हर वर्ष 23 जून को पूरी दुनिया में संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस (United Nations Public Service Day) के रूप में मनाया जाता है। इस महत्वपूर्ण अवसर का उद्देश्य न केवल लोक सेवकों और सार्वजनिक क्षेत्र द्वारा समाज के लिए किए गए अद्वितीय योगदान को सम्मानित करना है, बल्कि यह लोक सेवा में नवाचार, उत्कृष्टता और जवाबदेही को बढ़ावा देने का भी एक मंच प्रदान करता है। वर्ष 2025 में यह दिवस विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने की दिशा में अंतिम पांच वर्षों की यात्रा का प्रारंभिक बिंदु भी है। इस वर्ष का आयोजन समरकंद, उज्बेकिस्तान में एक वैश्विक मंच के रूप में हो रहा है, जिसमें दुनिया भर के नीति-निर्माता, विद्वान, और नागरिक समाज के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस की उत्पत्ति और इतिहास
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस की शुरुआत 20 दिसंबर 2002 को तब हुई जब संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव संख्या 57/277 पारित किया। इस प्रस्ताव के तहत प्रत्येक वर्ष 23 जून को लोक सेवा दिवस के रूप में मान्यता दी गई ताकि लोक सेवकों के योगदान को वैश्विक स्तर पर रेखांकित किया जा सके।
वर्ष 2003 में पहली बार इस दिवस को आधिकारिक रूप से मनाया गया और इसी वर्ष संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा पुरस्कार (UN Public Service Awards – UNPSA) की शुरुआत भी हुई। इस पुरस्कार के माध्यम से उन सार्वजनिक संस्थानों और सेवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाता है जिन्होंने लोक सेवा वितरण में असाधारण नवाचार और उत्कृष्टता दिखाई हो।
तब से यह दिवस न केवल एक समारोह बनकर रह गया है, बल्कि यह एक वैश्विक मंच के रूप में विकसित हो चुका है, जो समावेशी, पारदर्शी और उत्तरदायी शासन की अनिवार्यता को रेखांकित करता है।
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस के उद्देश्य
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस मनाने के पीछे कई महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं, जो इस प्रकार हैं:
✅ राष्ट्रीय विकास में लोक सेवकों के योगदान को पहचान देना:
लोक सेवकों की भूमिका किसी भी देश के विकास की रीढ़ होती है। वे शासन तंत्र को सुचारु रूप से संचालित करने, नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने और कल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
✅ लोक सेवा वितरण में नवाचार और उत्कृष्टता का उत्सव:
यह दिवस नवाचार और सर्वोत्तम प्रथाओं को सामने लाने का अवसर प्रदान करता है ताकि विभिन्न देशों में लोक सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हो सके और नई पद्धतियाँ विकसित की जा सकें।
✅ युवाओं को सार्वजनिक क्षेत्र में करियर के लिए प्रेरित करना:
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य युवाओं को लोक सेवा क्षेत्र में आने और समाज सेवा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनने के लिए प्रेरित करना है।
✅ स्थायी विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्राप्ति में सार्वजनिक संस्थानों की भूमिका को उजागर करना:
SDGs को हासिल करने के लिए सक्षम, पेशेवर और उत्तरदायी सार्वजनिक संस्थानों की अहमियत को इस दिन विशेष रूप से रेखांकित किया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा पुरस्कार (UNPSA): उत्कृष्टता का वैश्विक सम्मान
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा पुरस्कार की स्थापना लोक सेवा में असाधारण नवाचारों, उत्कृष्ट परियोजनाओं और सर्वोत्तम प्रथाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच पर सम्मानित करने के लिए की गई। इस पुरस्कार के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
🔹 लोक सेवा की पेशेवरता और प्रतिष्ठा को बढ़ावा देना:
इस पुरस्कार के माध्यम से उन संस्थाओं को मान्यता दी जाती है जो पेशेवर दृष्टिकोण अपनाकर लोक सेवा के स्तर को ऊंचा उठाते हैं।
🔹 सर्वोत्तम प्रथाओं और अनुभवों का साझा करना:
विभिन्न देशों के सफल मॉडल और नवाचारों को साझा करके अन्य राष्ट्रों को उनसे सीखने और अपनाने की प्रेरणा दी जाती है।
🔹 सहयोग और ज्ञान-विनिमय को प्रोत्साहित करना:
यह पुरस्कार वैश्विक स्तर पर सहयोग की भावना को प्रबल करता है और लोक सेवा क्षेत्र में ज्ञान और अनुभव के आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है।
2016 में महत्वपूर्ण बदलाव
वर्ष 2016 में संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा पुरस्कार को 2030 एजेंडा और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के साथ सीधे जोड़ दिया गया। इसका उद्देश्य यह स्पष्ट करना था कि सार्वजनिक सेवा में रूपांतरण और नवाचार वैश्विक लक्ष्यों की पूर्ति में किस प्रकार सहायक हो सकते हैं। इससे यह पुरस्कार SDGs की प्राप्ति की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाने वाला एक उपकरण बन गया।
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा मंच 2025: समरकंद, उज्बेकिस्तान में वैश्विक संवाद
वर्ष 2025 में संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा मंच का आयोजन 23 से 25 जून के बीच समरकंद, उज्बेकिस्तान में किया जा रहा है। इस आयोजन की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
आयोजक
यह आयोजन संयुक्त रूप से निम्नलिखित संस्थाओं द्वारा किया जा रहा है:
- UN DESA (संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक मामलों का विभाग)
- DPIDG (डिजिटल गवर्नेंस हेतु सार्वजनिक संस्थानों का प्रभाग)
- उज्बेकिस्तान सरकार
थीम 2025: “2030 के लिए शेष 5 वर्ष: सतत भविष्य हेतु लोक सेवा वितरण में तीव्रता”
इस थीम के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि 2030 तक SDGs प्राप्त करने के लिए आने वाले पांच वर्ष निर्णायक हैं। लोक सेवाओं की गुणवत्ता, गति और नवाचार में तेजी लाना अब समय की मांग है ताकि कोई भी पीछे न रह जाए और सभी नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्राप्त हों।
प्रमुख कार्यक्रम
इस मंच में विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ और संवाद आयोजित होंगे, जिनमें शामिल हैं:
- मंत्री स्तरीय गोलमेज वार्ताएं: शीर्ष नीति-निर्माताओं द्वारा वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श।
- क्षमतावर्धन कार्यशालाएं: लोक सेवकों और अधिकारियों को नवीनतम तकनीकों और पद्धतियों से प्रशिक्षित करने के लिए कार्यशालाएं।
- संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा पुरस्कार समारोह: उन संस्थानों को सम्मानित करने का कार्यक्रम जिन्होंने उत्कृष्ट लोक सेवाओं के वितरण में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
प्रभाव और अपेक्षाएँ
इस मंच से यह अपेक्षा की जा रही है कि यह नीति-निर्माताओं, शिक्षाविदों, नागरिक समाज और तकनीकी विशेषज्ञों के बीच सार्थक संवाद को प्रोत्साहित करेगा। साथ ही, यह नवाचार, डिजिटल गवर्नेंस और प्रभावी लोक सेवा वितरण के नए मॉडल प्रस्तुत करेगा।
लोक सेवा की बदलती भूमिका: चुनौतियाँ और अवसर
21वीं सदी की चुनौतियों ने लोक सेवाओं की भूमिका को और अधिक जटिल और महत्वपूर्ण बना दिया है।
- डिजिटलीकरण और तकनीकी प्रगति ने सेवाओं की गति और पारदर्शिता को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है।
- जलवायु परिवर्तन, सामाजिक असमानता और शहरीकरण जैसी वैश्विक चुनौतियाँ लोक सेवाओं से नई रणनीतियों और नवाचार की मांग करती हैं।
- महामारी जैसे कोविड-19 अनुभव ने यह दिखाया कि संकट प्रबंधन में प्रभावी और उत्तरदायी लोक सेवाएं कितनी महत्वपूर्ण होती हैं।
इस पृष्ठभूमि में संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस और पुरस्कार जैसे मंच लोक सेवकों को प्रोत्साहित करते हैं कि वे नवाचार, समावेशन और उत्तरदायित्व के उच्च मानकों को स्थापित करें।
SDGs की प्राप्ति में लोक सेवा की भूमिका
SDGs की प्राप्ति में लोक सेवा की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि:
- ये सेवाएँ सुनिश्चित करती हैं कि शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, जल, ऊर्जा, और न्याय जैसी बुनियादी आवश्यकताएँ सभी तक पहुँचें।
- सार्वजनिक नीतियाँ और योजनाएँ SDGs को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने का आधार होती हैं।
- डेटा संचालित नीति निर्माण और डिजिटल गवर्नेंस से लक्ष्यों की निगरानी और मूल्यांकन संभव हो पाता है।
लोक सेवा दिवस का नागरिकों और युवाओं के लिए संदेश
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस हमें यह याद दिलाता है कि अच्छी शासन व्यवस्था और कुशल लोक सेवाएं किसी भी देश के लोकतंत्र की मजबूती और नागरिकों की भलाई का आधार होती हैं। इस दिवस का एक महत्वपूर्ण संदेश युवाओं के लिए भी है — कि वे सार्वजनिक सेवा में करियर बनाकर देश और समाज के विकास में सक्रिय भागीदारी करें।
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस 2025 एक ऐसा अवसर है जो हमें न केवल लोक सेवकों की उपलब्धियों पर गर्व करने का मौका देता है बल्कि यह सोचने पर भी विवश करता है कि हम लोक सेवाओं को अधिक नवाचारी, समावेशी और उत्तरदायी कैसे बना सकते हैं। समरकंद में आयोजित होने वाला यह वैश्विक मंच आने वाले वर्षों की दिशा तय करने में मील का पत्थर साबित हो सकता है, विशेषकर जब हम सतत विकास लक्ष्यों की अंतिम पंक्ति में खड़े हैं।
आज जरूरत इस बात की है कि हम सभी — नागरिक, सरकार, और निजी क्षेत्र — मिलकर एक ऐसी लोक सेवा प्रणाली का निर्माण करें जो सतत विकास, समानता, और सार्वजनिक भलाई को प्राथमिकता दे। लोक सेवा दिवस न केवल सम्मान का अवसर है, बल्कि यह हमें एक बेहतर, न्यायसंगत और टिकाऊ भविष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
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