खानवा का युद्ध | भारतीय इतिहास का निर्णायक संघर्ष

खानवा का युद्ध (16 मार्च, 1527)

खानवा का युद्ध (16 मार्च, 1527) भारतीय इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण युद्धों में से एक है। यह युद्ध मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर और राजपूत शासक राणा सांगा के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध ने न केवल उत्तर भारत के राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया, बल्कि मुगल सत्ता की नींव को मजबूत करने में … Read more

महाराणा सांगा | जीवन परिचय, शासन, युद्ध और विरासत

महाराणा सांगा

महाराणा सांगा, 16वीं शताब्दी के महान राजपूत योद्धा, जिन्होंने अपनी वीरता, नेतृत्व और अद्वितीय सैन्य रणनीति से भारत में मुगलों और सल्तनत की सत्ता को चुनौती दी। उन्होंने खतौली, धौलपुर, इदर, गागरोन, बयाना और खानवा जैसे कई ऐतिहासिक युद्ध लड़े, जिनमें उन्होंने राजपूत शक्ति का परचम लहराया। 1527 में बाबर के साथ लड़े गए खानवा … Read more

शिवाजी के किले | मराठा सैन्य परिदृश्य | विश्व धरोहर की ओर एक ऐतिहासिक कदम

शिवाजी के किले | मराठा सैन्य परिदृश्य

भारत का इतिहास वीरता, पराक्रम और सांस्कृतिक समृद्धि से परिपूर्ण है। इस गौरवशाली इतिहास का एक अभिन्न अंग है मराठा साम्राज्य, जिसने 17वीं से 19वीं शताब्दी के बीच भारतीय उपमहाद्वीप के एक विशाल भूभाग पर अपना प्रभाव स्थापित किया। मराठा साम्राज्य की सैन्य ताकत का प्रमुख आधार था उनकी उत्कृष्ट किला निर्माण कला और रणनीतिक … Read more

होम रूल लीग आंदोलन | Home Rule League

होम रूल लीग आंदोलन | भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण कदम

होम रूल लीग आंदोलन भारत में स्वशासन की मांग को लेकर प्रारंभ किया गया एक महत्वपूर्ण आंदोलन था, जिसे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण चरण माना जाता है। यह आंदोलन आयरलैंड के होम रूल लीग से प्रेरित था, जिसे 1873 में स्थापित किया गया था और इसके प्रमुख नेता रेडमंड थे। भारत में, इस … Read more

क्रिप्स मिशन | असफलता के कारण, प्रभाव और ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

क्रिप्स मिशन

क्रिप्स मिशन, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत को संवैधानिक सुधारों का प्रस्ताव देने के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम था। यह मिशन ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल की सरकार द्वारा भारत को आज़ादी देने की मंशा को स्पष्ट करने के लिए भेजा गया था। इस मिशन का नेतृत्व सर स्टैफ़ोर्ड क्रिप्स … Read more

खिलजी वंश | Khilji Dynasty | 1290ई. – 1320 ई.

खिलजी वंश

खिलजी वंश दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाला गुलाम वंश के बाद दूसरा वंश था। खिलजी वंश का शासन 1290 में शुरू हुआ और 1320 में समाप्त हुआ। खिलजी वंश का दिल्ली सल्तनत के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। इस वंश का शासनकाल 30 वर्षों तक चला और इस अवधि में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ और … Read more

नसिरुद्दीन महमूद शाह | 1246-1266 ई.

नसिरुद्दीन महमूद शाह | 1246-1266 ई.

नसिरुद्दीन महमूद शाह इल्तुतमिश का कनिष्ठ पुत्र तथा ग़ुलाम वंश का आठवां सुल्तान था। यह 10 जून 1246 ई. को सिंहासन पर बैठा। उसके सिंहासन पर बैठने के बाद अमीर सरदारों एवं सुल्तान के बीच शक्ति के लिए चल रहा संघर्ष लगभग समाप्त हो गया। सुल्तान नसिरुद्दीन महमूद विद्या प्रेमी और बहुत ही शांत स्वभाव का व्यक्ति था। शासन का … Read more

कोरियाई युद्ध |1950-1953

कोरियाई युद्ध

कोरियाई युद्ध (1950-1953) एक संघर्ष था जो कोरियाई प्रायद्वीप पर हुआ था। यह युद्ध मुख्य रूप से चीन और सोवियत संघ द्वारा समर्थित उत्तर कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व वाले संयुक्त राष्ट्र गठबंधन द्वारा समर्थित दक्षिण कोरिया के बीच हुआ था। कोरियाई युद्ध (1950-53) 25 जून 1950 को दक्षिण कोरिया पर उत्तर कोरियाई … Read more

शीत युद्ध |Cold War |1947 -1991| उत्पत्ति, कारण और चरण

शीत युद्ध (Cold War)

शीत युद्ध 1947 से 1991 तक चला एक अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष था जो प्रमुख महाशक्तियो अमेरिका और सोवियत संघ के बीच विद्वेषी राजनीतिक और आर्थिक प्रतिस्पर्धा से उतपन्न हुआ था।

एडॉल्फ हिटलर |1889-1945 | एक पॉवरफुल नेता की यात्रा

एडॉल्फ हिटलर (Adolf Hitler)

एडॉल्फ हिटलर जर्मनी के चांसलर और नाजी पार्टी के नेता थे। उनके शासन के दौरान नाजी पार्टी के तानाशाही और यहूदी समुदाय के प्रति उनका उद्देश्य विश्व के लिए बड़ा खतरा बना।

सर्वनाम (Pronoun) किसे कहते है? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग | नाम, स्थान एवं स्तुति मंत्र प्रथम विश्व युद्ध: विनाशकारी महासंग्राम | 1914 – 1918 ई.