ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स 2025 | वैश्विक स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में भारत की तीसरी बड़ी उपस्थिति
यह लेख हाल ही में प्रकाशित हुरुन ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स 2025 पर आधारित एक विश्लेषणात्मक हिंदी लेख है, जिसमें यूनिकॉर्न ...
बादल फटना (Cloudburst) और फ्लैश फ्लड | हिमालयी त्रासदी
प्राकृतिक आपदाओं की श्रृंखला में बादल फटना (Cloudburst) एक अत्यंत विनाशकारी और त्वरित प्रभाव डालने वाली घटना है। भारत के ...
बोनालु उत्सव | तेलंगाना की सांस्कृतिक आत्मा और देवी महाकाली की भक्ति का पर्व
भारत विविध संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं का देश है। यहां के प्रत्येक राज्य की अपनी एक विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान होती ...
कांटा लगा गर्ल शेफाली जरीवाला का असमय निधन | एक चमकते सितारे की चुपचाप विदाई
मनोरंजन जगत की एक प्रसिद्ध और प्रतिभाशाली कलाकार शेफाली जरीवाला का 42 वर्ष की उम्र में अचानक निधन हो गया। ...
जियोब्लैकरॉक ब्रोकिंग को सेबी की मंजूरी | भारत में डिजिटल निवेश के नए युग की शुरुआत
SEBI ने 27 जून 2025 को जियोब्लैकरॉक ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड को ब्रोकरेज कारोबार की शुरुआत की अनुमति दी है। यह ...
राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस 2025 | डेटा आधारित भविष्य की ओर एक सशक्त कदम
राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस 2025 पर आधारित यह लेख प्रोफेसर पी.सी. महालनोबिस के योगदानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारत में ...
जुलाई 2025 से लागू होने वाले क्रेडिट कार्ड नियमों में व्यापक बदलाव
भारत में क्रेडिट कार्ड उपभोक्ताओं की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है और इसके साथ ही बैंकों और वित्तीय ...
पैन कार्ड 2.0 | डिजिटल युग में पैन की नई पहचान
भारत में आर्थिक लेन-देन, बैंकिंग सेवाएं, आयकर दाखिला और कई सरकारी सेवाओं के लिए पैन कार्ड (PAN Card) एक अनिवार्य ...
प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (PMML) | भारत के प्रधानमंत्रियों की विरासत का जीवंत दस्तावेज
प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (PMML) भारत के सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान और विरासत को संरक्षित करने वाला एक राष्ट्रीय संस्थान ...
40 वर्षों के बाद फिर से अंतरिक्ष में भारत | Axiom-4 मिशन और शुभांशु शुक्ला का संदेश
Axiom-4 मिशन के तहत 40 वर्षों के बाद भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में कदम रखकर इतिहास ...
प्राकृतिक संसाधनों का उत्पत्ति के आधार पर वर्गीकरण
प्राकृतिक संसाधन मानव जीवन के आधारस्तंभ हैं, जिनके बिना सभ्यता की कल्पना भी असंभव है। ये संसाधन पृथ्वी की गोद ...
पूर्व मध्यकाल (भक्ति काल 1350 ई. – 1650 ई.) – हिंदी साहित्य का स्वर्ण युग
हिंदी साहित्य के इतिहास में भक्ति काल एक अत्यंत महत्वपूर्ण एवं गौरवशाली युग के रूप में प्रतिष्ठित है। यह काल ...
आदिकाल (वीरगाथा काल -1000 ई० -1350 ई०) | स्वरूप, प्रवृत्तियाँ और प्रमुख रचनाएँ
हिंदी साहित्य के इतिहास में 10वीं शताब्दी से लेकर 14वीं शताब्दी तक के काल को आदिकाल कहा जाता है, जिसे ...
गैर-पुनरुत्पादनीय संसाधनों का प्रबंधन | एक आवश्यक चुनौती
प्रकृति ने मनुष्य को अनेक प्रकार के संसाधनों से सम्पन्न किया है। इनमें कुछ संसाधन ऐसे हैं जिन्हें हम बार-बार ...
Axiom-4 मिशन और शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा
अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हो रहे लगातार विकास ने मानवता को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। हाल ही में ...