अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति | International Olympic Committee (IOC)

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International Olympic Committee – IOC) वैश्विक खेल प्रशासन की सबसे प्रमुख संस्था है, जो ओलंपिक खेलों का आयोजन और प्रबंधन करती है। इसका मुख्य उद्देश्य खेल के माध्यम से विश्व शांति और सहयोग को बढ़ावा देना है। हाल ही में कर्स्टी कोवेन्ट्री को IOC की अध्यक्ष के रूप में चुना गया, जिससे वह इस संस्था का नेतृत्व करने वाली पहली महिला और पहली अफ्रीकी बनीं। यह एक ऐतिहासिक क्षण है जो खेल प्रशासन में लैंगिक और भौगोलिक विविधता को दर्शाता है।

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) की स्थापना और मुख्यालय

स्थापना

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना 1894 में प्रसिद्ध शिक्षाविद् और खेल प्रेमी पियरे डी कुबर्टिन (Pierre de Coubertin) द्वारा की गई थी। उन्होंने प्राचीन ग्रीक ओलंपिक खेलों को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से इस संस्था की नींव रखी। उनका मानना था कि खेल के माध्यम से विभिन्न देशों के लोग एकजुट हो सकते हैं और विश्व शांति को बढ़ावा दे सकते हैं।

मुख्यालय

IOC का मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड के लॉज़ेन (Lausanne) शहर में स्थित है। लॉज़ेन को ‘ओलंपिक की राजधानी’ भी कहा जाता है, क्योंकि यह कई अन्य खेल संगठनों का भी केंद्र है।

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) का उद्देश्य

IOC का प्रमुख उद्देश्य है – “खेल के माध्यम से एक बेहतर दुनिया का निर्माण करना” (Building a Better World through Sport)। यह उद्देश्य खेल को शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक समावेशन और शांति को बढ़ावा देने के एक माध्यम के रूप में देखने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

IOC की भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ

IOC एक वैश्विक खेल निकाय के रूप में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाती है। इसकी कुछ प्रमुख जिम्मेदारियाँ निम्नलिखित हैं:

  1. ओलंपिक खेलों का संचालन:
    • ग्रीष्मकालीन (Summer), शीतकालीन (Winter) और युवा (Youth) ओलंपिक खेलों का आयोजन और प्रबंधन।
    • ओलंपिक खेलों के लिए नियम और मानकों को तय करना।
  2. राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों (NOCs) की देखरेख:
    • विभिन्न देशों की राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों (NOCs) को नियंत्रित और निर्देशित करना।
    • खेल प्रतिभाओं के विकास और प्रशिक्षण में सहायता प्रदान करना।
  3. ओलंपिक चार्टर का पालन सुनिश्चित करना:
    • ओलंपिक खेलों से संबंधित सभी नियमों और दिशानिर्देशों को लागू करना।
    • खेलों की निष्पक्षता और खेल भावना (Fair Play) को बनाए रखना।

IOC सत्र और निर्णय प्रक्रिया

IOC की वार्षिक बैठक को ‘IOC सत्र’ कहा जाता है। यह बैठक बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इसमें कई बड़े फैसले लिए जाते हैं।

IOC सत्र की प्रमुख विशेषताएँ

  • इसमें 101 मतदान सदस्य और 45 मानद सदस्य शामिल होते हैं।
  • इस बैठक में ओलंपिक चार्टर में संशोधन, IOC अध्यक्ष और कार्यकारी बोर्ड का चुनाव, तथा भविष्य के ओलंपिक खेलों के मेज़बान शहर का चयन किया जाता है।

IOC के अध्यक्ष और कार्यकारी बोर्ड का चुनाव

  • IOC अध्यक्ष का कार्यकाल 8 वर्षों का होता है, जिसे एक बार 4 वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है।
  • कार्यकारी बोर्ड संगठन के सभी प्रमुख निर्णयों के लिए जिम्मेदार होता है।

ओलंपिक खेलों के मेज़बान देश का चयन प्रक्रिया

IOC ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए किसी भी देश का चयन एक व्यापक और जटिल प्रक्रिया के माध्यम से करता है। यह प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में संपन्न होती है:

1. अनौपचारिक संवाद (Informal Dialogue)

  • IOC इच्छुक देशों के साथ प्रारंभिक बातचीत करता है और संभावित निविदाओं (bids) पर चर्चा करता है।

2. लक्षित संवाद (Targeted Dialogue)

  • IOC का कार्यकारी बोर्ड ‘पसंदीदा मेज़बान’ (Preferred Host) को अपनी योजना में सुधार करने के लिए आमंत्रित करता है।

3. अंतिम चयन

  • अंतिम निर्णय में राजनीतिक, आर्थिक और पर्यावरणीय कारकों का विश्लेषण किया जाता है।
  • चयन प्रक्रिया में कई वर्ष लग सकते हैं।

मेज़बान शहर के चयन के प्रमुख मानदंड

ओलंपिक खेलों के मेज़बान शहर के चयन के लिए निम्नलिखित कारकों को ध्यान में रखा जाता है:

  1. वित्तीय रणनीति और स्थिरता:
    • खेलों के आयोजन के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता।
  2. बुनियादी ढांचे की तैयारी:
    • परिवहन, खेल स्थलों, आवासीय सुविधाओं और अन्य बुनियादी सुविधाओं की समीक्षा।
  3. स्थानीय विकास लक्ष्यों के साथ संरेखण:
    • आयोजन स्थल का देश के दीर्घकालिक विकास लक्ष्यों से मेल खाना।
  4. जन समर्थन और सामाजिक-आर्थिक कारक:
    • स्थानीय जनता की ओलंपिक खेलों में रुचि और समर्थन।

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) वैश्विक खेल प्रशासन का केंद्रबिंदु है, जो ओलंपिक खेलों के आयोजन और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कर्स्टी कोवेन्ट्री का IOC अध्यक्ष के रूप में चुनाव एक ऐतिहासिक कदम है, जो खेल प्रशासन में विविधता और समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है।

IOC खेलों को केवल प्रतियोगिता के रूप में नहीं देखता, बल्कि इसे विश्व शांति, सौहार्द्र और समग्र विकास का एक माध्यम मानता है। भविष्य में भी यह संस्था खेलों के माध्यम से वैश्विक सहयोग और समानता को बढ़ावा देती रहेगी।

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