रिपोर्ताज – अर्थ, स्वरूप, शैली, इतिहास और उदाहरण
हिंदी साहित्य में गद्य विधाओं की विविधता अत्यंत व्यापक है। निबंध, संस्मरण, रेखाचित्र, यात्रा-वृत्तांत, डायरी, आत्मकथा, जीवनी, कहानी, उपन्यास जैसी अनेक विधाओं के बीच रिपोर्ताज अपेक्षाकृत नई किंतु विशिष्ट विधा है। यह विधा आधुनिक युग की सामयिकता, यथार्थ चित्रण और पत्रकारिता-प्रभावित प्रस्तुति की देन है।रिपोर्ताज का मूल उद्देश्य किसी महत्वपूर्ण घटना, परिस्थिति, सामाजिक आंदोलन या … Read more