संज्ञा शब्दों के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं।” सर्वनाम एक विकारी शब्द है। सर्वनाम शब्द ‘सर्व’ और ‘नाम’ के संयोग से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ सबका नाम होता है। सर्वनाम (Pronoun) का रुपांतरण वचन और कारक की वजह से होता है, लेकिन इसका रुपांतरण लिंग की वजह से कभी नहीं होता है।
हिंदी में ग्यारह सर्वनाम होते हैं। इन ग्यारह Sarvnam (Pronoun) को मूल Sarvnam (Pronoun) कहते हैं। यही ग्यारह Sarvnam पुरुष, वचन और कारक के आधार पर अपना रूपांतरण करके अन्य Sarvnam बनाते हैं, जिन्हें यौगिक सर्वनाम कहते हैं। जो इस प्रकार है- मैं, तू, आप, यह, वह, सो, जो, कोई, कुछ, कौन, क्या