प्रयागराज में परिवहन व्यवस्था | यातायात

प्रयागराज, जो अपने ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, भारत के प्रमुख नगरों में से एक है। यह शहर न केवल तीर्थ यात्रियों का केंद्र है, बल्कि व्यापार, शिक्षा और प्रशासनिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रयागराज में परिवहन व्यवस्था अत्यंत सुव्यवस्थित और विकसित है, जिसमें वायुमार्ग, रेलमार्ग, जलमार्ग और सड़क मार्ग की महत्वपूर्ण भूमिका है।

वायुमार्ग

प्रयागराज में वायु सेवा का तेजी से विकास हो रहा है। वर्तमान में प्रयागराज के बमरौली स्थित इलाहाबाद विमानक्षेत्र से कई प्रमुख शहरों के लिए उड़ान सेवाएं उपलब्ध हैं। यहाँ से दिल्ली, कोलकाता, जयपुर, अहमदाबाद, चेन्नई, बैंगलुरू, हैदराबाद आदि के लिए सीधी या वाया उड़ाने संचालित की जाती हैं।

उड़ान योजना के तहत प्रयागराज को लखनऊ और पटना से भी जोड़ा गया है, जिससे क्षेत्रीय वायु संपर्क को बढ़ावा मिला है। जनवरी 2019 में आयोजित कुम्भ मेले के दौरान यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए यहाँ एक नया टर्मिनल बनाया गया था। निकटवर्ती बड़े विमानक्षेत्रों में वाराणसी विमानक्षेत्र (142 कि.मी.) और लखनऊ का अमौसी अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र (210 कि.मी.) स्थित हैं।

रेलवे सेवा

भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण नेटवर्क का हिस्सा होने के कारण प्रयागराज रेलवे यातायात का प्रमुख केंद्र है। प्रयागराज जंक्शन उत्तर मध्य रेलवे का मुख्यालय है और यह कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, इंदौर, लखनऊ, पटना, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, जयपुर एवं कानपुर जैसे शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। शहर में 13 रेलवे स्टेशन हैं –

  1. प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन
  2. प्रयागराज रामबाग रेलवे स्टेशन
  3. प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन
  4. प्रयाग रेलवे स्टेशन
  5. नैनी जंक्शन रेलवे स्टेशन
  6. प्रयागराज छिवकी रेलवे स्टेशन
  7. दारागंज रेलवे स्टेशन
  8. सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन
  9. बमरौली रेलवे स्टेशन
  10. फाफामऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन
  11. झूसी रेलवे स्टेशन
  12. अटरामपुर रेलवे स्टेशन
  13. लालगोपालगंज रेलवे स्टेशन

इन रेलवे स्टेशनों के माध्यम से प्रयागराज को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ा गया है। विशेष रूप से प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज संगम और नैनी जंक्शन महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यहाँ से अधिकांश लंबी दूरी की ट्रेनें गुजरती हैं।

सड़क परिवहन

प्रयागराज उत्तर भारत के प्रमुख शहरों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण राजमार्गों पर स्थित है। यह दिल्ली-कोलकाता मार्ग पर स्थित होने के कारण व्यापार और आवागमन के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य करता है। प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग निम्नलिखित हैं:

  • राष्ट्रीय राजमार्ग 2: यह दिल्ली और कोलकाता को जोड़ता है।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग 96: फैजाबाद को प्रयागराज से जोड़ता है।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग 24B: लखनऊ से प्रयागराज को जोड़ता है।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग 76: झांसी और बांदा को प्रयागराज से जोड़ता है।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग 76E: मिर्जापुर जिले को प्रयागराज से जोड़ता है।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग 27: यह 93 कि.मी. लंबा है और मध्य प्रदेश में मंगवान से राष्ट्रीय राजमार्ग 7 से जोड़ता है।

प्रयागराज से महत्वपूर्ण स्थानों की दूरी

प्रयागराज से विभिन्न प्रमुख स्थलों की दूरी इस प्रकार है:

  • अयोध्या – 167 कि.मी.
  • चित्रकूट – 167 कि.मी.
  • आगरा – 433 कि.मी.
  • अहमदाबाद – 1207 कि.मी.
  • दिल्ली – 643 कि.मी.
  • भोपाल – 680 कि.मी.
  • मुंबई – 1444 कि.मी.
  • बांदा – 195 कि.मी.
  • कोलकाता – 799 कि.मी.
  • हैदराबाद – 1080 कि.मी.
  • जयपुर – 673 कि.मी.
  • झांसी – 375 कि.मी.
  • लखनऊ – 204 कि.मी.
  • वाराणसी – 120 कि.मी.
  • कानपुर – 193 कि.मी.
  • प्रतापगढ़ – 57.6 कि.मी.

प्रयागराज में बस अड्डे

शहर में राज्य परिवहन निगम के तीन प्रमुख बस अड्डे हैं:

  1. लीडर रोड बस अड्डा: यहाँ से कानपुर, आगरा और दिल्ली के लिए बसें उपलब्ध हैं।
  2. सिविल लाइन्स बस अड्डा: यहाँ से लखनऊ, फैजाबाद, जौनपुर, प्रतापगढ़, गोरखपुर आदि के लिए बसें संचालित होती हैं।
  3. जीरो रोड बस अड्डा: यहाँ से रीवा, सतना और खजुराहो के लिए बसें उपलब्ध हैं।

इसके अलावा, झूँसी डिपो, नैनी डिपो और फाफामऊ डिपो भी विभिन्न मार्गों पर बस सेवाएँ उपलब्ध कराते हैं।

जलमार्ग

प्रयागराज में जलमार्ग का विकास अभी प्रारंभिक अवस्था में है। 22 अक्टूबर 1986 को घोषित राष्ट्रीय जलमार्ग-1 इलाहाबाद से हल्दिया (पश्चिम बंगाल) तक 1620 कि.मी. लंबा है। यह जलमार्ग मालवाहन और यात्री परिवहन दोनों के लिए उपयुक्त बनाया जा रहा है। इससे गंगा नदी पर जल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे शहर की परिवहन व्यवस्था को एक नया आयाम मिलेगा।

स्थानीय यातायात

शहर के भीतर आवागमन के लिए विभिन्न प्रकार के परिवहन साधन उपलब्ध हैं। इनमें नगर बस सेवा, ऑटोरिक्शा, रिक्शा और टेम्पो प्रमुख हैं। हाल के वर्षों में ई-रिक्शा की संख्या में भी वृद्धि हुई है, जिससे यातायात को अधिक पर्यावरण अनुकूल बनाया जा रहा है। इसके अलावा, शहर में कई पुलों और फ्लाईओवरों का निर्माण किया गया है, जो यातायात की भीड़ को कम करने में सहायक हैं।

प्रयागराज की परिवहन व्यवस्था उत्तरोत्तर विकास की ओर अग्रसर है। वायुमार्ग, रेलमार्ग, सड़क मार्ग और जलमार्ग की कनेक्टिविटी लगातार बेहतर की जा रही है। विशेष रूप से सड़क और रेलवे नेटवर्क के विस्तार से न केवल शहर की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यात्रियों को भी सुगम और सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्राप्त होगा। भविष्य में, सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत प्रयागराज को स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे यहाँ की परिवहन व्यवस्था और भी उन्नत होगी।

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