुदेव को ही कण्व वंश का संस्थापक माना जाता हैं। शुंग वंश की समाप्ति के बाद कण्व वंश का उदय हुआ। शुंग वंश के अन्तिम शासक देवभूति के मन्त्रि वासुदेव ने उसकी हत्या कर सत्ता … Read more
शुंग वंश की स्थापना पुष्यमित्र ने किया था इस वंश को ब्राह्मण वंश के नाम से भी जाना जाता है।
सम्राट अशोक विश्वप्रसिद्ध एवं शक्तिशाली भारतीय मौर्य राजवंश के महान सम्राट थे। मौर्य वंश के यह ही एक ऐसे राजा थे जिन्होंने अखंड भारत पर अपना शासन किया था।
बिन्दुसार मौर्य साम्राज्य का दूसरा शासक था। लगभग 2400 वर्ष पहले प्राचीन भारत में मौर्य साम्राज्य का राज हुआ करता था। मौर्य साम्राज्य का पूरी दुनिया में नाम प्रसिद्ध था। प्राचीन भारत के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य को एक पुत्र की प्राप्ति हुई, जिसका नाम बिन्दुसार था। बालक बिन्दुसार के जन्म के पहले ही विषैले भोजन के कारण … Read more
चन्द्रगुप्त मौर्य भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण राजा थे। उन्होंने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी, जो बाद में सबसे बड़े और प्रभावशाली साम्राज्यों में से एक बना।